बाराबंकी : जिले में प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया है. भोले-भाले लोगों को बीमारियां ठीक करने और अन्य परेशानियां दूर करने का झांसा देकर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था. अयोध्या समेत कई जिलों से बसों में भरकर 100 से अधिक महिला, पुरुष और बच्चों को लाया गया था. मौके पर हिंदू संगठनों के लोगों ने हंगामा किया. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई. चर्च के फादर समेत 7 लोगों को हिरासत में ले लिया. पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.
देवां थाना क्षेत्र के ग्राम चकहार मजरे रेंदुआ पल्हरी में सेंट मैथयू कॉलेज के पास नवीनता डायोसेसन पैस्टोरल सेंटर है. सोमवार को यहां 100 से ज्यादा महिला-पुरुषों का जमावड़ा लगा था. यहां के हॉल में प्रार्थना सभा चल रही थी. अयोध्या समेत कई जिलों से लोगों को बस, पिकअप समेत अन्य वाहनों से यहां लाया गया था. लोगों को धार्मिक साहित्य दिया गया था. जानकारी मिलने के बाद हिंदू संगठनों से जुड़े लोग पहुंच गए. उन्होंने आरोप लगाया गांव के सीधे लोगों को बीमारियों से छुटकारा दिलाने, नौकरी दिलाने आदि का झांसा देकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था.
हिंदू संगठनों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी. सीओ नगर और देवां थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि आयोजकों की ओर से प्रार्थना सभा की कोई अनुमति नहीं ली गई थी. पुलिस ने आयोजक फादर डोमिनिक पिंटो समेत 7 लोगों को हिरासत में ले लिया. इनमें अयोध्या के देवी पुरवा निवासी सुनील, खरगूपुर निवासी सुरेंद्र, ग्राम टेर निवासी घनश्याम गौतम, अमानीगंज निवासी पवन, सेहताल बानी निवासी सूरज और गड़ौली निवासी सरजू प्रसाद शामिल हैं. फादर डोमिनिक पिंटो के साथ पकड़े गए सभी 06 लोग अयोध्या जिले के रहने वाले हैं. पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी सातों लोगों के विरुद्ध देवां थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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