लखनऊ : आज के समय में हर कोई एक अच्छी पर्सनालिटी चाहता है. इसके लिए वह जिम जाता है. वर्कआउट करता है. ज्यादातर देखा जाता है कि जिम जाने वाले लोग प्रोटीन का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. जिम जाने से पहले और जिम जाने के बाद दोनों समय में एक्स्ट्रा प्रोटीन पाउडर का सेवन करते हैं. विशेषज्ञों की मानें तो बिना डॉक्टर के परामर्श के एक्स्ट्रा प्रोटीन का सेवन नहीं करना चाहिए.
केजीएमयू की मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ डॉ. सत्येंद्र कुमार सोनकर ने कहा कि आज के समय में अपने आप को फिट रखना, वर्कआउट करना, जिम जाना अच्छी चीज है, लेकिन एक सीमित दायरे तक ही यह सही साबित होता है. बहुत सारे ऐसे युवा हैं जो सोचते हैं कि जल्दी उनकी मसल्स बने और वह एक अच्छी पर्सनालिटी के मालिक बने. इसके लिए वह एक्स्ट्रा प्रोटीन का सेवन करते हैं. लेकिन, उन्हें इस बात की खबर नहीं होती है कि यह सेहत के लिए सही नहीं है.
जितने भी बाजार में मिलने वाले प्रोटीन पाउडर होते हैं, उनमें स्टेरॉयड का इस्तेमाल किया जाता है और यह हर कोई जानता है कि स्टेरॉयड सेहत के लिए काफी खतरनाक होता है. उन्होंने कहा कि जाने अनजाने में लोग प्रोटीन के साथ-साथ स्टेरॉयड का भी सेवन कर लेते हैं. इसका शरीर के अंगों पर इसका पूरा प्रभाव पड़ता है. एक दिन में अगर कोई व्यक्ति 3 से 4 बार प्रोटीन पाउडर का सेवन कर रहा है तो वह धीरे-धीरे ही अपने शरीर में स्टेरॉयड ले रहा है जो कार्डियक अरेस्ट का सबसे बड़ा कारण बनता है.
वर्कआउट से पहले जरूर कराएं जांच : उन्होंने कहा कि आज के समय में हर कोई जिम जाता है, लेकिन किसी को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि उसका ब्लड प्रेशर रेंज क्या है. शुगर का स्तर क्या है? ब्लड शुगर का स्तर क्या है? मरीज का थायराइड, यूरिक एसिड एवं प्रोटीन का रेंज क्या है? हाई ब्लड प्रेशर के बहुत सारे ऐसे मरीज होते हैं जिन्हें शुरुआती स्टेज में कार्डियक से संबंधित दिक्कत होती है. लेकिन, उन्हें वह चीज समझ में नहीं आती है और तभी अचानक से अधिक एक्सरसाइज और वर्कआउट के चलते मरीज को कार्डियक अरेस्ट आ जाता है. इसलिए जरूरी है कि अगर आप जिम करने जा रहे हैं तो सबसे पहले अपनी मेडिकल जांच जरूर कराएं. जिसमें आप अपना हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, ब्लड शुगर, थायराइड जैसी जांचों को जरूर करें. ताकि, पता रहे कि आपको क्या दिक्कत है और उसी के हिसाब से फिर आप एक्सरसाइज करें.
उन्होंने कहा कि अचानक से एक्स्ट्रा प्रोटीन का सेवन सेहत के लिए काफी खराब साबित हो सकता है. चिकित्सक की सलाह पर प्रोटीन का सेवन करें. आमतौर पर अगर आप प्राकृतिक तरीके से प्रोटीन का सेवन लेते हैं, जो आपके दैनिक दिनचर्या में शामिल होता है. वह ज्यादा बेहतर होता है. प्रोटीन का सब्स्टीट्यूट शरीर के लिए खराब होता है. शरीर में धीरे-धीरे स्टेरॉयड जाता है जो शरीर के हर अंग को प्रभावित करता है. अगर आपके शरीर में किसी भी चीज की कमी या बढ़ोतरी हुई है तो कभी-कभी उसका कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है. जब तक आप टेस्ट नहीं कराएंगे तब तक आपको पता नहीं चलेगा कि आपके शरीर में किस चीज की कमी हुई है या किस चीज की अधिकता हुई है. कई बार जब हम नॉर्मल एक्सरसाइज कर रहे होते हैं तो उससे कोई इफेक्ट नहीं पड़ता है, लेकिन जब हेवी वर्कआउट हो जाता है तो उस समय हार्ट फंक्शन को काफी प्रभावित करता है. इसकी वजह से कार्डियक अरेस्ट आ सकता है.
उन्होंने कहा कि अगर आप अपनी डाइट में दूध, दही, दाल, गुड, चना, मूंगफली व सोयाबीन और इत्यादि का सेवन करते हैं तो यह एक बेहतरीन डाइट है, इसमें आपको फाइबर सभी तत्व और कार्बोहाइड्रेट मिलते हैं. अपने शरीर के तत्वों को पूर्ण करने का यह एक प्राकृतिक तरीका है. अगर कोई व्यक्ति संतुलित मात्रा में लेता है तो उसकी डाइट बहुत अच्छी है. प्रोटीन की अधिक मात्रा भी काफी ज्यादा नुकसानदायक होती है. प्राकृतिक तरीके से भी जब हम प्रोटीन को लेते हैं तो उसके साथ हम कोई न कोई कॉबिनेशन बनाते हैं और फिर कॉबिनेशन भी हमारी सेहत पर बुरा प्रभाव डालता है.
ज्यादा प्रोटीन हो जाने की वजह से भी हमारे शरीर के पाचन तंत्र पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. पाचन क्रिया अच्छे से नहीं हो पाती है. इसका असर गुर्दे पर भी पड़ता है और जब कोई व्यक्ति प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करता है तो उसमें एक्स्ट्रा शुगर, फूड कलर, स्टेरॉयड इत्यादि का मिश्रण होता है जो शरीर के हर रंगों पर बुरा प्रभाव डालता है.
उन्होंने बताया कि अगर कोई व्यक्ति जिम कर रहा है तो वह अपनी डाइट को कंट्रोल कर लेता है. खाने पीने में वह बहुत ही चुनिंदा होता है और फिर एक्स्ट्रा सप्लीमेंट के तौर पर प्रोटीन पाउडर का सेवन करता है, लेकिन इस बात को वह ध्यान में नहीं रखता है कि इसकी कितनी क्वांटिटी उन्हें लेनी चाहिए. अगर किसी चीज को सही क्वांटिटी में लिया जाए तो उसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. वहीं जब इसका इस्तेमाल आवश्यकता से अधिक किया जाता है तो इसका दुष्प्रभाव भी शरीर पर पड़ता है.
अगर किसी व्यक्ति ने अपनी डाइट को कंट्रोल किया है और वह प्रोटीन पाउडर का सेवन वर्कआउट करने से पहले और बाद में करता है तो उसे अपनी हाइट और वजन के अनुसार 1 ग्राम/ प्रति किग्रा. ले सकता है. अगर एक व्यक्ति का वजन 50 किलो है तो वह दिन में एक बार 50 ग्राम प्रोटीन का सेवन कर सकता है. अगर कोई व्यक्ति दिन में तीन से चार बार प्रोटीन का सेवन करता है तो उसके शरीर की अंगों पर दुष्प्रभाव भविष्य में पड़ सकता है.