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अंबेडकर की मूर्ति स्थापना को लेकर विवाद: ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव, दो पुलिसकर्मी घायल, कई सरकारी गाड़ियां क्षतिग्रस्त - हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली

हापुड़ में (Ambedkar statue in Hapur) अंबेडकर की मूर्ति को रखने को लेकर विवाद हो गया. सूचना पर पहुंची के समझाने के दौरान विवाद इतना बढ़ गया कि पथराव शुरू हो गया.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 5, 2024, 5:04 PM IST

हापुड़ एसपी अभिषेक वर्मा ने दी जानकारी

हापुड़ : जनपद के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र में स्थित ग्राम गालंद में अंबेडकर की मूर्ति स्थापना को लेकर विवाद हो गया. जिसमें पुलिस और स्थानीय लोग आमने-सामने आ गए. बिना अनुमति मूर्ति लगाने को लेकर पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों में टकराव हो गया. इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया. जिसमें 2 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने पथराव में पुलिस की दो सरकारी गाड़ियों सहित पांच वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए.

अनुमति नहीं मिलने के बाद भी लगाई जा रही थी प्रतिमा : ग्रामीणों की मानें तो काफी दिन पहले गांव के मोहल्ला गालंद में एक भवन में बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर अनुमति की मांग की गई थी. लेकिन, अब तक उस पर अनुमति नहीं दी गई. इसके बाद ग्रामीणों ने एकमत होकर मूर्ति स्थापना करने का निर्णय किया. जिसके बाद सोमवार देर रात मूर्ति की स्थापना की जाने लगी. जिसकी सूचना पुलिस प्रशासन को लगी. मौके पर स्थानीय पुलिस ने पहुंचकर लोगों को समझने का प्रयास किया. लेकिन, आक्रोशित लोग कुछ भी समझने के लिए तैयार नहीं थे. इसके बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और लोगों को रोकने का प्रयास करने लगा. ग्रामीणों का आरोप है कि मौके पर पहुंची पुलिस ने एक भवन पर मौजूद महिलाओं के साथ अभद्रता और मारपीट करनी शुरू कर दी. इसी दौरान आक्रोशित लोगों ने मौके पर पहुंची पुलिस पर हमला और पथराव कर दिया. पथराव में दो पुलिसकर्मी गौरव और सतीश गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं, मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों के तीन निजी वाहन, क्षेत्राधिकारी पिलखुवा की सरकारी गाड़ी और पिलखुवा कोतवाली की सरकारी गाड़ी सहित कुल पांच वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. रात भर चले इस हंगामे के दौरान पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए स्थिति को काबू में किया और पुलिस द्वारा इस मामले में 37 नामजद और करीब 60-70 अज्ञात महिला व पुरुषों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया. पुलिस ने करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है. जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही है.

नारेबाजी व पुलिस टीम पर पथराव : हापुड़ एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि पिलखुवा के ग्राम गालंद से सूचना आई कि वहां पर एक भवन में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को बिना अनुमति के लगाने का प्रयास किया जा रहा था. सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. टीम द्वारा लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा था. इसी बीच किसी व्यक्ति द्वारा पीछे से नारेबाजी की गई और पुलिस टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया गया. पुलिस टीम पर काफी देर तक पथराव किया गया. मामले की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई. जिसके बाद कई थानों की पुलिस व अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया. फिलहाल, वहां शांति व्यवस्था कायम है. मौके पर पुलिस बल के साथ-साथ पीएसी की भी एक टुकड़ी तैनात की गई है. कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. मौके पर वीडियोग्राफी फुटेज आदि के आधार पर हंगामा करने वालों की पहचान की जा रही है और प्रकरण में सख्त कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें : अंबेडकर प्रतिमा तोड़ने पर भड़की भीम आर्मी, जमकर काटा बवाल

यह भी पढ़ें : अराजकतत्वों ने आंबेडकर की मूर्ति को किया खंडित, ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस तैनात

हापुड़ एसपी अभिषेक वर्मा ने दी जानकारी

हापुड़ : जनपद के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र में स्थित ग्राम गालंद में अंबेडकर की मूर्ति स्थापना को लेकर विवाद हो गया. जिसमें पुलिस और स्थानीय लोग आमने-सामने आ गए. बिना अनुमति मूर्ति लगाने को लेकर पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों में टकराव हो गया. इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया. जिसमें 2 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने पथराव में पुलिस की दो सरकारी गाड़ियों सहित पांच वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए.

अनुमति नहीं मिलने के बाद भी लगाई जा रही थी प्रतिमा : ग्रामीणों की मानें तो काफी दिन पहले गांव के मोहल्ला गालंद में एक भवन में बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर अनुमति की मांग की गई थी. लेकिन, अब तक उस पर अनुमति नहीं दी गई. इसके बाद ग्रामीणों ने एकमत होकर मूर्ति स्थापना करने का निर्णय किया. जिसके बाद सोमवार देर रात मूर्ति की स्थापना की जाने लगी. जिसकी सूचना पुलिस प्रशासन को लगी. मौके पर स्थानीय पुलिस ने पहुंचकर लोगों को समझने का प्रयास किया. लेकिन, आक्रोशित लोग कुछ भी समझने के लिए तैयार नहीं थे. इसके बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और लोगों को रोकने का प्रयास करने लगा. ग्रामीणों का आरोप है कि मौके पर पहुंची पुलिस ने एक भवन पर मौजूद महिलाओं के साथ अभद्रता और मारपीट करनी शुरू कर दी. इसी दौरान आक्रोशित लोगों ने मौके पर पहुंची पुलिस पर हमला और पथराव कर दिया. पथराव में दो पुलिसकर्मी गौरव और सतीश गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं, मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों के तीन निजी वाहन, क्षेत्राधिकारी पिलखुवा की सरकारी गाड़ी और पिलखुवा कोतवाली की सरकारी गाड़ी सहित कुल पांच वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. रात भर चले इस हंगामे के दौरान पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए स्थिति को काबू में किया और पुलिस द्वारा इस मामले में 37 नामजद और करीब 60-70 अज्ञात महिला व पुरुषों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया. पुलिस ने करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है. जिनसे पुलिस पूछताछ कर रही है.

नारेबाजी व पुलिस टीम पर पथराव : हापुड़ एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि पिलखुवा के ग्राम गालंद से सूचना आई कि वहां पर एक भवन में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को बिना अनुमति के लगाने का प्रयास किया जा रहा था. सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. टीम द्वारा लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा था. इसी बीच किसी व्यक्ति द्वारा पीछे से नारेबाजी की गई और पुलिस टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया गया. पुलिस टीम पर काफी देर तक पथराव किया गया. मामले की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई. जिसके बाद कई थानों की पुलिस व अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया. फिलहाल, वहां शांति व्यवस्था कायम है. मौके पर पुलिस बल के साथ-साथ पीएसी की भी एक टुकड़ी तैनात की गई है. कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. मौके पर वीडियोग्राफी फुटेज आदि के आधार पर हंगामा करने वालों की पहचान की जा रही है और प्रकरण में सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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