अल्मोड़ा: भिकियासैंण में मोहनरी के जंगल में रिची सड़क के नीचे गधेरे में गौवंश के कटे हुए अंग मिले थे. इस पर क्षेत्र के लोगों ने मामले की सूचना पुलिस थाने में दी. प्रशासन से भी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. पुलिस ने गौवंश हत्या मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की है. भतरौंजखान थाने में धारा 3/5/11(1) उत्तराखंड गौवंश संरक्षण अधिनियम 2007 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की है.
गौवंश हत्यारोपी पकड़े गए: साेमवार को एसएसपी देवेंद्र पींचा ने पत्रकारों से वार्ता कर बताया कि भतरौंजखान थाने में सूचना मिली कि रिची और मोहनरी रोड पर अज्ञात अभियुक्तों ने गौवंश के सिर पैर व पेट के अंदरूनी भाग काटकर फेंके हैं. इस पर थाने में मामला दर्ज किया गया. मामले की जांच के लिए तीन पुलिस टीम गठित कर जल्द खुलासा करने की बात कही. पुलिस अधीक्षक ने खुलासा करते हुए बताया कि इस संबंध में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
गौवंश हत्या में चार आरोपी गिरफ्तार: मामले में पुलिस सहित एसओजी, एलआईयू व सर्विलांस टीेमों को लगाया गया. जिसके बाद सीओ अल्मोड़ा विमल प्रसाद के नेतृत्व में भतरौजखान थानाध्यक्ष मदन मोहन जोशी व अन्य टीमों ने इन अभियुक्तों की खोज शुरू की. जिसके बाद तीन अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया. इनमें नरपतनगर रामपुर उत्तर प्रदेश हाल बधाण भतरौंजखान निवासी सलीम पुत्र जमील, दड़ियाल रामपुर उत्तर प्रदेश निवासी इसराइल पुत्र खलील एवं मुड़याकला बाजपुर उद्यमसिंह नगर निवासी इमरान पुत्र कयूम को भतरौंजखान पेट्राल पंप के पास से गिरफ्तार किया गया है.
अभियुक्तों से पूछताछ के बाद सूणी भतरौंजखान निवासी अभियुक्त हरि सिंह कड़ाकोटी उर्फ हरदा को भी पकड़ा है. उन्होंने बताया कि गौवंश हत्या के मामले में प्रयुक्त दो कुल्हाड़ी, चार छुरियां, एक नुकीली लोहे की रॉड, धार लगाने वाला पत्थर, दो रस्से बरामद हुए हैं. वहीं इस घटना में प्रयुक्त पिकअप वाहन UK04-CA-0628 को भी सीज कर दिया गया है.
गौवंश हत्या का यह था मामला: भिकियासैंण के मोहनरी के जंगल में रिची सड़क के नीचे गधेरे में वहां से जा रहे कुछ ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह खून बिखरा देखा था. वहीं गधेरे में जाकर देखा तो वहां उन्हें गौवंश के सिर सहित अनेक अंग दिखाई दिए. इसकी सूचना रिची के प्रधान मनोज पडलिया को दी. जिसके बाद मामले की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी गई. पुलिस और राजस्व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. गौवंश के अंगों को पोस्टमार्टम के लिए भिकियासैंण भेजा गया. वहीं अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया. विभिन्न संगठनों को जब मामले की जानकारी मिली तो मामला गर्मा गया. उन्होंने जल्द जांच कर गौवंश के हत्यारों की गिरफ्तारी करने की मांग की. वही इस मामले में जिलाधिकारी को भी ज्ञापन देकर मामले में कार्रवाई की मांग की थी.
हत्यारों को पकड़ने वाली टीम को पांच हजार का इनाम: पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा ने इस गौवंश जैसे जघन्य अपराध का तीन दिन में खुलासा कर दिए जाने पर पुलिस टीम की सराहना की. उन्होंने टीम को अपनी ओर पांच हजार रुपये के नकद इनाम से पुरस्कृत किया.
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