रायबरेली : जिले में सरेनी क्षेत्र के अंतर्गत रालपुर शमशान घाट बाढ़ की चपेट में आने से ध्वस्त हो गया है. श्मशान घाट के ध्वस्त होने से दाह संस्कार करने में लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. बाढ़ की वजह से श्मशान घाट पर लगा हैंडपंप भी पूरी तरह से जलमग्न हो गया है.
जानकारी के मुताबिक, सरेनी क्षेत्र के रालपुर में गंगा नदी किनारे श्मशान घाट बना हुआ है. गंगा नदी में आई बाढ़ की चपेट में आने की वजह से श्मशान घाट ध्वस्त हो चुका है. जिसकी वजह से दाह संस्कार करने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि घाट को जाने वाला मार्ग पहले से ही परेशानी का सबब बना था, किंतु अब दाह संस्कार करने वाले लोगों के लिए ध्वस्त श्मशान घाट परेशानी बन चुका है. अब न शमशान घाट का मार्ग रहा, और न ही शमशान घाट बचा है. लोगों का कहना है कि श्मशान घाट में लगाई गईं सीमेंट की चादरें नदी में समा गई हैं. दिन पर दिन पानी का स्तर बढ़ता ही जा रहा है.
मामले की जानकारी तहसीलदार लालगंज मंजुला मिश्रा एवं क्षेत्रीय लेखपाल आलोक कुमार को लगी तो मौके पर पहुंचे और निरीक्षण किया. श्मशान घाट मार्ग खराब होने की वजह से अधिकारियों को गाड़ी लगभग 500 मीटर पहले छोड़ना पड़ा और पैदल ही चलकर ध्वस्त श्मशान घाट को देखने आना पड़ा.
लालगंज उपजिलाधिकारी नवदीप शुक्ला ने बताया कि गंगा का जल स्तर बढ़ने से श्मशान घाट के किनारे की मिट्टी खिसक गई थी. जिससे कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है. एहतियात के तौर पर लोगों को दाह संस्कार करने से रोका गया है. मौके पर तहसीलदार के साथ टीम भेजी गई थी. उन्होंने मौके का मुआयना किया है. जैसे ही गंगा का जलस्तर कम होगा, श्मशान घाट को दुरुस्त करवा दिया जाएगा.