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हिस्ट्रीशीटर ने खुद की करवाई हत्या; पत्नी से कराई शव की पहचान, अब सच्चाई आई सामने - meerut

मेरठ में हिस्ट्रीशीटर ने पुलिस से बचने के लिए अपनी ही हत्या (Historysheeter conspired his murder) करवा दी. लेकिन, जब शव की पहचान हुई तो वह किसी और का निकला. पुलिस ने आज खुलासा करते हुए इस मामले में मीडिया को ऐसी जानकारियां दी, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 11, 2024, 7:52 PM IST

मेरठ: थाना खरखोदा क्षेत्र के जंगलों में चार माह पूर्व अज्ञात युवक का शव मिला था. हिस्ट्रीशीटर ने मुकदमों की तारीख और पुलिस से बचने के लिए हरियाणा निवासी मंदबुद्धि शख्स के चहरे पर ताबड़तोड़ हमला कर उसको मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद पुलिस को गुमराह करता रहा. वहीं, हिस्ट्रीशीटर की पत्नी ने मृत युवक की पहचान अपने पति के रूप में की थी. लेकिन, पुलिस को शक था कि ये हिस्ट्रीशीटर की बॉडी नहीं है. इसके बाद पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाकर रविवार को बड़ा खुलासा कर दिया. पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर के साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया और युवक की पहचान हरियाणा निवासी मंदबुद्धि के रूप में की.

एसएसपी रोहित सजवाण ने पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता में बताया कि 4 माह पूर्व में खरखोदा थाना क्षेत्र के गांव उलंघन में एक अज्ञात युवक का शव मिला था. युवक के लोअर की जेब से मिले कुछ कागज़ातों के आधार पर जानकारी मिली कि वह हापुड़ स्थित हाफिजपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला हिस्ट्रीशीटर दिलशाद है. पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. हिस्ट्रीशीटर की पत्नी बार-बार शव को अपने पति के रूप में पहचान कर रही थी. इसके चलते पुलिस को दिलशाद की पत्नी पर शक हुआ. शक होने के दौरान थाना खरखोदा पुलिस ने एक टीम गठित की. इसमें सर्विलांस टीम की मदद से हिस्ट्रीशीटर के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लेकर पल-पल की जानकारी लेनी शुरू कर दी.

करीब 3 महीने से पुलिस टीम हिस्ट्रीशीटर को वॉच कर रही थी. हिस्ट्रीशीटर के बार-बार नंबर बदलने की वजह से पुलिस को भी परेशानी होने लगी थी. एसएसपी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि हिस्ट्रीशीटर ने मुकदमों ओर कोर्ट की तारीखों से बचने के लिए अपने साथियों मुशाहिद ओर रिहान के संग मिलकर ये प्लॉनिग की थी. एसएसपी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर दिलशाद ने मुशाहिद व रिहान निवासी गाज़ियाबाद के साथ मिलकर प्लानिंग की. किसी व्यक्ति को मारकर उसका चहरा बिगाड़ दिया जाएगा ओर उसकी पहचान दिलशाद के रूप में करा दी जाएगी.

पुलिस के अनुसार, पहले आरोपियों ने गांव तोड़ी निवासी राशिद को चुना. लेकिन, राशिद के न मिलने पर हिस्ट्रीशीटर दिलशाद ने नूह हरियाणा जाकर आकाश नाम के मंदबुद्धि युवक का अपहरण कर लिया और अपने साथियों रिहान ओर मुशाहिद के साथ मिलकर उलंघन के जंगलों में छुरी से उसकी हत्या कर दी. फिर शव जंगलों में फेंक दिया. इसके बाद बड़ी चालाकी से हिस्ट्रीशीटर ने आकाश के लोअर में अपने नाम के कागजात डाल दिए, जिससे उसकी पहचान हिस्ट्रीशीटर दिलशाद के रूप में हो जाय. यही नहीं, ताबड़तोड़ चाकू से वार कर उसके चहरे को बुरी तरह बिगाड़ दिया, ताकि युवक की पहचान न की जा सके. पुलिस ने आरोपियों से हत्या में इस्तेमाल की गई छुरी भी बरामद कर ली है.

आरोपी रिहान की लोकेशन थाना खगनोर जिला खंडवा मध्यप्रदेश में मिली. एसएसपी ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना हो चुकी है. उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी कर ली है. वहीं, पुलिस ने युवक की पहचान आकाश प्रजापति केयर ऑफ शकुंतला निवासी नूह हरियाणा के रूप में की है.

यह भी पढ़ें: बच्चों को पढ़ाने दूसरे शहर गई पत्नी, सैन्य अफसर संग रहने लगी गर्लफ्रेंड, फिर हुआ ये

मेरठ: थाना खरखोदा क्षेत्र के जंगलों में चार माह पूर्व अज्ञात युवक का शव मिला था. हिस्ट्रीशीटर ने मुकदमों की तारीख और पुलिस से बचने के लिए हरियाणा निवासी मंदबुद्धि शख्स के चहरे पर ताबड़तोड़ हमला कर उसको मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद पुलिस को गुमराह करता रहा. वहीं, हिस्ट्रीशीटर की पत्नी ने मृत युवक की पहचान अपने पति के रूप में की थी. लेकिन, पुलिस को शक था कि ये हिस्ट्रीशीटर की बॉडी नहीं है. इसके बाद पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाकर रविवार को बड़ा खुलासा कर दिया. पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर के साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया और युवक की पहचान हरियाणा निवासी मंदबुद्धि के रूप में की.

एसएसपी रोहित सजवाण ने पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता में बताया कि 4 माह पूर्व में खरखोदा थाना क्षेत्र के गांव उलंघन में एक अज्ञात युवक का शव मिला था. युवक के लोअर की जेब से मिले कुछ कागज़ातों के आधार पर जानकारी मिली कि वह हापुड़ स्थित हाफिजपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला हिस्ट्रीशीटर दिलशाद है. पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. हिस्ट्रीशीटर की पत्नी बार-बार शव को अपने पति के रूप में पहचान कर रही थी. इसके चलते पुलिस को दिलशाद की पत्नी पर शक हुआ. शक होने के दौरान थाना खरखोदा पुलिस ने एक टीम गठित की. इसमें सर्विलांस टीम की मदद से हिस्ट्रीशीटर के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लेकर पल-पल की जानकारी लेनी शुरू कर दी.

करीब 3 महीने से पुलिस टीम हिस्ट्रीशीटर को वॉच कर रही थी. हिस्ट्रीशीटर के बार-बार नंबर बदलने की वजह से पुलिस को भी परेशानी होने लगी थी. एसएसपी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि हिस्ट्रीशीटर ने मुकदमों ओर कोर्ट की तारीखों से बचने के लिए अपने साथियों मुशाहिद ओर रिहान के संग मिलकर ये प्लॉनिग की थी. एसएसपी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर दिलशाद ने मुशाहिद व रिहान निवासी गाज़ियाबाद के साथ मिलकर प्लानिंग की. किसी व्यक्ति को मारकर उसका चहरा बिगाड़ दिया जाएगा ओर उसकी पहचान दिलशाद के रूप में करा दी जाएगी.

पुलिस के अनुसार, पहले आरोपियों ने गांव तोड़ी निवासी राशिद को चुना. लेकिन, राशिद के न मिलने पर हिस्ट्रीशीटर दिलशाद ने नूह हरियाणा जाकर आकाश नाम के मंदबुद्धि युवक का अपहरण कर लिया और अपने साथियों रिहान ओर मुशाहिद के साथ मिलकर उलंघन के जंगलों में छुरी से उसकी हत्या कर दी. फिर शव जंगलों में फेंक दिया. इसके बाद बड़ी चालाकी से हिस्ट्रीशीटर ने आकाश के लोअर में अपने नाम के कागजात डाल दिए, जिससे उसकी पहचान हिस्ट्रीशीटर दिलशाद के रूप में हो जाय. यही नहीं, ताबड़तोड़ चाकू से वार कर उसके चहरे को बुरी तरह बिगाड़ दिया, ताकि युवक की पहचान न की जा सके. पुलिस ने आरोपियों से हत्या में इस्तेमाल की गई छुरी भी बरामद कर ली है.

आरोपी रिहान की लोकेशन थाना खगनोर जिला खंडवा मध्यप्रदेश में मिली. एसएसपी ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना हो चुकी है. उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी कर ली है. वहीं, पुलिस ने युवक की पहचान आकाश प्रजापति केयर ऑफ शकुंतला निवासी नूह हरियाणा के रूप में की है.

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