नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: जारचा थाना क्षेत्र के गिरर्जापुर खंडेरा गांव में गौशाला में गोवंश की मौत को लेकर गोरक्षकों ने जोरदार हंगामा किया. गोरक्षकों ने आरोप लगाया कि यहां पर एक दर्जन से ज्यादा गोवंश की मौत हो चुकी है जिसके अवशेष गौशाला से कुछ दूर जंगल में पड़े हुए मिले हैं. गौशाला में गोवंश की मौत की सूचना के बाद प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और मामले की पड़ताल शुरू कर दी.
दादरी एसडीएम का कहना है कि केवल दो गोवंशों की मौत हुई थी जबकि गोरक्षों का कहना है कि उन्होंने मौके से चार गोवंश का संस्कार किया है. इससे पहले भी कई गोवंश को दफनाया जा चुका है जिनके अवशेष बाहर पड़े हुए मिले हैं. अभी तक गोवंश की मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हो पाई है. ऐसी आशंका है कि भूख-प्यास की वजह से गायों की मौत हुई है.
गौशाला में गोवंशो की मौत के बाद गोरक्षों के हंगामे के चलते प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम दादरी, एसीपी दो ग्रेटर नोएडा, तहसीलदार व थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. जिसके बाद अधिकारी मामले की जांच पड़ताल में जुट गए. पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी की टीम भी गौशाला में जांच के लिए पहुंची और गायों के शवों का पोस्टमार्टम किया. गोरक्षकों ने दादरी एसडीएम से मामले की शिकायत की है. उन्होंने मामले की जांच करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर गोरक्षकों ने दादरी तहसील में धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.
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दादरी एसडीएम अनुज नेहरा का कहना है कि शनिवार को जारचा थाना क्षेत्र व दादरी तहसील के गिरर्जापुर खंडेरा गांव में गोवंश के अवशेष और बीमार गायों की सूचना मिली थी. सूचना पर प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची तो पाया गया कि वहां पर कुछ दिन पहले दो गोवंशों बीमारी के कारण मृत्यु हो गई थी जिनको जमीन में दफना दिया गया था. लेकिन बारिश होने के कारण मिट्टी नीचे बैठ गई और अवशेष जमीन के ऊपर दिखाई देने लगे. जिसको लेकर गोरक्षों ने वहां पर हंगामा शुरू कर दिया. गोरक्षकों की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है. बता दें कि सरकार की तरफ से हर महीने गौशाला को गायों की देखने के लिए लाखों रुपये दिए जाते हैं.
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