श्रीनगर: कार सवार उत्तराखंड पुलिस के जवान ने चार बाइकों को टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना शुक्रवार 30 अगस्त देर रात की है. कार सवार पुलिसकर्मी नशे में बताया जा रहा है, जो पौड़ी पुलिस लाइन में तैनात है और 30 जुलाई 2024 से ड्यूटी से नदारत चल रहा हैं. हेड कांस्टेबल की शराब के नशे में होने की पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट में हुई है.
एसएसपी ने दिए केस दर्ज के निर्देश: वहीं इस मामले का संज्ञान लेते हुए पौड़ी एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने लापरवाही बरतने वाले हेड कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. साथ ही मामले की विस्तृत जांच की जिम्मेदारी सीओ सदर को दी गई है. इसके अलावा एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने पौड़ी कोतवाली में हेड कांस्टेबल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश भी दिए हैं.
वहीं, इस मामले में युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मोहित सिंह और ब्लाक अध्यक्ष कोट विजयदर्शन बिष्ट व चारों प्रभावित युवाओं ने एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह से मुलाकात की. कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित सिंह ने बताया कि बीती रात को करीब नौ बजे पूल्ड हाउस की ओर से तेज रफ्तार कार आ रही थी. मोहित सिंह को मुताबिक ड्राइवर कार को अचानक पैदल रास्ते पर चलाने लगा, जहां चार बाइकें खड़ी थी, जो कार की टक्कर से क्षतिग्रस्त हो गई. पैदल रास्त बहुत संकरा था, इसीलिए कार आगे नहीं बढ़ पाई.
पुलिस ने किया समझौता कराने का प्रयास: स्थानीय और प्रभावित लोग पुलिस जवान को कोतवाली पौड़ी लाए, लेकिन कोतवाली पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. बताया कि सुबह प्रभावितों को कोतवाली बुलाया गया और क्षतिपूर्ति समझौता कराया गया, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उसे स्वीकार नहीं किया.
जिलाध्यक्ष मोहित ने कहा कि पुलिस एक ओर नशे में वाहन चलाने के खिलाफ अभियान चला रही है. वहीं पुलिस के ही जवान नशे में हादसों को अंजाम दे रहे हैं. इस दौरान क्षतिग्रस्त बाइक के प्रभावित देव किशोर, मिराज, रविंद्र नेगी व नितिन कुमार ने क्षतिपूर्ति दिए जाने और पुलिस जवान के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की.
सीओ को दिए गए जांच के आदेश: घटना के बाद पुलिस ने हेड कांस्टेबल दीपक कुमार का मेडिकल कराया, जिसमें उसके शराब के नशे में होने की पुष्टि हुई है. इसके अलावा वह बीते 30 जुलाई से ड्यूटी से नदारद चल रहा है. एसएसपी ने हेड कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विस्तृत जांच सीओ सदर को सौंप आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं. साथ ही कोतवाल पौड़ी को मामले में पुलिस कार्मिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के निर्देश दे दिए गए हैं.
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