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मुजफ्फरनगर में मारे गए शिक्षक का शव घर पहुंचने पर मचा कोहराम, हत्यारोपी कांस्टेबल को जेल - Murder of Teacher in Muzaffarnagar

मुजफ्फरनगर में 14 मार्च को पुलिस कांस्टेबल ने शिक्षक धर्मेंद्र कुमार गोली मार हत्या (Constable Murdered Teacher) कर दी थी. शिक्षक का शव मंगलवार को वाराणसी के चितईपुर स्थित आवास पर लाया गया. शव देखते ही घर में कोहराम मच गया. वहीं न्यायालय के आदेश पर हत्यारोपी कांस्टेबल को जेल भेज दिया गया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 19, 2024, 10:01 PM IST

Updated : Mar 19, 2024, 10:49 PM IST

वाराणसी : शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को मुजफ्फरनगर में पुलिस कांस्टेबल द्वारा कार्बाइन से गोली मार हत्या कर दी गई थी. जिसका शव मंगलवार शाम उसके आवास चितईपुर स्थित आवास पर पहुंचा. शव पहुंचते ही कोहराम मच गया. परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. शव के पहुंचने के बाद जिला अधिकारी एस. राजलिंगम भी पहुंचे. जहां परिजनों को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देते हुए सांत्वना व्यक्त की. वहीं न्यायालय के आदेश पर हत्यारोपी कांस्टेबल को जेल भेज दिया गया है.

हत्यारोपी सिपाही चंद्रप्रकाश यादव.
हत्यारोपी सिपाही चंद्रप्रकाश यादव.


धर्मेंद्र कुमार वाराणसी के महगांव के GIC स्कूल में टीचर थे, जो मुजफ्फरनगर अपने टीचर एवं पुलिसकर्मियों के साथ यूपी बोर्ड की कॉपी लेकर गए थे. जहां एक कांस्टेबल ने मामूली सी बात को लेकर गोली मार दी थी. धर्मेंद्र का शव 40 घंटे बाद वाराणसी उनके आवास चिताईपुर पहुंचा. शव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया. धर्मेंद्र की पत्नी और मां शव देखते ही बेसुध हो गईं. वो बार-बार यही कहे जा रही थीं कि उसने गोली क्यों मार दी. धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि देने वहां पहुंचे रिश्तेदार, पड़ोसियों और शिक्षक संघ के लोगों की आंखें नम हो गईं. लोगों ने धर्मेंद्र के बारे में कहा कि इतने व्यवहार कुशल इंसान की बिना वजह हत्या कर दी. धर्मेंद्र कुमार का स्थाई निवास चंदौली है. परिजन पहले ही वाराणसी के चितईपुर वाले मकान में आ गए थे. स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक धर्मेंद्र कुमार बौद्ध धर्म के फॉलोवर्स थे. इस वजह से उनके घर पर कई बौद्ध धर्माचार्य भी आए हैं. वाराणसी के डीएम एस. राज लिंगम भी मौके पर पहुंचे. वहीं वाराणसी पुलिस ने कांस्टेबल को बर्खास्त करते हुए गिरफ्तार कर लिया है.

शिक्षक धर्मेंद्र कुमार के अंतिम दर्शन करने घर पहुंचे सगे संबंधी.
शिक्षक धर्मेंद्र कुमार के अंतिम दर्शन करने घर पहुंचे सगे संबंधी.
बता दें, 14 मार्च को वाराणसी से एक टीम यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा की कॉपियां लेकर अन्य जनपदों में स्थित कॉलेज में जमा करने के लिए निकली थी. जिसमें अध्यापक धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार और पुलिस में उप निरीक्षक नागेंद्र चौहान मुख्य आरक्षी चंद्र प्रकाश के साथ दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेंद्र मौर्य व कृष्ण प्रताप शामिल थे. यह टीम प्रयागराज, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद और बिजनौर में कॉपियां उतार कर रविवार की देर रात मुजफ्फरनगर जनपद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित एसडी इंटर कॉलेज पर पहुंची थी. लेकिन कॉलेज के गेट बंद होने के चलते यह टीम रात के समय गाड़ी में ही आराम कर रही थी. इसी दौरान टीम में शामिल पुलिस कांस्टेबल चंद्रप्रकाश ने अध्यापक धर्मेंद्र कुमार से तंबाकू की मांगा. जिस पर तंबाकू न देने के चलते शराब के नशे में चूर कांस्टेबल चंद्रप्रकाश ने अपनी कार्बाइन से अध्यापक धर्मेंद्र पर फायरिंग कर दी. जिसमें कई गोलियां लगने से अध्यापक धर्मेंद्र कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए, घटना की सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने धर्मेंद्र कुमार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उपचार के दौरान अध्यापक धर्मेंद्र कुमार को मृत घोषित कर दिया था.

गोली बरसाने वाले कांस्टेबल भेजा गया जेल : शिक्षक धर्मेंद्र पर गोलियां बरसा कर उनकी हत्या करने वाले हेड कॉन्‍स्‍टेबल चंद्रप्रकाश यादव को मंगलवार को जेल भेज दिया गया. एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि आरोपित हेड कॉन्‍स्‍टेबल को मंगलवार दोपहर बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. बता दें, बीते रविवार रात लगभग डेढ़ बजे वाराणसी जिले से ट्रक से यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल लेकर आए शिक्षक धर्मेंद्र कुमार निवासी बैहराट, रामगढ़ जिला चंदौली की सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में एसडी इंटर कॉलेज गेट के पास हेड कॉन्‍स्‍टेबल चंद्रप्रकाश यादव ने गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी. पोस्टमार्टम में पता चला है कि धर्मेंद्र के शरीर में पांच गोलियां आरपार हो गई थीं.

यह भी पढ़ें : कानपुर में महिला टीचर की जलाकर हत्या, आरोपी के गिरफ्तार होते ही खुला बड़ा राज

यह भी पढ़ें : हाथरस में पिता की बेहरमी से हत्या के बाद हरिद्वार पहुंची नाबालिग बेटी गिरफ्तार, आशिक भी पकड़ा गया

वाराणसी : शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को मुजफ्फरनगर में पुलिस कांस्टेबल द्वारा कार्बाइन से गोली मार हत्या कर दी गई थी. जिसका शव मंगलवार शाम उसके आवास चितईपुर स्थित आवास पर पहुंचा. शव पहुंचते ही कोहराम मच गया. परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. शव के पहुंचने के बाद जिला अधिकारी एस. राजलिंगम भी पहुंचे. जहां परिजनों को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देते हुए सांत्वना व्यक्त की. वहीं न्यायालय के आदेश पर हत्यारोपी कांस्टेबल को जेल भेज दिया गया है.

हत्यारोपी सिपाही चंद्रप्रकाश यादव.
हत्यारोपी सिपाही चंद्रप्रकाश यादव.


धर्मेंद्र कुमार वाराणसी के महगांव के GIC स्कूल में टीचर थे, जो मुजफ्फरनगर अपने टीचर एवं पुलिसकर्मियों के साथ यूपी बोर्ड की कॉपी लेकर गए थे. जहां एक कांस्टेबल ने मामूली सी बात को लेकर गोली मार दी थी. धर्मेंद्र का शव 40 घंटे बाद वाराणसी उनके आवास चिताईपुर पहुंचा. शव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया. धर्मेंद्र की पत्नी और मां शव देखते ही बेसुध हो गईं. वो बार-बार यही कहे जा रही थीं कि उसने गोली क्यों मार दी. धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि देने वहां पहुंचे रिश्तेदार, पड़ोसियों और शिक्षक संघ के लोगों की आंखें नम हो गईं. लोगों ने धर्मेंद्र के बारे में कहा कि इतने व्यवहार कुशल इंसान की बिना वजह हत्या कर दी. धर्मेंद्र कुमार का स्थाई निवास चंदौली है. परिजन पहले ही वाराणसी के चितईपुर वाले मकान में आ गए थे. स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक धर्मेंद्र कुमार बौद्ध धर्म के फॉलोवर्स थे. इस वजह से उनके घर पर कई बौद्ध धर्माचार्य भी आए हैं. वाराणसी के डीएम एस. राज लिंगम भी मौके पर पहुंचे. वहीं वाराणसी पुलिस ने कांस्टेबल को बर्खास्त करते हुए गिरफ्तार कर लिया है.

शिक्षक धर्मेंद्र कुमार के अंतिम दर्शन करने घर पहुंचे सगे संबंधी.
शिक्षक धर्मेंद्र कुमार के अंतिम दर्शन करने घर पहुंचे सगे संबंधी.
बता दें, 14 मार्च को वाराणसी से एक टीम यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा की कॉपियां लेकर अन्य जनपदों में स्थित कॉलेज में जमा करने के लिए निकली थी. जिसमें अध्यापक धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार और पुलिस में उप निरीक्षक नागेंद्र चौहान मुख्य आरक्षी चंद्र प्रकाश के साथ दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेंद्र मौर्य व कृष्ण प्रताप शामिल थे. यह टीम प्रयागराज, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद और बिजनौर में कॉपियां उतार कर रविवार की देर रात मुजफ्फरनगर जनपद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित एसडी इंटर कॉलेज पर पहुंची थी. लेकिन कॉलेज के गेट बंद होने के चलते यह टीम रात के समय गाड़ी में ही आराम कर रही थी. इसी दौरान टीम में शामिल पुलिस कांस्टेबल चंद्रप्रकाश ने अध्यापक धर्मेंद्र कुमार से तंबाकू की मांगा. जिस पर तंबाकू न देने के चलते शराब के नशे में चूर कांस्टेबल चंद्रप्रकाश ने अपनी कार्बाइन से अध्यापक धर्मेंद्र पर फायरिंग कर दी. जिसमें कई गोलियां लगने से अध्यापक धर्मेंद्र कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए, घटना की सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने धर्मेंद्र कुमार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उपचार के दौरान अध्यापक धर्मेंद्र कुमार को मृत घोषित कर दिया था.

गोली बरसाने वाले कांस्टेबल भेजा गया जेल : शिक्षक धर्मेंद्र पर गोलियां बरसा कर उनकी हत्या करने वाले हेड कॉन्‍स्‍टेबल चंद्रप्रकाश यादव को मंगलवार को जेल भेज दिया गया. एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि आरोपित हेड कॉन्‍स्‍टेबल को मंगलवार दोपहर बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. बता दें, बीते रविवार रात लगभग डेढ़ बजे वाराणसी जिले से ट्रक से यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल लेकर आए शिक्षक धर्मेंद्र कुमार निवासी बैहराट, रामगढ़ जिला चंदौली की सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में एसडी इंटर कॉलेज गेट के पास हेड कॉन्‍स्‍टेबल चंद्रप्रकाश यादव ने गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी. पोस्टमार्टम में पता चला है कि धर्मेंद्र के शरीर में पांच गोलियां आरपार हो गई थीं.

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Last Updated : Mar 19, 2024, 10:49 PM IST
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