पटना: बिहार के जेलों में बंद कई अपराधी वहीं से अपना कारोबार चलाते हैं और रंगदारी की उगाही भी करते हैं. ऐसे कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं. इसी कड़ी में एक और बड़ा मामला बेऊर जेल से सामने आया है.
जेल से दो लाख की मांगी थी रंगदारी: दरअसल, जिले के बेला थाना क्षेत्र के एक मोबाइल दुकानदार से बदमाशों ने दो लाख रुपया बतौर रंगदारी मांगी थी. जिसके बाद दुकानदार ने 25 हजार रुपया यूपीआई के माध्यम से भेज दिया था. वही, मामले में थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
गर्लफ्रेंड को पुलिस ने पकड़ा: कांड के सफल खुलासा के लिए एएसपी नगर अवधेश सरोज दीक्षित के नेतृत्व में एक टीम गठित किया गया. गठित टीम ने जांच शुरू की. इसी क्रम में पुलिस ने गूगल पे के अकाउंट को खंगाला. वह अकाउंट पटना सिटी की रहने वाली एक महिला का था, जिसके बाद पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी की, जहां से उक्त महिला को गिरफ्तार किया गया.
महिला के पति है चाय की दुकान : गिरफ्तार महिला ने पुलिस को बताया कि वह शादीशुदा है. उसकी उम्र 40 वर्ष है. उसके दो बच्चे हैं. दोनो बेटे हैं. उसका पति पटनासिटी में ही चाय की दुकान चलाते हैं. उतने में उसका खर्च नहीं चल रहा था.
"मेरा प्रेमी जेल में बंद था. उसी ने रंगदारी मांगने का प्लान बनाया था. जिसके बाद मैं भी गैंग में शामिल हुई. नहीं पता है कि गैंग में कितने लोग शामिल हैं."- गिरफ्तार महिला
वैशाली में जमीन खरदीने का दिया था लालच: महिला ने पुलिस को बताया कि उसे वैशाली में जमीन देने का झांसा दिया गया था. उसके प्रेमी ने कहा था कि साथ में रहो. रंगदारी के पैसे लाओ. कुछ पैसे तुम्हे भी दूंगा. इसके अलावा, वैशाली में कहीं महंगी जमीन खरीद दूंगा. वह तुम्हारे नाम पर होगा.
गांव में ही रहता था प्रेमी, खेत में हुई थी मुलाकात: उसने पुलिस को बताया कि बेऊर जेल में बंद प्रेमी के संपर्क में लंबे समय से है. उसे 2014- 15 में जेल हुई थी. जेल जाने से पहले उससे मुलाकात हुई थी. वह गांव में ही रहता था. खेत में काम करने के दौरान दोनों की मुलाकात हुई. दोनों अक्सर गांव में ही मिला करते थे. इसी बीच दोनो की नजदीकियां बढ़ गई और दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे.
लूट और हत्या के मामले में है बंद: मामले में एएसपी ने बताया कि शातिर लूट और हत्या मामले में जेल में बंद है. उसका आपराधिक इतिहास निकाला जा रहा है. कोर्ट से ऑर्डर मिलने के बाद पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा. ताकि, उससे पूछताछ की जा सके. उसके गिरोह में और कौन कौन से लोग शामिल हैं, यह भी जांच होगी.
"जांच में पता चला है कि उक्त शातिर पहले भी कई बार महिला के अकाउंट में पैसा मंगवा चुका है. जब वह कोर्ट में आता था, तब वो कैश निकालकर पैसा उसे दे देती थी. उस महिला के खाते की भी जांच की जा रही है. उस खाते का मोबाइल नंबर की जांच की गई. जांच में पता चला कि वह मोबाइल नंबर महिला के बेटे के नाम पर है. हालांकि, बेटे की भूमिका की जांच की गई. वह निर्दोष है."- एएसपी
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