कुरुक्षेत्र : हरियाणा के कुरुक्षेत्र के रण में कौन मैदान मार रहा है, इसकी पिक्चर अब से थोड़ी देर बाद क्लियर हो जाएगी. कुरुक्षेत्र में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है.
कुरुक्षेत्र की टक्कर में कौन ? : कुरुक्षेत्र से कुल 31 उम्मीदवार 'रण' में है. कांग्रेस छोड़कर पिछले दिनों बीजेपी में शामिल होने वाले उद्योगपति नवीन जिंदल को बीजेपी ने कुरुक्षेत्र से मैदान में उतारा है. वहीं कुरुक्षेत्र सीट कांग्रेस ने इंडी गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के लिए छोड़ दी थी जिसके बाद AAP ने यहां से सुशील गुप्ता को मैदान में उतारा है. वहीं इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने पार्टी के प्रधान महासचिव और ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला को कुरुक्षेत्र के रण में उतारा है, जिसके बाद मुकाबला काफी ज्यादा दिलचस्प हो गया है. वहीं जेजेपी ने पालाराम सैनी को कुरुक्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है.
कुरुक्षेत्र लोकसभा में वोटिंग : कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में अगर इस बार की वोटिंग की बात करें तो यहां पर इस बार 67.01 % मतदान हुआ है. वहीं अगर मतदाताओं को बात करें तो यहां पर कुल 17,89,531 मतदाता हैं. इनमें पुरुष वोटर्स की तादाद 9,38,514 है, जबकि 8,50,994 महिला वोटर्स हैं. वहीं 23 थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं.
कुरुक्षेत्र लोकसभा का जातिगत समीकरण : कुरुक्षेत्र लोकसभा के जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां करीब 15% जाट मतदाता हैं, जिनकी संख्या कुरुक्षेत्र लोकसभा में सबसे ज्यादा है और इनका कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर सीधा असर है. वही 4% जाट सिख मतदाता है. इनके बाद ब्राह्मण और सैनी जाति के 8-8% वोट है. इनके बाद पंजाबी समुदाय के कुरुक्षेत्र लोकसभा में 6% वोट है. अग्रवाल समाज का कुरुक्षेत्र लोकसभा में 5 प्रतिशत वोट है. इनके बाद रोड जाति का यहां पर 3% वोट है. मुस्लिम और ईसाई समुदाय के यहां पर 0.5% वोट है. जबकि राजपूत समुदाय का करीब 2 प्रतिशत वोट है. कश्यप समाज का यहां पर 3% वोट है. वहीं, गुर्जर समाज का भी यहां पर 3 प्रतिशत वोट है. वाल्मीकि समाज का 7% वोट है. बाजीगर समुदाय का 2 फीसदी वोट, अन्य वोट बाकि जातियों के हैं.
कुरुक्षेत्र लोकसभा में विधानसभा : कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में 3 जिले आते हैं और 9 विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें कुरुक्षेत्र जिले से थानेसर विधानसभा, शाहाबाद विधानसभा, पेहोवा विधानसभा और लाडवा विधानसभा शामिल है. वहीं कैथल जिले से कैथल विधानसभा, गुहला विधानसभा, कलायत विधानसभा और पुंडरी विधानसभा शामिल है. इसके साथ ही यमुनानगर जिले से रादौर विधानसभा कुरुक्षेत्र लोकसभा में आती है. मौजूदा हालात में 4 विधानसभा सीटों पर बीजेपी, 2 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस, 2 सीटों पर जेजेपी और 1 सीट पर निर्दलीय काबिज़ है.
कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट का इतिहास: अगर कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट के इतिहास की बात की जाए तो पहले ये सीट शुरुआत में कैथल लोकसभा सीट थी. 1977 में ये सीट पहली बार अस्तित्व में आई थी. साल 2004 और 2009 के चुनाव में यहां से नवीन जिंदल ने जीत हासिल की थी. वहीं 2014 के चुनाव में बीजेपी के राजकुमार सैनी को यहां से जीत हासिल हुई थी. तब से ये सीट बीजेपी की झोली में ही है.
2019 के लोकसभा चुनाव में क्या हुआ : 2019 के लोक सभा चुनाव में कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट पर 78.1 फ़ीसदी वोटिंग हुई थी. कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर 2019 चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नायब सैनी ने जीत हासिल की थी, उन्होंने 56.12% वोट हासिल किए थे, जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी निर्मल सिंह रहे थे जिन्हें 24.78% मत प्राप्त हुए थे, तीसरे नंबर पर बीएसपी पार्टी के प्रत्याशी शशि रहे थे जिन्हें 6.16% वोट मिला था और चौथे नंबर पर जननायक जनता पार्टी के प्रत्याशी जय भगवान रहे थे जिन्हें 5. 58% वोट मिला था. वहीं पांचवें नंबर पर इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी के प्रत्याशी अर्जुन सिंह चौटाला रहे थे जिनको 4.95% मत प्राप्त हुए थे.
2024 में कौन मारेगा बाजी ?: कुरुक्षेत्र में बीजेपी और INDI गठबंधन के AAP प्रत्याशी के बीच ही सीधी टक्कर है. लेकिन इनेलो के अभय सिंह चौटाला के मैदान में उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय बन चुका है. ऐसे में देखना होगा कि कुरुक्षेत्र का रण कौन जीत पाता है.
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