झांसीः झांसी में एक 58 वर्षीय रेलकर्मी ने 32 साल की महिला से लव मैरिज कर ली. शादी के एक साल बाद कागजों पर उसने पत्नी और बच्चों को अपना लिया. इसके बाद उसकी मौत हो गई. परिजनों को जैसे ही इसकी खबर मिली तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार रुकवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
झांसी के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के रहने वाला प्रमोद कुमार पचलोंगिया (58 वर्ष) रेलवे वर्कशॉप में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत थे. शनिवार सुबह उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. घर पर अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी. सूचना मिलते ही मृतक के परिजन उसके घर पहुंचे. परिजनों ने पत्नी पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल किया. पुलिस की मदद से अंतिम संस्कार को रुकवाया गया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
भांजे नरेंद्र ने बताया है कि मामा प्रमोद कुमार ने एक महिला और दो बच्चों को दो दिन पहले ही कागजों में पत्नी और बच्चों के रूप में स्वीकारा था. तब तक वह स्वस्थ थे. शनिवार सुबह अचानक फोन आया कि प्रमोद की मौत हो गई. सूचना पर पहुंचे तो अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी. पत्नी ने बताया कि वह बीमार थे और उनकी मौत बीमारी से हुई है. दो दिन पहले ही वह मामा से मिला था, तब वह स्वस्थ थे. ऐसे में अचानक उनकी मौत कैसे हो गई.
बड़े भाई सुरेश का कहना है कि भाई प्रमोद पहले एक दूसरी महिला के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहता था. कुछ समय बाद उनकी पड़ोस के मोहल्ले की महिला से दोस्ती हो गई. करीब एक साल पहले दोनों ने ओरछा और आर्य समाज मंदिर में जाकर शादी कर ली थी. महिला अपने बच्चों के साथ उनके भाई के साथ रहने लगी थी. वहीं सुरेश ने आरोप लगाया है कि जब से भाई ने इस महिला से शादी की तब ही से दोनों में अक्सर झगड़ा होता था. आस पास के लोगों उनको बताया की भाई की मौत से पहले वाली रात भी उनका झगड़ा हुआ. उन्हें शक है कि उसके भाई प्रमोद की संपत्ति की लालच में हत्या हुई है और वह इंसाफ चाहते हैं.
पत्नी बोली, शराब पीकर करता था मारपीट
मृतक प्रमोद की पत्नी का कहना है कि प्रमोद से उसकी तीसरी शादी थी. इससे पहले उसकी शादी खुशीपुरा में वर्ष 2009 में हुई थी. बच्चे न होने के कारण पति से तलाक हो गया था. तलाक होने के बाद 2018 में उसने मेरठ निवासी व्यक्ति से दूसरी शादी की थी जिससे दो बच्चे हैं. कोविड काल में उसके पति की मौत हो गई. इसके बाद वह अपने बच्चों को लेकर मायके जाकर रहने लगी. इसी दौरान बैंक में उसकी मुलाकात प्रमोद से हुई. दोनो के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ तो जानकारी हुई कि प्रमोद अविवाहित है. प्रमोद भी पत्नी के लिए महिला की तलाश कर रहा था. धीरे-धीरे दोनों में प्यार हो गया और दोनों ने शादी करने का फैसला किया. दोनों ने आर्य समाज मंदिर व ओरक्षा में जाकर शादी कर ली. इसके बाद दोनों साथ रहने लगे. प्रमोद शराब पीकर उससे मारपीट करने लगा. एक रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई.
वहीं, प्रमोद के परिजनों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा. थाना प्रेमनगर प्रभारी शिव कुमार राठौर का कहना है की परिजनों के द्वारा सूचना दी गई थी. उनका आरोप था कि पत्नी ने उनके भाई की हत्या की है. मौके पर काफी बवाल भी हुआ था. शिकायत पर मृतक के अंतिम संस्कार रुकवा कर मौत का कारण जानने के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.