पटना: बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. भाकपा माले के विधायकों ने आज सदन के बाहर जमकर हंगामा किया और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी की. माले विधायकों का आरोप है कि उनके विधायक मनोज मंजिल को जानबूझकर हत्या के केस में फंसाया गया है.
सदन के बाहर भाकपा माले का हंगामा: भाकपा माले के विधायकों का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने साजिश के तहत दलितों के नेता मनोज मंजिल को हत्या के केस में फंसा कर जेल भेजने का काम किया है. उन्होंने कहा कि इस मामले को सदन के अंदर भी पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा. सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं की गई, तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा.
BJP पर मनोज मंजिल को फंसाने का आरोप: इस दौरान भाकपा माले विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि विधायक मनोज मंजिल को जानबूझकर झूठे केस में फंसाया गया है. सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाई जाएगी. उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही पहल नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
"आज हम लोग सदन के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. सदन के अंदर भी हम लोग आवाज उठाने की कोशिश करेंगे कि किस तरह से साजिश के तहत हमारे नेता मनोज मंजिल को जेल भेजा गया है. अगर इस मामले पर सरकार संज्ञान नहीं लेती है तो निश्चित तौर पर हम लोग पूरे बिहार में आंदोलन करेंगे."- संदीप सौरभ, विधायक, भाकपा माले
आनंद मोहन की रिहाई पर साधा निशाना: संदीप सौरभ ने कहा कि एक तरफ बिहार में डीएम के हत्या के मामले में जो आरोपी हैं, उन्हें पैरोल पर छोड़ दिया जाता है तो दूसरी तरफ दलितों के लिए लगातार काम करने वाले भाकपा माले विधायक मनोज मंजिल को साजिश के तहत हत्या के झूठे केस में फंसा कर जेल भेज दिया जाता है. यह कहां की राजनीति है.
मनोज मंजिल पर हत्या का आरोप: दरअसल भाकपा माले विधायक मनोज मंजिल समेत 23 दोषियों को हत्या के जुर्म में उम्रकैद की सजा हुई है. सभी पर कोर्ट ने जुर्माना भी लगाया है. भोजपुर कोर्ट के बाहर विधायक समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है. 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान जेपी सिंह नाम के शख्स की हत्या के मामले में कोर्ट ने ये उम्रकैद की सजा सुनाई है.
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