मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : एमसीबी जिले के बरदर जलाशय में रिटर्निंग वॉल निर्माण में भारी भ्रष्टाचार की शिकायत मिली है.जिस पर जल संसाधन विभाग ने कड़ी आपत्ति जताई है. विभाग ने रिटर्निंग वॉल निर्माण पर तत्काल रोक लगाने के लिए स्थानीय तहसीलदार और एसडीएम को पत्र लिखा है.लेकिन इसके बाद भी ठेकेदार ने रिटर्निंग वॉल का काम बंद नहीं करवाया है.ठेकेदार अब भी मनमाने तरीके से रिटर्निंग वॉल का निर्माण कर रहा है.
रिटर्निंग वॉल के निर्माण कार्य को रोकने का पत्र : आपको बता दें कि खड़गवां जनपद के ग्राम पंचायत बरदर में रिटर्निंग वॉल निर्माण के संदर्भ में खड़गवां तहसीलदार ने जल संसाधन विभाग के आपत्ति पर बयान दिया है. तहसीलदार के मुताबिक रिटर्निंग वॉल निर्माण तत्काल प्रभाव से रोका गया है.जब तक जांच नहीं होती तब तक काम रुका रहेगा.
'' रिटर्निंग वॉल निर्माण को लेकर शिकायत मिली थी.जिसे लेकर जल संसाधन विभाग ने काम रोकने के लिए पत्र संबंधित निर्माण एजेंसी को भेजा है. जांच पूरी होने के बाद भी काम शुरु होगा.''- शशि शेखर मिश्रा, तहसीलदार
लेकिन तहसीलदार के बयान के इतर ठेकेदार पर किसी भी तरह का कोई असर नहीं हो रहा है.क्योंकि ठेकेदार को नोटिस मिलने के बाद भी काम नहीं बंद हुआ है.जिसके बाद ऐसा लग रहा है कि ठेकेदार का रुतबा प्रशासनिक आदेश से भी ऊपर है.
ठेकेदार पर कोई असर नहीं : मनरेगा विभाग के प्रोग्रामिंग ऑफिसर के मुताबिक रिटर्निंग वॉल के काम को रोकने के लिए जल संसाधन विभाग ने पत्र जारी किया है.फिर भी ठेकेदार मनमाने तरीके से रिटर्निंग वॉल का निर्माण करवा रहा है.ऐसे में रिटर्निंग वॉल के निर्माण संबंधी बिल के लिए ठेकेदार खुद जिम्मेदार होगा. इन सबके बाद भी रिटर्निंग वॉल बनाने वाले ठेकेदार पर कोई असर नहीं हो रहा है.ऐसे में देखना होगा कि ठेकेदार का बिल भविष्य में रुकता है या फिर राजनीतिक दम दिखाकर वो आसानी से अपना पैसा प्रशासन से निकलवाने में कामयाब रहता है.