देहरादून: साइबर अपराधी नए-नए तरीके अपना कर लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं. इन दिनों त्योहारी सीजन चल रहा है तो ऐसे में अपराधियों ने अपराध के तौर तरीके भी बदल दिए हैं. जिसके तहत अपराधी दिवाली गिफ्ट और बधाई संदेश के नाम पर लिंक भेज रहे हैं. जिस पर क्लिक करते ही सारा एक्सेस साइबर अपराधियों के बाथ में चला जाता है. जिसके बाद आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है. जिसे लेकर एसटीएफ और साइबर पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है.
दिवाली गिफ्ट से जुड़े लिंक से ठगी: सोशल मीडिया के इस जमाने में जहां लोगों को बधाई देने का तौर तरीका बदला तो वहीं साइबर अपराधियों ने भी इसे भी ठगी का हथियार बनाया है. साइबर ठगों ने दीवाली के मौके पर लोगों की कमाई ठगने का जाल बिछाया हुआ है. आए दिन व्हाट्सएप के माध्यम से लोग एक दूसरे को शुभकामनाओं के संदेशों को भेजते हैं. जिसमें कई ग्रीटिंग और चमचमाते डिजिटल मेसेज भी शामिल रहते हैं, लेकिन इन ग्रीटिंग पर क्लिक करने से पहले सावधान रहें. ये फिशिंग लिंक हो सकते हैं.
इतना ही नहीं कई तरह के दिवाली के मैसेजों में इस तरह के लिंक छिपे हो सकते हैं. साइबर अपराधी इन्ही ग्रीटिंग के अंदर अलग-अलग प्रकार की फिशिंग लिंक भेज रहे हैं. जैसे ही आपने लिंक पर क्लिक किया तो आपके मोबाइल का पूरा एक्सेस साइबर अपराधियों के हाथों में जा सकता है. वहीं, कई साइबर अपराधी ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर जनता को ठगी का शिकार बनाते हैं. क्योंकि, त्योहारी सीजन में जमकर खरीदारी होती है. जिसका फायदा अपराधी उठा लेते हैं.
साइबर ठगी से ऐसे बचें: वहीं, मामले में एसपी एसटीएफ चंद्र मोहन का कहना है कि किसी भी अनजान व्यक्ति की ओर से भेजे मैसेज पर क्लिक न करें. मैसेज किसी पहचान वाले का भी है तो उसे फोन कर बताएं कि ये फिशिंग लिंक हो सकता है. इस तरह के ग्रीटिंग या लिंक वाले मैसेज भेजने से बचें. लिंक वाले व्हाट्सएप मैसेज या फेसबुक मैसेज पर कतई ध्यान न दें. ऑफर वाले मैसेज के लालन में न आएं. इनमें भी इस तरह के फिशिंग लिंक हो सकते हैं.
आजकल कई एप के लिंक भी भेजे जा रहे हैं, जिन्हें लालच में आकर इंस्टॉल न करें. साइबर अपराधियों से निपटने के लिए सुरक्षा ही बचाव है. जिसके लिए विभाग ने टोल फ्री नंबर 1930 जारी किया है. साथ ही अपील की है कि किसी के साथ भी ठगी की घटना होती है तो तत्काल टोल फ्री नंबर पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं.
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