फर्रुखाबाद : यूपी के फर्रुखाबाद जिले में ETV भारत की खबर का असर हुआ है. राजेपुर ब्लॉक में तीसराम की मड़ैया ग्राम के एक प्राथमिक विद्यालय में शौचालय का निर्माण न होने की खबर प्रकाशित होने के बाद अफसरों ने संज्ञान लिया है. ईटीवी भारत ने 7 नवंबर को 'गजब स्कूल है: न टॉयलेट, न बिजली, न रसोई, दो कमरों में सारी कक्षाएं' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद विद्यालय परिसर में शौचालय का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. शौचालय के निर्माण के बाद अब बच्चों को समस्या से निजात मिल सकेगी.
छात्र राम राजपूत और विवेक ने बताया कि वह कक्षा 5 में पढ़ रहे हैं. पहले यह विद्यालय बाबा की चौपाल में चलता था. वहां करीब 4 साल बाबा की चौपाल में यह विद्यालय रहा था. एक साल हो गया, इस नई बिल्डिंग को बने हुए, तब से इसी विद्यालय में पढ़ रहे हैं. विद्यालय परिसर के बाहर एक हैंडपंप लगा है, उसे ही चलाकर हम लोग पानी पीते हैं.
यहां विद्यालय में शौचालय की कोई भी व्यवस्था नहीं है. हम लोग खेतों में जाते हैं. उन्होंने बताया कि बीते 8 दिनों से इस विद्यालय परिसर में शौचालय निर्माण कराया जा रहा है. जब दो-चार दिन में यह शौचालय पूर्ण कर दिए जाएंगे और हम सारे बच्चे इसी में शौचालय का प्रयोग करेंगे. हम लोगों की समस्या का समाधान हो जाएगा.
मिस्त्री मोहम्मद शब्बीर और गोविन्द ने बताया कि यह विद्यालय में शौचालय का निर्माण किया जा रहा है. पहले विद्यालय में शौचालय नहीं था. इसमें 5 शौचालय निर्माण का कार्य चल रहा है. 8 दिन में इसका निर्माण पूर्ण हो जाएगा और सुचारू रूप से चालू हो जाएंगे.
राजेपुर ब्लॉक में तैनात बीडीओ सुनील कुमार जायसवाल ने बताया कि पंचायत स्तर से शौचालय निर्माण, रसोई तैयार करवाया जा रहा है. बाउंड्रीवॉल बनवाने में दिक्कत आ रही है, टेक्निकल टीम से बात करके उसका भी समाधान निकाला जाएगा. निर्माण कार्य पंचायत स्तर से कराया जा रहा है, वहीं खंड विकास अधिकारी ने बताया कि ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए यह काम कराया जा रहा है. बीएसए गौतम प्रसाद ने बताया कि खंड विकास अधिकारी राजेपुर से बात हो गई है. शौचालय निर्माण करवाया जा रहा है.
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बता दें कि जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर राजेपुर ब्लॉक क्षेत्र में तीसराम की मड़ैया ग्राम में एक प्राथमिक विद्यालय है. गांव के नाम पर ही यह स्कूल भी है. भारी बारिश के बाद आई बाढ़ से विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके बाद से ही गांव की चौपाल में करीब चार साल से विद्यालय का संचालन होता रहा था. एक साल पहले विद्यालय की बिल्डिंग बनी. जिसमें दो कमरे, बरामदा और एक ऑफिस बनाया गया. जिसमें कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों को पढ़ाया जाता है. कई बार जन अधिकारियों से शिकायत की गई थी कि विद्यालय में एक भी शौचालय नहीं है. जिसकी वजह से छात्रों, शिक्षिकाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था.
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