पटना: बिहार के प्रख्यात चिकित्सक और भाजपा के वरिष्ठ नेता सीपी ठाकुर को पद्म भूषण सम्मान मिला है. केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर औपचारिक तौर से इसका ऐलान कर दिया है. सरकार की घोषणा के बाद से भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है.
सीपी ठाकुर पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित: 92 साल के डॉक्टर सीपी ठाकुर चिकित्सा जगत के जाना-माना चेहरा हैं. उन्हें चिकित्सा के क्षेत्र में अहम योगदान देने के लिए इस सम्मान से नवाजा गया है. सीपी ठाकुर भाजपा के कद्दावर नेताओं में भी शामिल हैं. डॉक्टर सीपी ठाकुर को कालाजार पर शोध के लिए पहले भी सम्मानित किया जा चुका है.
केंद्रीय मंत्री के पद पर भी योगदान: डॉक्टर सीपी ठाकुर ने पटना मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री ली है. सीपी ठाकुर 1999 से लेकर 2004 तक केंद्रीय मंत्री रहें. उन्हें स्वास्थ्य मंत्री बनने का मौका मिला. साथ ही वे राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं. वहीं उन्हें भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहने का गौरव भी हासिल हुआ है.
गणतंत्र दिवस पर पद्म सम्मान: बता दें कि गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति ने 106 पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी थी. इनमें 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री शामिल हैं. बिहार की 7 विभूतियों को पद्म सम्मान मिला है. इसमें सुलभ आंदोलन के जनक स्व. डॉ बिदेश्वर पाठक को पद्म विभूषण और चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए डॉ सीपी ठाकुर को पद्म भूषण पुरस्कार दिया गया है.
बिहार के इन लोगों को भी मिला सम्मान: वहीं पत्रकारिता में अहम योगदान के लिए सुरेंद्र किशोर को पद्मश्री सम्मान मिला है. इसके अलावा दरभंगा घराने के ध्रुपद गायक रामकुमार मल्लिक को, टिकुली चित्रकार अशोक कुमार विश्वास को, मिथिला लोक चित्रकला के लिए मधुबनी जिले के लहेरियागंज के रहने वाले पति-पत्नी शिवम पासवान और शांति देवी पासवान को पद्मश्री दिया गया है.