आगरा : ताजनगरी के सिकंदरा थाना क्षेत्र में यूपीएसआईडीसी मार्ग स्थित मंगलम आधार अपार्टमेंट में शुक्रवार देर रात पुलिस दबिश के दौरान अधिवक्ता सुनील शर्मा की आठवीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई. सुनील शर्मा युवा अधिवक्ता संघ के संरक्षक थे. न्यू आगरा थाना पुलिस ने अधिवक्ता के खिलाफ बंधक बनाकर बैनामा कराने के दर्ज मुकदमे में वांछित होने के चलते दबिश दी थी. अधिवक्ता की पुलिस दबिश में मौत से पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है. डीसीपी सिटी सूरज राय का कहना है कि पुलिस से बचने के लिए अधिवक्ता दूसरे फ्लैट में छिप गए थे. इस दौरान गिरने से उनकी मौत हो गई. फिलहाल जांच की जा रही है. सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं. वहीं हंगामे की आशंका से शुक्रवार रात से ही पुलिस अलर्ट है. वहीं वकीलों ने घटना का विरोध जताया है. सोमवार से धरना देने की चेतावनी दी गई है. वहीं घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. इसमें अधिवक्ता नीचे गिरते नजर आ रहे हैं. पुलिस वीडियो की जांच कर रही है. वहीं मामले में कुल 10 पुलिकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
देर रात अधिवक्ता के परिजनों की तहरीर पर 12 नामजद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. इसमें जमीन के मुकदमे का वादी मनोज कुमार भी शामिल है. पुलिस कमिश्नर जे रविंद्र गौड़ ने दबिश देने गए एसओ न्यू आगरा राजीव कुमार और चौकी प्रभारी दयालबाग अनुराग सिंह को निलंबित कर दिया. इसके बाद परिजन ने अधिवक्ता के पंचनामा और पोस्टमार्टम कराने की सहमति दी. इस बारे में डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि अधिवक्ता सुनील शर्मा की पत्नी सुनीता शर्मा की तहरीर पर दबिश देने गई पुलिस टीम में शामिल थाना प्रभारी न्यू आगरा राजीव कुमार और चौकी प्रभारी दयालबाग अनुराग सिंह सहित दस पुलिसकर्मी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया है.
अधिवक्ता संघ के संरक्षक अधिवक्ता सुनील शर्मा और उनकी पत्नी सुनीता शर्मा मंगलम आधार अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 801 में करीब एक महीने से रह रहे हैं. शुक्रवार रात करीब 10:45 बजे एक गाड़ी से 7-8 पुलिसकर्मी अपार्टमेंट पर पहुंचे. तीन दारोगा के साथ एक महिला पुलिसकर्मी और एक बिना वर्दी में था. पुलिसकर्मियों ने फ्लैट नंबर 801 में जाने के लिए रजिस्टर में एंट्री की.
इसके बाद सभी अपार्टमेंट की सीढ़ियों की तरफ चले गए. पुलिस के पहुंचने के कुछ देर बाद ही किसी के गिरने की आवाज आई. इस पर अपार्टमेंट के भूतल पर टहल रहे लोगों ने गेट पर मौजूद सिक्योरिटी गार्ड को बताया. गार्ड दौड़कर पहुंचे तो फलैट नंबर 802 की भूतल पर अधिवक्ता सुनील शर्मा गिरे थे. सिक्योरिटी गार्ड के शोर मचाने पर मौके पर काफी लोग जमा हो गए. इस पर पुलिसकर्मी गाड़ी में बैठकर जाने लगे तो लोगों ने पुलिसकर्मियों को रोक लिया. इसके बाद पुलिसकर्मी लहूलुहान अधिवक्ता को गाड़ी में रखकर एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी पहुंचे. यहां चिकित्सक ने अधिवक्ता को मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने देखे सीसीटीवी फुटेज : डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पुलिस दबिश देने गई थी. तभी अधिवक्ता की गिरने से मौत हुई है. आशंका है कि अधिवक्ता छिपने के लिए फ्लैट संख्या 802 में गए. फ्लैट खाली है और उसमें निर्माण कार्य चल रहा है. इसलिए वे नीचे गिरे. इससे उनकी मौत हो गई. पूरे मामले की जांच की जा रही है. इस बारे में अपार्टमेंट सहित अन्य लोगों के बयान लिए गए हैं.
सीसीटीवी केमरों के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं. वहीं अधिवक्ता की पत्नी सुनीता शर्मा के अनुसार मैं दवा खाकर सो रही थीं. तभी आवाज आने लगी. नींद से जागी तो पुलिसकर्मी दरवाजा तोड़कर अंदर घुस आए थे. वे तलाशी ले रहे थे. पति वहां पर नहीं थे. इसके बाद पुलिस चली गई. कुछ देर बाद गार्ड ने पति के गिरने की सूचना दी.
वहीं घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. इसमें अधिवक्ता आठवीं मंजिल से नीचे गिरते नजर आ रहे हैं. पुलिस इस वीडियो की जांच कर रही है.
वकीलों ने किया हंगामा : अधिवक्ता सुनील शर्मा की मौत के बाद शनिवार दोपहर आगरा दीवानी में अधिवक्ताओं ने पहले बैठक की. इसमें पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए. अधिवक्ताओं ने कार्य से विरत रहने का ऐलान किया. कहा कि पुलिस के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो सोमवार को धरना प्रदर्शन देंगे. अधिवक्ताओं ने हंगामा भी किया.
अधिवक्ताओं ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए गए. दीवानी के गेट पर पुलिस और अधिवक्ताओं की झड़प हुई. अधिवक्ताओं का आरोप है कि पुलिस की दबिश और मनमानी से एक अधिवक्ता की जान गई है. अधिवक्ताओं ने ज्ञापन दिया.
अपहरण के बाद जमीन का जबरन बैनामा कराने पर हुआ था मुकदमा : डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि 2 फरवरी 2024 को मुकदमा केके नगर, अमर वाटिका निवासी मनोज कुमार शर्मा ने न्यू आगरा थाना में अधिवक्ता सुनील कुमार शर्मा और युवा अधिवक्ता संघ के मंडल अध्यक्ष नितिन वर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी से जमीन कब्जा, अपहरण और जबरन बैनामा करवाने का मुकदमा दर्ज कराया गया था. पांच लोग नामजद हैं.
आरोप है कि 31 जनवरी 2024 की सुबह दीवानी के बाहर वादी मनोज कुमार का आरोपियों ने अपहरण किया. लॉयर्स कॉलोनी के एक तीन मंजिला फ्लैट में ले जाकर उमेश जोशी ने रिवाल्वर तान दी और बिजली के तार से गला घोटने की कोशिश की. उनके स्टांप पेपर पर दस्तखत कराए. इस दौरान राम उपाध्याय व उनका बेटा भी मौजूद था.
डेढ़ घंटे बाद दोबारा उनसे कुछ कागजात पर जबरन हस्ताक्षर करवा कर उसकी भावना एस्टेट पर 1107 गज जमीन सुनील शर्मा ने अपने नाम करवाई. इसी मुकदमे में पुलिस को सुनील शर्मा की तलाश थी. हालांकि, अधिवक्ता ने वादी मनोज कुमार शर्मा पर बकाया भुगतान नहीं लौटाने का आरोप लगाया था. मुकदमा दर्ज कराने वाला वकील का रिश्तेदार बताया जा रहा है.
अधिवक्त्ताओं में आक्रोश, सोमवार से धरना : अधिवक्ताओं ने घटना का विरोध जताया है. जनमंच के बैनर तले जुटे वकीलों ने जुलूस निकाल पुलिस-प्रशासन का पुतला फूंका. इस दौरान वकीलों की पुलिस से खींचतान हुई. वहीं पुतला दहन के दौरान जनमंच के अध्यक्ष हुए घायल हो गए. वकीलों ने कहा कि सुनील शर्मा के मौत के जिम्मेदार पुलिस कर्मियों को बर्खास्त कर जेल भेजा जाए. वकीलों ने सोमवार से धरना देने की चेतावनी दी है. वकीलों ने अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करने की भी मांग उठाई.
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