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बांदा जेल अधीक्षक को जान से मारने की धमकी देने वाला आरोपी गिरफ्तार, उगले चौंकाने वाले राज - Uttarakhand STF

STF Arrested Accused उत्तराखंड एसटीएफ ने बांदा जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी को जीएमएस रोड से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. देहरादून में आरोपी ने एक सर्वर सेटअप तैयार किया है, जहां से वह विदेश से प्राप्त वीआईपी कॉल को लैंडलाइन और मोबाइल नंबर पर रूट कराता है. इसके लिए उसे कमीशन मिलता है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 30, 2024, 9:08 PM IST

Updated : Apr 30, 2024, 9:50 PM IST

बांदा जेल अधीक्षक को जान से मारने की धमकी देने वाला आरोपी गिरफ्तार

देहरादून: बांदा जेल अधीक्षक (यूपी) को कॉल कर जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी को एसटीएफ ने जीएमएस रोड देहरादून से अरेस्ट किया है. पूछताछ में आरोपी अनुराग ने बताया कि उसकी बातचीत चाइना की एक महिला से हुई थी, जिसने उसे बताया था कि जो इंटरनेट के माध्यम से इंटरनेशनल कॉल भेजी जाएगी, उसको आपको लोकल कॉल में बदलकर इंडिया और अन्य विदेशी स्थानों पर भेजना है. इसकी एवज में आपको लाखों रुपये डॉलर के रूप में मिलेंगे.

बांदा जेल अधीक्षक को मिली जान से मारने की धमकी: आरोपी विदेशी कॉल डायवर्ट करने की कंपनी स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से चलाता था. आरोपी पहले भी इसी प्रकार के मामले में सोनीपत (हरियाणा) और बिहार में जेल जा चुका है. 29 मार्च 2023 को उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा कारागार के जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को देहरादून के लैंडलाइन नंबर से जान से मारने की धमकी देने के मामले में थाना कोतवाली नगर जिला बांदा में मुकदमा पंजीकृत किया गया था.

आरोपी देहरादून से गिरफ्तार: मामले में अलग-अलग जानकारी एसटीएफ से साझा की गई. जिस पर एसटीएफ देहरादून द्वारा लैंडलाइन नंबर की जांच की गई तो, यह नंबर स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, एमएम टावर के नाम से पंजीकृत पाया गया. पते पर जाकर इस लैंडलाइन नंबर के मालिक के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली. जिस पर एसटीएफ टीम द्वारा मैनुअल सूचना जानकारी मिली कि अनुराग गुप्ता निवासी जीएमएस रोड देहरादून द्वारा स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से करीब 500 नंबर लिए गए हैं.

ऐसे छिपाई थी पहचान: जिनसे वह विदेशों की कॉल को इंटरनेट पर मंगाकर भारतीय मोबाइल नंबरों पर डाइवर्ट कराता है.जिसके बाद एसटीएफ टीम द्वारा जीएमएस रोड पर छापा मारकर अनुराग गुप्ता को गिरफ्तार किया गया. आरोपी ने अपनी कंपनी का बोर्ड ना लगाकर अपनी पहचान छिपाने के लिए बाहर Vikrant Food Company and Doon Ites webbed Service के नाम से दो फ्लैक्सी बोर्ड लगाया था. कार्यालय के अंदर व्यक्त्ति द्वारा छिपकर कॉल एक्सचेंज सेटअप स्थापित किया गया था. इस एक्सचेंज सेट के लिये उसने बीएसएनएल से 500 लैंडलाइन नंबर का एसआईपी कनेक्शन और इंटरवेब टेक्नोलॉजी से इंटरनेट का कनेक्शन लिया हुआ था. आरोपी को गिरफ्तार कर थाना बसंत विहार में मुकदमा पंजीकृत किया गया है.

अनुराग गुप्ता ने एक सर्वर सेटअप किया था तैयार: एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरोपी अनुराग गुप्ता ने यहां पर एक सर्वर सेटअप किया है. यहां से विदेश से प्राप्त वीआईपी कॉल को लैंडलाइन और मोबाइल नंबर पर रूट कराता है, जिसकी एवज में चाइना से कमीशन मिलता है. साल 2015 में चाइना टेलीकॉम कंपनी, जो चाइना में स्थित है उसमें वेल्यू एडिट सर्विस का कार्य किया गया था. जहां से जान-पहचान एमेंडा नामक महिला से हुई थी, जो स्नो फ्लाई ऑनलाइन कंपनी को संचालित करती थी और उससे आए दिन स्काइप ऐप और नार्मल आईएसडी कॉल के माध्यम से बातचीत होती रहती थी.

आरोपी के कब्जे से भारी मात्रा में सामान बरामद: आरोपी अनुराग ने बताया कि अगस्त 2023 से दिसंबर 2023 तक आरोपी ने संसाधन जोड़े, जिनका उपयोग चाइना, हांगकांग, सिंगापुर और मकाउ में स्नो फ्लाई ऑनलाइन कंपनी से प्राप्त कॉल को कस्टमर तक भेजने के लिए किया जाता था. इस कार्य के लिए कुल 500 नंबर लिये गये हैं. आरोपी ने कहा कि जनपद बांदा (यूपी) मामले में मेरी कंपनी का सर्वर का प्रयोग किया गया था, जो कि कनाडा से एक मोबाइल नंबर से मेरे सर्वर पर आया था, जिसको जेल अधीक्षक के नंबर पर डायवर्ट कर दिया गया था. आरोपी के कब्जे से 2 लैपटॉप, 2 सर्वर, 2 सीपीयू, 1 मॉनिटर, 2 मीडिया कनवर्टर, 1 लाइन स्विच, 3 माडम, 7 जार्च व कनेक्टिंग तार और 1 प्रिंटर बरामद किया गया है. जिसके बाद पुलिस ने आगे की कार्रवाई तेज कर दी है.

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देहरादून: बांदा जेल अधीक्षक (यूपी) को कॉल कर जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी को एसटीएफ ने जीएमएस रोड देहरादून से अरेस्ट किया है. पूछताछ में आरोपी अनुराग ने बताया कि उसकी बातचीत चाइना की एक महिला से हुई थी, जिसने उसे बताया था कि जो इंटरनेट के माध्यम से इंटरनेशनल कॉल भेजी जाएगी, उसको आपको लोकल कॉल में बदलकर इंडिया और अन्य विदेशी स्थानों पर भेजना है. इसकी एवज में आपको लाखों रुपये डॉलर के रूप में मिलेंगे.

बांदा जेल अधीक्षक को मिली जान से मारने की धमकी: आरोपी विदेशी कॉल डायवर्ट करने की कंपनी स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से चलाता था. आरोपी पहले भी इसी प्रकार के मामले में सोनीपत (हरियाणा) और बिहार में जेल जा चुका है. 29 मार्च 2023 को उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा कारागार के जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को देहरादून के लैंडलाइन नंबर से जान से मारने की धमकी देने के मामले में थाना कोतवाली नगर जिला बांदा में मुकदमा पंजीकृत किया गया था.

आरोपी देहरादून से गिरफ्तार: मामले में अलग-अलग जानकारी एसटीएफ से साझा की गई. जिस पर एसटीएफ देहरादून द्वारा लैंडलाइन नंबर की जांच की गई तो, यह नंबर स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, एमएम टावर के नाम से पंजीकृत पाया गया. पते पर जाकर इस लैंडलाइन नंबर के मालिक के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली. जिस पर एसटीएफ टीम द्वारा मैनुअल सूचना जानकारी मिली कि अनुराग गुप्ता निवासी जीएमएस रोड देहरादून द्वारा स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से करीब 500 नंबर लिए गए हैं.

ऐसे छिपाई थी पहचान: जिनसे वह विदेशों की कॉल को इंटरनेट पर मंगाकर भारतीय मोबाइल नंबरों पर डाइवर्ट कराता है.जिसके बाद एसटीएफ टीम द्वारा जीएमएस रोड पर छापा मारकर अनुराग गुप्ता को गिरफ्तार किया गया. आरोपी ने अपनी कंपनी का बोर्ड ना लगाकर अपनी पहचान छिपाने के लिए बाहर Vikrant Food Company and Doon Ites webbed Service के नाम से दो फ्लैक्सी बोर्ड लगाया था. कार्यालय के अंदर व्यक्त्ति द्वारा छिपकर कॉल एक्सचेंज सेटअप स्थापित किया गया था. इस एक्सचेंज सेट के लिये उसने बीएसएनएल से 500 लैंडलाइन नंबर का एसआईपी कनेक्शन और इंटरवेब टेक्नोलॉजी से इंटरनेट का कनेक्शन लिया हुआ था. आरोपी को गिरफ्तार कर थाना बसंत विहार में मुकदमा पंजीकृत किया गया है.

अनुराग गुप्ता ने एक सर्वर सेटअप किया था तैयार: एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरोपी अनुराग गुप्ता ने यहां पर एक सर्वर सेटअप किया है. यहां से विदेश से प्राप्त वीआईपी कॉल को लैंडलाइन और मोबाइल नंबर पर रूट कराता है, जिसकी एवज में चाइना से कमीशन मिलता है. साल 2015 में चाइना टेलीकॉम कंपनी, जो चाइना में स्थित है उसमें वेल्यू एडिट सर्विस का कार्य किया गया था. जहां से जान-पहचान एमेंडा नामक महिला से हुई थी, जो स्नो फ्लाई ऑनलाइन कंपनी को संचालित करती थी और उससे आए दिन स्काइप ऐप और नार्मल आईएसडी कॉल के माध्यम से बातचीत होती रहती थी.

आरोपी के कब्जे से भारी मात्रा में सामान बरामद: आरोपी अनुराग ने बताया कि अगस्त 2023 से दिसंबर 2023 तक आरोपी ने संसाधन जोड़े, जिनका उपयोग चाइना, हांगकांग, सिंगापुर और मकाउ में स्नो फ्लाई ऑनलाइन कंपनी से प्राप्त कॉल को कस्टमर तक भेजने के लिए किया जाता था. इस कार्य के लिए कुल 500 नंबर लिये गये हैं. आरोपी ने कहा कि जनपद बांदा (यूपी) मामले में मेरी कंपनी का सर्वर का प्रयोग किया गया था, जो कि कनाडा से एक मोबाइल नंबर से मेरे सर्वर पर आया था, जिसको जेल अधीक्षक के नंबर पर डायवर्ट कर दिया गया था. आरोपी के कब्जे से 2 लैपटॉप, 2 सर्वर, 2 सीपीयू, 1 मॉनिटर, 2 मीडिया कनवर्टर, 1 लाइन स्विच, 3 माडम, 7 जार्च व कनेक्टिंग तार और 1 प्रिंटर बरामद किया गया है. जिसके बाद पुलिस ने आगे की कार्रवाई तेज कर दी है.

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Last Updated : Apr 30, 2024, 9:50 PM IST
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