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यूपी में डिलीवरी ब्वाय क्यों टारगेट पर? जानिए छोटी-छोटी खुशी के लिए युवा कैसे क्राइम की दुनिया में रख रहे कदम - Crime Against Delivery Boy

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 2 hours ago

अधिकांश युवा अपराध अपने शौक को पूरा करने के लिए करते हैं. डिलीवरी ब्वाय की हत्या भी सिर्फ महंगा मोबाइल रखने के लिए ही हुई. युवाओं का ये शौक अपने आसपास के लोगों को देखकर हिलोरे मारता है. लेकिन, ऐसा नहीं है कि ये युवा अचानक कोई बड़ा अपराध कर बैठते हैं. ये सबसे पहले अपने घर में परिजनों को ही शिकार बनाते हैं लेकिन, सब कुछ जान कर मां-बाप अनदेखा कर देते हैं जिसका नतीजा उन्हें बल मिलता है और फिर बड़े अपराध करने लगते हैं.

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यूपी में डिलीवरी ब्वाय क्यों टारगेट पर. (Photo Credit; ETV Bharat)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फ्लिपकार्ट से दो महंगे मोबाइल आर्डर किए गए. पेमेंट मोड कैश ऑन डिलीवरी चुना गया. जब डिलीवरी ब्वाय आर्डर देने पहुंचा तो 2 लड़कों ने सामान लूटकर डिलीवरी वाले की हत्या कर दी.

यह कोई पहली घटना नहीं है जब महंगे मोबाइल फोन, कपड़ों और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लालच में युवाओं ने डिलीवरी ब्वाय के साथ अपराध किया हो. आधुनिकता और दिखावे के इस नए दौर में युवाओं के अपराध की दुनिया में एंट्री करने पर बुद्धजीवी चिंतित हैं.

लखनऊ के चिनहट इलाके में 24 सितम्बर को फ्लिपकार्ट कंपनी में डिलीवरी ब्वाय भरत प्रजापति दो महंगे मोबाइल की डिलीवरी देने देवा रोड गया था. आर्डर कैश ऑन डिलीवरी का था, लिहाजा वह जैसे ही कस्टमर हिमांशु कनौजिया के पास ऑर्डर लेकर पहुंचा तो उसने पैकेट रिसीव कराकर पैसों की डिमांड की. लेकिन हिमांशु ने पैसे देने से इंकार किया और डिलीवरी ब्वाय भरत की हत्या कर दी. इसमें उसका साथ उसके अन्य दो दोस्तों ने दिया था.

आरोपी हिमांशु ने भरत से सामान लूट कर उसे मारने के बाद उसके शव को घर में अगले पांच घंटे घर रखा, फिर उसके शव को उसी बैग में भर दिया जिसमे भरत डिलीवरी के प्रोडक्ट लेकर पहुंचा था. इसके बाद जब रात को हिमांशु और उसके दोस्त घटनास्थल से 10 किलोमीटर दूर गए और शव को इंदिरानहर में फेंक दिया. हिमांशु को ये नहीं मालूम था कि डिलीवरी कंपनी में उसका नम्बर और एड्रेस सेव रहता है. उसी के सहारे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

दूसरे के घर पर प्रोडक्ट मंगवाया, फिर हो गया फरार: भरत की ही तरह सैकड़ों डिलीवरी ब्वाय रोजाना इस तरह के अपराध का शिकार हो रहे हैं. फरवरी 2024 को विकास नाम का डिलीवरी ब्वाय गोमती नगर विस्तार में 76 हजार की कीमत का एक मोबाइल फोन डिलीवरी करने पहुंचा था. ऑर्डर कैश ऑन डिलीवरी का था. एड्रेस पर लड़का पहले से ही मौजूद था, उसने ऑर्डर रिसीव किया और पैसे लाने के अंदर चला गया.

काफी देर तक कस्टमर के बाहर न आने पर जब डिलीवरी ब्वाय ने घर की बेल बजाई तो अंदर से आए एक व्यक्ति ने बताया कि वहां उसके अलावा कोई अन्य रहता ही नहीं है. पीड़ित ने गोमती नगर विस्तार में FIR तो दर्ज करवा दी लेकिन उसे मोबाइल के 76 हजार रुपये खुद से भरने पड़े.

लड़की ने डिलीवरी बॉय को लगाई चपत: उन्नाव में एक गर्ल हॉस्टल के बाहर डिलीवरी ब्वाय 9 हजार के कपड़े डिलीवरी देने गया. वहां मौजूद एक लड़की ने ऑर्डर रिसीव किया और कई बार UPI से पेमेंट फेल होने की बात कहकर वह हॉस्टल के अंदर चली गई. इसके बाद वह वापस ही नहीं आई. काफी जांच के बाद पता चला कि वह हॉस्टल के पीछे वाले गेट से फरार हो गई. पीड़ित डिलीवरी ब्वाय ने जिले की दही चौकी थाने में मुकदमा दर्ज कराया.

बाल संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. सुचिता चतुर्वेदी कहती हैं कि, उनके पास कई ऐसे केस आते हैं, जिनमें नई उम्र के युवा फैशन, स्टेट्स को ऊंचा करने के लिए कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार रहते है. युवाओं से अधिक उनके मा-बाप को सतर्क रहना चाहिए लेकिन, आज के दौर में ऐसा नहीं है. युवा भटक कर अपराध कर रहे हैं. आयोग कई स्वयंसेवी संगठनों की मदद से युवाओं को जागरूक कर रहा है. उनकी काउंसलिंग करते हैं ताकि वो दिखावे के चक्कर में अपराध का हाथ न थामे.

युवा स्टेट्स बढ़ाने के लिए घर से शुरू करता है अपराध: अपर पुलिस उपायुक्त मनीषा सिंह के मुताबिक अधिकांश युवा अपराध अपने शौक को पूरा करने के लिए करते हैं. डिलीवरी ब्वाय की हत्या भी सिर्फ महंगा मोबाइल रखने के लिए ही हुई. युवाओं का ये शौक अपने आसपास के लोगों को देखकर हिलोरे मारता है. लेकिन, ऐसा नहीं है कि ये युवा अचानक कोई बड़ा अपराध कर बैठते हैं.

कई युवा अपराधियों की प्रोफाइल की जांच करने पर पता चलता है कि ये सबसे पहले अपने घर में परिजनों को ही शिकार बनाते हैं लेकिन, सब कुछ जान कर मां-बाप अनदेखा कर देते हैं जिसका नतीजा उन्हें बल मिलता है और फिर बड़े अपराध करने लगते हैं.

डिलीवरी ब्वाय के पास हो मिनी या बॉडी कैमरा: पुलिस अधिकारी ने बताया कि हम कोरियर कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ समय-समय पर बैठके करते हैं. उनसे कहा जाता है कि डिलीवरी ब्वाय की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है. ऐसे में कोशिश करें कि जो डिलीवरी ब्वाय कैश ऑन डिलीवरी प्रोडक्ट लेकर जा रहा हो उसके पास मिनी या बॉडी कैमरा हो. एक कोरियर कंपनी के संचालक राहुल मल्होत्रा ने बताया कि बीते कुछ समय में हुई घटनाओं को देखते हुए हमने अपने कुछ डिलीवरी ब्वाय को कैमरेयुक्त हेलमेट दिए हैं.

ये भी पढ़ेंः लखनऊ डिलीवरी ब्वाय हत्याकाण्ड; दूसरी जगह बुलाकर आरोपियों ने चार्जर के तार से घोंटा था गला, 5 घंटे तक शव के साथ बिताया

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फ्लिपकार्ट से दो महंगे मोबाइल आर्डर किए गए. पेमेंट मोड कैश ऑन डिलीवरी चुना गया. जब डिलीवरी ब्वाय आर्डर देने पहुंचा तो 2 लड़कों ने सामान लूटकर डिलीवरी वाले की हत्या कर दी.

यह कोई पहली घटना नहीं है जब महंगे मोबाइल फोन, कपड़ों और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लालच में युवाओं ने डिलीवरी ब्वाय के साथ अपराध किया हो. आधुनिकता और दिखावे के इस नए दौर में युवाओं के अपराध की दुनिया में एंट्री करने पर बुद्धजीवी चिंतित हैं.

लखनऊ के चिनहट इलाके में 24 सितम्बर को फ्लिपकार्ट कंपनी में डिलीवरी ब्वाय भरत प्रजापति दो महंगे मोबाइल की डिलीवरी देने देवा रोड गया था. आर्डर कैश ऑन डिलीवरी का था, लिहाजा वह जैसे ही कस्टमर हिमांशु कनौजिया के पास ऑर्डर लेकर पहुंचा तो उसने पैकेट रिसीव कराकर पैसों की डिमांड की. लेकिन हिमांशु ने पैसे देने से इंकार किया और डिलीवरी ब्वाय भरत की हत्या कर दी. इसमें उसका साथ उसके अन्य दो दोस्तों ने दिया था.

आरोपी हिमांशु ने भरत से सामान लूट कर उसे मारने के बाद उसके शव को घर में अगले पांच घंटे घर रखा, फिर उसके शव को उसी बैग में भर दिया जिसमे भरत डिलीवरी के प्रोडक्ट लेकर पहुंचा था. इसके बाद जब रात को हिमांशु और उसके दोस्त घटनास्थल से 10 किलोमीटर दूर गए और शव को इंदिरानहर में फेंक दिया. हिमांशु को ये नहीं मालूम था कि डिलीवरी कंपनी में उसका नम्बर और एड्रेस सेव रहता है. उसी के सहारे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

दूसरे के घर पर प्रोडक्ट मंगवाया, फिर हो गया फरार: भरत की ही तरह सैकड़ों डिलीवरी ब्वाय रोजाना इस तरह के अपराध का शिकार हो रहे हैं. फरवरी 2024 को विकास नाम का डिलीवरी ब्वाय गोमती नगर विस्तार में 76 हजार की कीमत का एक मोबाइल फोन डिलीवरी करने पहुंचा था. ऑर्डर कैश ऑन डिलीवरी का था. एड्रेस पर लड़का पहले से ही मौजूद था, उसने ऑर्डर रिसीव किया और पैसे लाने के अंदर चला गया.

काफी देर तक कस्टमर के बाहर न आने पर जब डिलीवरी ब्वाय ने घर की बेल बजाई तो अंदर से आए एक व्यक्ति ने बताया कि वहां उसके अलावा कोई अन्य रहता ही नहीं है. पीड़ित ने गोमती नगर विस्तार में FIR तो दर्ज करवा दी लेकिन उसे मोबाइल के 76 हजार रुपये खुद से भरने पड़े.

लड़की ने डिलीवरी बॉय को लगाई चपत: उन्नाव में एक गर्ल हॉस्टल के बाहर डिलीवरी ब्वाय 9 हजार के कपड़े डिलीवरी देने गया. वहां मौजूद एक लड़की ने ऑर्डर रिसीव किया और कई बार UPI से पेमेंट फेल होने की बात कहकर वह हॉस्टल के अंदर चली गई. इसके बाद वह वापस ही नहीं आई. काफी जांच के बाद पता चला कि वह हॉस्टल के पीछे वाले गेट से फरार हो गई. पीड़ित डिलीवरी ब्वाय ने जिले की दही चौकी थाने में मुकदमा दर्ज कराया.

बाल संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. सुचिता चतुर्वेदी कहती हैं कि, उनके पास कई ऐसे केस आते हैं, जिनमें नई उम्र के युवा फैशन, स्टेट्स को ऊंचा करने के लिए कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार रहते है. युवाओं से अधिक उनके मा-बाप को सतर्क रहना चाहिए लेकिन, आज के दौर में ऐसा नहीं है. युवा भटक कर अपराध कर रहे हैं. आयोग कई स्वयंसेवी संगठनों की मदद से युवाओं को जागरूक कर रहा है. उनकी काउंसलिंग करते हैं ताकि वो दिखावे के चक्कर में अपराध का हाथ न थामे.

युवा स्टेट्स बढ़ाने के लिए घर से शुरू करता है अपराध: अपर पुलिस उपायुक्त मनीषा सिंह के मुताबिक अधिकांश युवा अपराध अपने शौक को पूरा करने के लिए करते हैं. डिलीवरी ब्वाय की हत्या भी सिर्फ महंगा मोबाइल रखने के लिए ही हुई. युवाओं का ये शौक अपने आसपास के लोगों को देखकर हिलोरे मारता है. लेकिन, ऐसा नहीं है कि ये युवा अचानक कोई बड़ा अपराध कर बैठते हैं.

कई युवा अपराधियों की प्रोफाइल की जांच करने पर पता चलता है कि ये सबसे पहले अपने घर में परिजनों को ही शिकार बनाते हैं लेकिन, सब कुछ जान कर मां-बाप अनदेखा कर देते हैं जिसका नतीजा उन्हें बल मिलता है और फिर बड़े अपराध करने लगते हैं.

डिलीवरी ब्वाय के पास हो मिनी या बॉडी कैमरा: पुलिस अधिकारी ने बताया कि हम कोरियर कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ समय-समय पर बैठके करते हैं. उनसे कहा जाता है कि डिलीवरी ब्वाय की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है. ऐसे में कोशिश करें कि जो डिलीवरी ब्वाय कैश ऑन डिलीवरी प्रोडक्ट लेकर जा रहा हो उसके पास मिनी या बॉडी कैमरा हो. एक कोरियर कंपनी के संचालक राहुल मल्होत्रा ने बताया कि बीते कुछ समय में हुई घटनाओं को देखते हुए हमने अपने कुछ डिलीवरी ब्वाय को कैमरेयुक्त हेलमेट दिए हैं.

ये भी पढ़ेंः लखनऊ डिलीवरी ब्वाय हत्याकाण्ड; दूसरी जगह बुलाकर आरोपियों ने चार्जर के तार से घोंटा था गला, 5 घंटे तक शव के साथ बिताया

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