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गया में आधी आबादी को मिली चुनाव की कमान, पहली बार पूरी तरह से महिला अधिकारी और कर्मियों के जिम्मे होगा कंट्रोल रूम - Lok Sabha Election 2024 - LOK SABHA ELECTION 2024

Gaya Lok Sabha Seat: लोकसभा चुनाव को लेकर गया में सभी तैयारी पूरी की जा रही है. यहां 19 अप्रैल से पहले चरण में मतदान होना है. इसके लिए कंट्रोल रूम को पूरी तरह से महिला अधिकारी और कर्मियों के हवाले कर दिया गया है. ये लोगों को जानकारी देने के साथ शिकायतों का निष्पादन करेंगी. आगे पढ़ें पूरी खबर.

गया में लोकसभा चुनाव
गया में लोकसभा चुनाव
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 17, 2024, 9:24 AM IST

गया में महिलाओं के कंधे पर लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी

गया: बिहार के गया लोकसभा क्षेत्र के चुनाव के लिए मतदान 19 अप्रैल को होना है. इसे लेकर जिला प्रशासन के द्वारा चुनाव से संबंधित तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस क्रम में पहली बार गया में चुनाव में कंट्रोल रूम सिर्फ महिला पदाधिकारी और कर्मियों के जिम्मे होगा. गया समाहरणालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है. चुनाव में वोटिंग की जानकारी, मतदान समेत शिकायतों की जानकारी लेना और उसका निष्पादन कराना काफी मुश्किल भरा काम होता है. इसके लिए इस बार एक नई पहल की गई है.

पहली बार महिलाएं संभाल रहीं कंट्रोल रूम: इस बार गया में यह काम सिर्फ महिला पदाधिकारी और कर्मी ही करेंगी. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय की मीटिंग हॉल में बनाए गए कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. डीएम ने खुद वहां बैठकर कार्यों की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि पहली बार मतदान से संबंधित बूथ की जानकारी संकलित करने का काम महिला पदाधिकारी व महिला कर्मी के कंधों पर सौंपा गया है.

"इस बार कंट्रोल रूम महिलाओं के जिम्मे रहेगा. 19 अप्रैल को लोकतंत्र के महापर्व की पूरी तैयारी कर ली गई है. पोलिंग पार्टियों बुधवार को रवाना होनी शुरू हो जाएंगी. सभी पोलिंग पार्टी को डिस्पैच सेंटर से ईवीएम 18 अप्रैल को प्राप्त कराया जाएगा."-डॉ. त्यागराजन एसएम, निर्वाची पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी, गया

नौ विधानसभा की जिम्मेदारी महिलाओं के जिम्मे: गया जिले के सभी नौ विधानसभा को लेकर एक-एक वरीय महिला पदाधिकारी, एक-एक महिला पदाधिकारी, तीन-तीन महिला कर्मी के अलावा विधानसभा वार 5-5 महिला पदाधिकारी-कर्मी को नियुक्त किया गया है. डॉ त्यागराजन एसएम ने कहा कि पूरी तरह से महिलाओं द्वारा यह कंट्रोल रूम संचालित किया जाएगा. पहली बार यह विशेष पहल हुई है. जिस तरह महिला मतदान केंद्र बनाया जाता है, उस तरह महिलाओ द्वारा संचालित कंट्रोल रूम बनाया गया है और सभी काफी अच्छे तरीके से काम कर रहे हैं. उम्मीद जताई कि 20 अप्रैल तक सुचारू रूप से महिला अधिकारी और कर्मी काम करेंगे. इसके लिए सभी महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई है.

शिकायतों का होगा त्वरित निवारण: इस कंट्रोल रूम से जिले के सभी नौ विधानसभा के मतदान की सूचना का आदान-प्रदान होगा. कहीं से भी कोई प्राप्त होने वाली शिकायत का त्वरित निवारण किया जाएगा. बूथ पर मतदान करवा रहे पदाधिकारी, सेक्टर पदाधिकारी, नोडल पदाधिकारी से संवाद स्थापित करेंगे. सारे काम यहीं से इसी कंट्रोल रूम से करवाया जाएगा. डीएम ने कहा कि उन्हें गर्व है कि महिलाओं के माध्यम से इस कंट्रोल रूम को संचालित किया जा रहा है. गौरतलब हो कि गया जिले के छह विधानसभा क्षेत्र गया लोकसभा अंतर्गत आते हैं. वही, तीन विधानसभा क्षेत्र औरंगाबाद लोकसभा अंतर्गत आते हैं.

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गया में महिलाओं के कंधे पर लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी

गया: बिहार के गया लोकसभा क्षेत्र के चुनाव के लिए मतदान 19 अप्रैल को होना है. इसे लेकर जिला प्रशासन के द्वारा चुनाव से संबंधित तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस क्रम में पहली बार गया में चुनाव में कंट्रोल रूम सिर्फ महिला पदाधिकारी और कर्मियों के जिम्मे होगा. गया समाहरणालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है. चुनाव में वोटिंग की जानकारी, मतदान समेत शिकायतों की जानकारी लेना और उसका निष्पादन कराना काफी मुश्किल भरा काम होता है. इसके लिए इस बार एक नई पहल की गई है.

पहली बार महिलाएं संभाल रहीं कंट्रोल रूम: इस बार गया में यह काम सिर्फ महिला पदाधिकारी और कर्मी ही करेंगी. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय की मीटिंग हॉल में बनाए गए कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. डीएम ने खुद वहां बैठकर कार्यों की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि पहली बार मतदान से संबंधित बूथ की जानकारी संकलित करने का काम महिला पदाधिकारी व महिला कर्मी के कंधों पर सौंपा गया है.

"इस बार कंट्रोल रूम महिलाओं के जिम्मे रहेगा. 19 अप्रैल को लोकतंत्र के महापर्व की पूरी तैयारी कर ली गई है. पोलिंग पार्टियों बुधवार को रवाना होनी शुरू हो जाएंगी. सभी पोलिंग पार्टी को डिस्पैच सेंटर से ईवीएम 18 अप्रैल को प्राप्त कराया जाएगा."-डॉ. त्यागराजन एसएम, निर्वाची पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी, गया

नौ विधानसभा की जिम्मेदारी महिलाओं के जिम्मे: गया जिले के सभी नौ विधानसभा को लेकर एक-एक वरीय महिला पदाधिकारी, एक-एक महिला पदाधिकारी, तीन-तीन महिला कर्मी के अलावा विधानसभा वार 5-5 महिला पदाधिकारी-कर्मी को नियुक्त किया गया है. डॉ त्यागराजन एसएम ने कहा कि पूरी तरह से महिलाओं द्वारा यह कंट्रोल रूम संचालित किया जाएगा. पहली बार यह विशेष पहल हुई है. जिस तरह महिला मतदान केंद्र बनाया जाता है, उस तरह महिलाओ द्वारा संचालित कंट्रोल रूम बनाया गया है और सभी काफी अच्छे तरीके से काम कर रहे हैं. उम्मीद जताई कि 20 अप्रैल तक सुचारू रूप से महिला अधिकारी और कर्मी काम करेंगे. इसके लिए सभी महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई है.

शिकायतों का होगा त्वरित निवारण: इस कंट्रोल रूम से जिले के सभी नौ विधानसभा के मतदान की सूचना का आदान-प्रदान होगा. कहीं से भी कोई प्राप्त होने वाली शिकायत का त्वरित निवारण किया जाएगा. बूथ पर मतदान करवा रहे पदाधिकारी, सेक्टर पदाधिकारी, नोडल पदाधिकारी से संवाद स्थापित करेंगे. सारे काम यहीं से इसी कंट्रोल रूम से करवाया जाएगा. डीएम ने कहा कि उन्हें गर्व है कि महिलाओं के माध्यम से इस कंट्रोल रूम को संचालित किया जा रहा है. गौरतलब हो कि गया जिले के छह विधानसभा क्षेत्र गया लोकसभा अंतर्गत आते हैं. वही, तीन विधानसभा क्षेत्र औरंगाबाद लोकसभा अंतर्गत आते हैं.

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