पिथौरागढ़: पुलिस और प्रशासन सहित विभिन्न एनजीओ द्वारा लगातार नाबालिगों की शादी नहीं करने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन फिर भी चोरी छिपे नाबालिगों की शादी की घटनाएं सामने आती रहती हैं. इसी कड़ी में पुलिस को सूचना मिली कि कोतवाली पिथौरागढ़ के एक गांव में नाबालिग की शादी कराई जा रही है. सूचना मिलने के बाद पिथौरागढ़ पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, ऑपरेशन मुक्ति टीम, चौकी चंडाक से पुलिस टीम और चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम उक्त गांव पहुंची और नाबालिग की शादी रुकवाई.
नाबालिग लड़की और परिजनों की हुई काउसलिंग: एक घर के आंगन में शादी के लिए टेंट लगा हुआ था और शादी की तैयारियां हो रही थी. पूछताछ में पता चला कि जिस लड़की की शादी हो रही है, उसके प्रमाण पत्रों के अनुसार उम्र 17 वर्ष 4 महीने है. जिससे पुलिस ने शादी को रुकवाया. नाबालिग लड़की और उसके परिजनों की काउसलिंग की गई और उन्हें बाल विवाह से संबंधित कानून की जानकारी दी गई.
एसपी बोले नाबालिगों की शादी करना कानूनी अपराध : लड़की के परिजनों द्वारा बताया गया कि उनको कानून की जानकारी नहीं थी, जिससे वह ये शादी करवा रहे थे. परिजनों ने पुलिस को लड़की की शादी उसके बालिग होने के बाद ही कराने के संबंध में एक लिखित प्रार्थना पत्र दिया. वहीं, एसपी पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह ने बताया कि बाल विवाह जैसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस द्वारा समय-समय पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाता है. पूर्व में पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा कई नाबालिगों की शादी को रोका गया है. उन्होंने कहा कि नाबालिगों की शादी करना कानूनी अपराध है. भविष्य में इस तरह की घटनाएं सामने आएंगी, तो आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सेना में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी: वहीं, जिले के डीडीहाट तहसील में 24 जनवरी को एक महिला ने तहरीर दी थी. जिसमें बताया गया था कि एक व्यक्ति ने फेसबुक के जरिये जान पहचान बनाकर, उसके बेटे को फौज में नौकरी दिलाने के नाम पर 50, 000 रुपये की ठगी की है. तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था. पिथौरागढ़ पुलिस द्वारा साइबर सेल की मदद से आरोपी प्रकाश उनियाल को टिहरी गढ़वाल से हिरासत में लेकर नोटिस तामील कराया गया था.
ये भी पढ़ें-