जशपुर: जशपुर के आस्ता थाना क्षेत्र में धर्मांतरण का विवाद गहराता जा रहा है. यहां धर्मांतरण मामले की जांच के लिए बीजेपी की पांच सदस्यीय टीम ने बुधवार को क्षेत्र का दौरा किया. इस जांच टीम की अगुवाई शिवरतन शर्मा ने की. उन्हें बीजेपी ने इस जांच टीम का संयोजक बनाया है. इस जांच दल में शिवरतन शर्मा के अलावा विधायक रेणुका सिंह, रायगढ़ के सांसद राधेश्याम राठिया और विधायक गोमती साय भी हैं. मृतक के परिवार से बात कर जांच टीम ने वस्तु स्थिति को समझने की कोशिश की. मतांतरण के इस मामले में जांच टीम ने प्रशासन से बात की है. जशपुर के एसडीएम ओमकार यादव,मनोरा के तहसीलदार राहुल कौशिक और आस्ता के थाना प्रभारी संतोष तिवारी से जानकारी मांगी गई है.
हिंदू रीति से अंतिम संस्कार की मांग: इस केस में मृतक के परिवार वालों ने बताया कि उनके बेटे के शव को ईसाई रीति से दफनाया गया है. इसलिए उसके शव को निकालकर हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कराया जाए. मृतक की बहन ने बताया कि उसके भाई की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई थी. हमने अपने भाई का हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कराने की मांग की थी लेकिन इसमें मृतक की पत्नी और बेटे ने फैसला लिया. धर्मांतरण की वजह से उसका ईसाई रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कर दिया गया.
हमने हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार की मांग की थी लेकिन परिवार के लोग नहीं माने. उनकी पत्नी और बेटे ने मेरे भाई का ईसाई धर्म के तहत अंतिम संस्कार कर दिया. इसके बाद हिंदू और मतांतरितों के बीच विवाद की स्थिति बनी थी: मृतक की बहन
इस मामले को लेकर आस्ता थाना के साथ कलेक्टर और एसपी को भी आवेदन दिया था. अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. हमारे समाज में भी शव को दफनाने की परंपरा है. लेकिन इसमें सनातन रीतियों का पालन किया जाता है. इस केस में ऐसा नहीं हुआ है.: भल साय, भुईहर समाज के अध्यक्ष
इस घटना में केस दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है. हमें इसकी जानकारी बहुत बाद में लगी: संतोष तिवारी, थाना प्रभारी, आस्ता
जिनकी मौत हुई है उनका विवाह हिंदू रीति रिवाज से उसके घर में संपन्न हुआ था. बाद में उसका मतांतरण कराया गया. माता,पिता और बहन की मंशा के अनुरूप राजेंद्र का अंतिम संस्कार होना चाहिए: शिव रतन शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष और जांच दल संयोजक, बीजेपी
अब देखना होगा कि इस केस में प्रशासन की क्या रिपोर्ट आती है. बीजेपी की जांच रिपोर्ट के बाद इस मामले पर सियासत और बढ़ सकती है.