देवघर: झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार समाप्त हो गया है. इसके बाद देवघर में भी नेताओं का आना अब लगभग बंद हो गया है. चुनाव प्रचार समाप्त होने से पहले सीपीआई (एम) पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात सोमवार को देवघर पहुंचीं. जहां उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी जो एक नारा दे रही है वो शब्द सही नहीं है.
वृंदा करात ने कहा कि जिस तरह से गलत शब्द का उपयोग किया जा रहा है, इस पर इलेक्शन कमीशन को संज्ञान लेना चाहिए लेकिन आयोग नींद में सोया हुआ है. क्योंकि इलेक्शन कमीशन भी भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहा है. 20 नवंबर को होने वाले मतदान में भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस हार रही है. इसीलिए भाजपा वाले विभाजन की बात कर रहे हैं.
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 13 नवंबर को हुए मतदान में भी भाजपा को करारी हार मिलेगी. इसलिए भारतीय जनता पार्टी के नेता अनाप-शनाप बयान देते नजर आ रहे हैं. बीजेपी के विभाजन वाले बयान को देखते हुए सीपीआई (एम) इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर एनडीए को हराने में जुटी हुई है. इस चुनाव में कुल 9 सीटों पर सीपीआई (एम) अपना कैंडिडेट उतारा है. इसके अलावा अन्य सीटों पर गठबंधन के प्रत्याशियों को जीतने के लिए सीपीआई (एम) साथ में काम करेगी.
वहीं वृंदा करात ने कहा कि संथाल क्षेत्र में आदिवासियों की जमीन भारतीय जनता पार्टी के मित्र जबरदस्ती कब्जा कर रहे हैं. अडानी और अंबानी जैसे लोग आदिवासियों की जमीन को लूट रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी बांग्लादेशी घुसपैठ का नाम देकर लोगों को दिग्भ्रमित कर रही है. वृंदा करात ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में दिए गए भाषण पर भी आपत्ति जताई है.
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