झालावाड़. जिले में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत में लम्बित पारिवारिक प्रकरणों का निस्तारण किया गया. इस दौरान न्यायाधीश दीपक दुबे ने एक-दूसरे से अलग रहे दम्पतियों के बीच मतभेदों को भूलाकर उन्हें फिर से सुखी दांपत्य जीने की समझाइश की. वहीं पिडावा तहसील के कोटडा जेतमाल निवासी गोविंद मेघवाल एवं उसकी पत्नी प्रेमबाई के बीच सुलह हो गई. दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहना कर फिर से साथ में सुखी वैवाहिक जीवन जीने का वादा किया. दोनों करीब डेढ़ साल से अलग रह रहे थे.
इस सकारात्मक पहल के बाद पति-पत्नी के जोड़े ने न्यायाधीश के सामने एक-दूसरे को फूलों की माला पहनाकर मुंह मीठा कराया. वहीं भविष्य में कभी ना अलग होने की कसम खाई. इधर एक-दूसरे से मिलकर दोनों काफी खुश दिखाई दिए. ये नजारा देख लोक अदालत में मौजूद उनके परिजनों की आंखों में आंसू छलक आए. प्रेम बाई के अधिवक्ता फिरोज अहमद ने बताया कि गोविंद मेघवाल तथा उनकी पत्नी प्रेम भाई करीब डेढ़ साल से आपसी अनबन के चलते एक-दूसरे से अलग रह रहे थे. उनका पांच साल का बच्चा भी है.
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पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश दीपक दुबे ने आज दोनों के बीच सुलह कराई. बाद में दोनों के बीच जो गीले-शिकवे थे, वे दूर हो गए. प्रेमबाई मानसरोवर जयपुर स्थित नीरजा मोदी स्कूल में चतुर्थ कर्मचारी का काम कर रही थी. लोक अदालत में सुलह के बाद दोनों ने एक-दूसरे की ओर मुस्कुराहट भरी नजरों से देखा. पति-पत्नी के जोड़े के फिर से मिलने पर सारा वातारण खुशनुमा हो गया. इस दौरान सभी के चेहरे खिल गए. बाद में न्यायाधीश ने दोनों को सुखी वैवाहिक जीवन जीने के लिए विदा किया.