ETV Bharat / state

नामी स्कूल में बच्चे का दाखिला कराने के लिए महिला टीचर बनी फर्जी IAS, फोन कर अफसरों पर दिखाया रौब

संगम नगरी में एक महिला टीचर (Prayagraj fake female IAS) ने एक बच्चे का नामी स्कूल में दाखिला कराने का ठेका ले लिया. वह खुद को आईएएस बताकर अफसरों पर भी रौब झाड़ने लगी. पुलिस ने उसे उसके ही जाल में उलझा दिया.

ेि्प
्ि
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 28, 2024, 12:38 PM IST

प्रयागराज : नामी स्कूल में बच्चे का एडमिशन कराने के लिए एक ट्यूशन टीचर फर्जी आईएएस बन गई. उसने स्कूल को दाखिले के लिए मेल भेजा, जब कोई रिस्पांस नहीं मिला तो वह खुद को आईएएस बताकर पुलिस अफसरों पर भी रौब झाड़ने लगी. वह उनसे स्कूल पर दाखिले के लिए दबाव बनाने के लिए कह रही थी. शक होने पर पुलिस ने जांच शुरू की तो पूरी सच्चाई सामने आ गई. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर महिला को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उसने पुलिस को कई अहम जानकारियां दीं.

एक लाख रुपये में लिया था ठेका : एसीपी स्वैताभ पांडेय ने बताया कि कैंट थाना क्षेत्र में सर्किट हाउस के नजदीक रहने वाली महिला ट्यूशन पढ़ाकर घर का खर्च चलाती है. जल्दी अमीर बनने के लिए महिला नामी स्कूलों में बच्चों का दाखिला कराने का ठेका लेकर उनके अभिभावकों से सौदा करती है. महिला ने शहर के एक नामचीन स्कूल में एक बच्चे का दाखिला करवाने का ठेका एक लाख रुपये में लिया था.

स्कूल ने नहीं दिखाई गंभीरता : महिला ने एडमिशन के लिए स्कूल प्रशासन को ई-मेल के जरिए डिटेल भेजी. खुद को कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल का पीएस (पर्सनल सेक्रेटरी) आईएएस अधिकारी निधि पांडेय बताया. स्कूल ने मेल को गंभीरता से नहीं लिया. बच्चे का दाखिला न होने पर महिला टीचर खुद को आईएएस अफसर बताकर पुलिस अधिकारियों पर भी रौब गांठने लगी.

मंत्री के कार्यालय से मिली जानकारी ने खोली पोल : डीसीपी सिटी से लेकर इलाके के एसीपी और इंस्पेक्टर तक को कॉल करने लगी. महिला बच्चे के दाखिल के लिए अफसरों के माध्यम से स्कूल पर दबाब बनाना चाहती थी. लगातार कॉल आने की वजह से पुलिस अधिकारियों को महिला पर शक होने लगा. लखनऊ स्थित मंत्री के कार्यालय से जानकारी करने पर फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया.

पुलिस ने अभिभावकों को थाने बुलाया : पुलिस ने महिला को पकड़ने के लिए जाल बुना. फोन पर बातचीत में महिला टीचर से पुलिस ने बच्चे के एडमिशन के लिए अभिभावकों को थाने भेजने के लिए कहा. बच्चे के माता-पिता सिविल लाइंस थाने पहुंचे तो पूछताछ में उन्होंने आरोपी महिला के बारे में सब बता दिया.

पहले भी खेल कर चुकी है महिला : पुलिस ने दबिश देकर नकली आईएएस अफसर को गिरफ्तार कर लिया. उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया. पुलिस की पूछताछ में महिला ने बताया कि उसका नाम डॉ. नैना सैमुअल है. वह ट्यूशन पढ़ाती है. उसने एडमिशन के नाम पर एक लाख रुपये लिए थे.

महिला ने बताया कि वह कई सालों से इसी तरीके के अलग-अलग स्कूलों में ठेका लेकर बच्चों का दाखिला करवा चुकी है. महिला ने यह भी बताया कि वह पति से अलग रहती है. अमीरों जैसा दिखने के लिए इस तरह से भी पैसा कमा लेती थी.

यह भी पढ़ें : रेलयात्री ध्यान दें, गोमतीनगर-छपरा कचहरी समेत कई ट्रेनें निरस्त, कई रेलगाड़ियों के रूट में बदलाव, पढ़िए डिटेल

प्रयागराज : नामी स्कूल में बच्चे का एडमिशन कराने के लिए एक ट्यूशन टीचर फर्जी आईएएस बन गई. उसने स्कूल को दाखिले के लिए मेल भेजा, जब कोई रिस्पांस नहीं मिला तो वह खुद को आईएएस बताकर पुलिस अफसरों पर भी रौब झाड़ने लगी. वह उनसे स्कूल पर दाखिले के लिए दबाव बनाने के लिए कह रही थी. शक होने पर पुलिस ने जांच शुरू की तो पूरी सच्चाई सामने आ गई. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर महिला को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उसने पुलिस को कई अहम जानकारियां दीं.

एक लाख रुपये में लिया था ठेका : एसीपी स्वैताभ पांडेय ने बताया कि कैंट थाना क्षेत्र में सर्किट हाउस के नजदीक रहने वाली महिला ट्यूशन पढ़ाकर घर का खर्च चलाती है. जल्दी अमीर बनने के लिए महिला नामी स्कूलों में बच्चों का दाखिला कराने का ठेका लेकर उनके अभिभावकों से सौदा करती है. महिला ने शहर के एक नामचीन स्कूल में एक बच्चे का दाखिला करवाने का ठेका एक लाख रुपये में लिया था.

स्कूल ने नहीं दिखाई गंभीरता : महिला ने एडमिशन के लिए स्कूल प्रशासन को ई-मेल के जरिए डिटेल भेजी. खुद को कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल का पीएस (पर्सनल सेक्रेटरी) आईएएस अधिकारी निधि पांडेय बताया. स्कूल ने मेल को गंभीरता से नहीं लिया. बच्चे का दाखिला न होने पर महिला टीचर खुद को आईएएस अफसर बताकर पुलिस अधिकारियों पर भी रौब गांठने लगी.

मंत्री के कार्यालय से मिली जानकारी ने खोली पोल : डीसीपी सिटी से लेकर इलाके के एसीपी और इंस्पेक्टर तक को कॉल करने लगी. महिला बच्चे के दाखिल के लिए अफसरों के माध्यम से स्कूल पर दबाब बनाना चाहती थी. लगातार कॉल आने की वजह से पुलिस अधिकारियों को महिला पर शक होने लगा. लखनऊ स्थित मंत्री के कार्यालय से जानकारी करने पर फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया.

पुलिस ने अभिभावकों को थाने बुलाया : पुलिस ने महिला को पकड़ने के लिए जाल बुना. फोन पर बातचीत में महिला टीचर से पुलिस ने बच्चे के एडमिशन के लिए अभिभावकों को थाने भेजने के लिए कहा. बच्चे के माता-पिता सिविल लाइंस थाने पहुंचे तो पूछताछ में उन्होंने आरोपी महिला के बारे में सब बता दिया.

पहले भी खेल कर चुकी है महिला : पुलिस ने दबिश देकर नकली आईएएस अफसर को गिरफ्तार कर लिया. उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया. पुलिस की पूछताछ में महिला ने बताया कि उसका नाम डॉ. नैना सैमुअल है. वह ट्यूशन पढ़ाती है. उसने एडमिशन के नाम पर एक लाख रुपये लिए थे.

महिला ने बताया कि वह कई सालों से इसी तरीके के अलग-अलग स्कूलों में ठेका लेकर बच्चों का दाखिला करवा चुकी है. महिला ने यह भी बताया कि वह पति से अलग रहती है. अमीरों जैसा दिखने के लिए इस तरह से भी पैसा कमा लेती थी.

यह भी पढ़ें : रेलयात्री ध्यान दें, गोमतीनगर-छपरा कचहरी समेत कई ट्रेनें निरस्त, कई रेलगाड़ियों के रूट में बदलाव, पढ़िए डिटेल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.