बाड़मेर. जिले के शिव विधायक और लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी को शनिवार को Rohit Godara Kapurisar नाम के फेसबुक अकाउंट से जान से मारने की धमकी मिली है. वहीं, भाटी समर्थकों ने एसपी को ज्ञापन सौंप कर रविंद्र सिंह की सुरक्षा की मांग की है.
दरअसल, रोहित गोदारा कपुरीसर नाम की फेसबुक आईडी से रविंद्र भाटी को मिली जान से मारने की धमकी के बाद भाटी समर्थक काफी चिंतित नजर आ रहे हैं. समर्थकों ने शनिवार शाम को बाड़मेर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर रविंद्र सिंह भाटी को सुरक्षा देने की मांग की है. इस विषय पर राजस्थानी में बोलते हुए रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि 'म्हारी सुरक्षा हाफे, म्हारी डोकरी कर से', यानी मेरी सुरक्षा भगवान करेंगे.
यह मिली धमकी : रोहित गोदारा कपुरीसर नाम की आईडी से धमकी दी गई है कि "मैं रविन्द्र सिंह भाटी को स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि अगर इसी तरह उचलने की कोशिश की तो वह दिन दूर नहीं होगा कि लोग कहेंगे एक और राजपूत सितारा चला गया. इस पोस्ट में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा गया है कि हम तो चुनाव से पहले ही बहुत कुछ बदल सकते थे, लेकिन मेरे लोगों में उम्मेदाराम बेनीवाल जी के कांग्रेस में जाने की निराशाजनक स्थिति के कारण ही रविन्द्र सिंह भाटी इस लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी रह पाया, वरना हमने तो बड़े-बड़ों को भी कई बार नहीं, अनेकों बार पैरों के नीचे रखा है.
पोस्ट में आगे लिखा है कि हमको नहीं तो कोई चुनाव लड़ना है और न कोई सत्ता का शौक है. आगे लिखा है कि हम चाहते हैं कि हमारी कौम के ऊपर कोई गलत नजरिए से देखने की हिम्मत भी नहीं करे. जिसने जाटों और बिश्नोईयों के ऊपर अनर्गल बातें बोली वो आज इस दूनिया में नहीं है और अब आप सही मार्ग चुनें. इसके अलावा एक और पोस्ट में लिखा है कि चुनाव परिणाम कुछ भी हो, लेकिन रविन्द्र सिंह भाटी थोड़े दिनों का ही मेहमान है, अगर समय रहते नहीं सुधरा तो.
भाटी सर्थकों ने की सुरक्षा की मांग : ज्ञापन देने आए भाटी के समर्थक भूपत सिंह इंद्राई ने बताया कि आज रविंद्र सिंह भाटी बालोतरा में धरना दे रहे थे. इस दौरान सोशल मीडिया पर कमेंट के जरिए रोहित गोदारा नाम कपुरीसर की आईडी से जान से मारे की धमकी दी गई है. दादा सुखदेव सिंह की तरह जान से मारने की धमकी दी है और उसके नीचे कई तरह से कमेंट आ रहे थे.
उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है, क्योंकि ऐसी ही पोस्ट दादा सुखदेव सिंह के समय की गई थी, लेकिन पुलिस ने उसे गंभीरता से नहीं लिया था. वहीं, पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर रविंद्र सिंह भाटी को सुरक्षा देने साथ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. एक और समर्थक ने बताया कि भाटी को जान से मारने की धमकी देने वाले और सामाजिक तत्वों के कार्रवाई कर भाटी को सुरक्षा दी जाए.