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'सावित्रीबाई फुले हैं विद्या की देवी, शिक्षा में सरस्वती का क्या योगदान ?'...विवाद में दोनों पक्षों ने दर्ज कराया मामला

राजस्थान में बारां जिले के ग्राम लकड़ाई में गणतंत्र दिवस पर मां सरस्वती की तस्वीर नहीं रखने की बात पर उठा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. अब इस मामले में थाने में तीन मामले दर्ज हुए है. मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक को सौंपी गई है.

baran school Controversy
दोनों पक्षों ने दर्ज कराया मामला
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 28, 2024, 1:52 PM IST

Updated : Jan 28, 2024, 2:11 PM IST

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो...

बारां. नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम लकड़ाई में गणतंत्र दिवस पर मां सरस्वती की तस्वीर नहीं लगाने को लेकर हुए विवाद में दोनों पक्षों की ओर से मामला दर्ज करवाया गया है. बैरवा समाज की ओर से भी ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है. वहीं, विद्यालय के स्टाफ हंसराज सेन ने शिक्षिका के खिलाफ शिकायत दी है. पुलिस सभी मामलों की जांच कर रही है.

थानाधिकारी देवकरण चौधरी ने कहा कि शिक्षिका की ओर से दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान गांव के हंसराज नागर, राधेश्याम नागर, भरत नागर, किशन नागर के साथ अन्य सदस्य और विद्यालय स्टाफ के हंसराज सेन और भूपेंद्र सेन ने सरस्वती पूजा को लेकर उनको प्रताड़ित किया. साथ ही, गांव के लोगों ने भी उन्हें जातिसूचक शब्दों से प्रताड़ित किया. थानाधिकारी ने बताया कि शिक्षिका की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है, जिसकी जांच पुलिस उपाधीक्षक की ओर से की जाएगी.

ग्रामीण बोले- धार्मिक भावनाएं हुई आहत : वहीं, दूसरे पक्ष लकड़ाई निवासी हंसराज नागर, फूलसिंह गुर्जर, राधेश्याम नागर और चंद्र गुर्जर ने रिपोर्ट देकर बताया कि विद्यालय में गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अध्यापिका हेमलता बैरवा ने शिक्षा की देवी मां सरस्वती की तस्वीर हटाकर उनके बारे में अपमानजनक टिप्पणी की, जिनसे हमारी धार्मिक और राष्ट्रीय भावनाएं आहत हुई है. साथ ही शिक्षिका हेमलता के साथ हजारीलाल बैरवा, नवल बैरवा सहित अन्य 2 भाई और लालचंद बैरवा, नवल बैरवा, रामदेव, नरेंद्र सहित अन्य 20-25 लोगों, परिवारजनों और समाज विशेष के लोगों ने गाली-गलौज कर उन्हें धमकाया.

इसे भी पढ़ें : शिक्षिका बोली- सरस्वती का शिक्षा में क्या योगदान ? तस्वीर नहीं लगाऊंगी, यहां जानिए पूरा मामला

पुलिस के अनुसार ग्रामीणों की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर भी मामला दर्ज कर लिया गया है. इस पक्ष की जांच शाहबाद पुलिस उपाधीक्षक की ओर से की जाएगी. मामले को लेकर विद्यालय स्टाफ के हंसराज सेन की ओर से दी गई रिपोर्ट पर भी जांच की जा रही है.

ये था मामला : दरअसल, बारां जिले के लकड़ाई स्कूल में शिक्षिका हेमलता बैरवा ने गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान पूजा के लिए अंबेडकर और सावित्री बाई फुले की तस्वीर को रख दिया, लेकिन मां सरस्वती की तस्वीर को दरकिनार किया. इस पर आक्रोशित ग्रामीणों ने इस बात का विरोध किया और मां सरस्वती की तस्वीर को महापुरुषों के साथ रखने की जिद्द की.

इस पर महिला वायरल वीडियो में मां सरस्वती को विद्या की देवी न बताकर सावित्री बाई फुले को विद्या की देवी बता रही है. साथ ही शिक्षिका वीडियो में कहती नजर आ रही है कि सरस्वती का शिक्षा के क्षेत्र में क्या योगदान है ?. इस घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है.

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो...

बारां. नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम लकड़ाई में गणतंत्र दिवस पर मां सरस्वती की तस्वीर नहीं लगाने को लेकर हुए विवाद में दोनों पक्षों की ओर से मामला दर्ज करवाया गया है. बैरवा समाज की ओर से भी ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है. वहीं, विद्यालय के स्टाफ हंसराज सेन ने शिक्षिका के खिलाफ शिकायत दी है. पुलिस सभी मामलों की जांच कर रही है.

थानाधिकारी देवकरण चौधरी ने कहा कि शिक्षिका की ओर से दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान गांव के हंसराज नागर, राधेश्याम नागर, भरत नागर, किशन नागर के साथ अन्य सदस्य और विद्यालय स्टाफ के हंसराज सेन और भूपेंद्र सेन ने सरस्वती पूजा को लेकर उनको प्रताड़ित किया. साथ ही, गांव के लोगों ने भी उन्हें जातिसूचक शब्दों से प्रताड़ित किया. थानाधिकारी ने बताया कि शिक्षिका की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है, जिसकी जांच पुलिस उपाधीक्षक की ओर से की जाएगी.

ग्रामीण बोले- धार्मिक भावनाएं हुई आहत : वहीं, दूसरे पक्ष लकड़ाई निवासी हंसराज नागर, फूलसिंह गुर्जर, राधेश्याम नागर और चंद्र गुर्जर ने रिपोर्ट देकर बताया कि विद्यालय में गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अध्यापिका हेमलता बैरवा ने शिक्षा की देवी मां सरस्वती की तस्वीर हटाकर उनके बारे में अपमानजनक टिप्पणी की, जिनसे हमारी धार्मिक और राष्ट्रीय भावनाएं आहत हुई है. साथ ही शिक्षिका हेमलता के साथ हजारीलाल बैरवा, नवल बैरवा सहित अन्य 2 भाई और लालचंद बैरवा, नवल बैरवा, रामदेव, नरेंद्र सहित अन्य 20-25 लोगों, परिवारजनों और समाज विशेष के लोगों ने गाली-गलौज कर उन्हें धमकाया.

इसे भी पढ़ें : शिक्षिका बोली- सरस्वती का शिक्षा में क्या योगदान ? तस्वीर नहीं लगाऊंगी, यहां जानिए पूरा मामला

पुलिस के अनुसार ग्रामीणों की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर भी मामला दर्ज कर लिया गया है. इस पक्ष की जांच शाहबाद पुलिस उपाधीक्षक की ओर से की जाएगी. मामले को लेकर विद्यालय स्टाफ के हंसराज सेन की ओर से दी गई रिपोर्ट पर भी जांच की जा रही है.

ये था मामला : दरअसल, बारां जिले के लकड़ाई स्कूल में शिक्षिका हेमलता बैरवा ने गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान पूजा के लिए अंबेडकर और सावित्री बाई फुले की तस्वीर को रख दिया, लेकिन मां सरस्वती की तस्वीर को दरकिनार किया. इस पर आक्रोशित ग्रामीणों ने इस बात का विरोध किया और मां सरस्वती की तस्वीर को महापुरुषों के साथ रखने की जिद्द की.

इस पर महिला वायरल वीडियो में मां सरस्वती को विद्या की देवी न बताकर सावित्री बाई फुले को विद्या की देवी बता रही है. साथ ही शिक्षिका वीडियो में कहती नजर आ रही है कि सरस्वती का शिक्षा के क्षेत्र में क्या योगदान है ?. इस घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है.

Last Updated : Jan 28, 2024, 2:11 PM IST
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