बागेश्वर: एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को लूट के झूठे आरोप में जेल भेजे जाने पर कांग्रेसियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. एनएसयूआई कार्यकर्ता को झूठा फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेसियों ने काल भैरव मंदिर में गुहार लगाई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस मामले में अब सिर्फ काल भैरव पर ही भरोसा है. उन्होंने साढ़े 8 हजार रुपS की राशि एकत्रित कर काल भैरव मंदिर में रखी है. उन्होंने इस राशि को पुलिस और अभाविप कार्यकर्ताओं से उठाने की अपील की.
कांग्रेस कार्यकर्ता मंदिर में दो घंटे अभाविप कार्यकर्ताओं या पुलिस की ओर से धनराशि उठाने का इंतजार करते रहे, लेकिन दोनों में से कोई भी मंदिर नहीं पहुंचा. इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि यह देवभूमि है, यहां अत्याचार ज्यादा दिन तक नहीं चलता. काल भैरव इस पर न्याय करेगा. बाबा बागनाथ और काल भैरव का इतिहास रहा है कि जब-जब न्याय की बात आई है, उन्होंने त्वरित कार्रवाई की है.
साढ़े 8 हजार रुपए की लूट का दर्ज है मुकदमा, उतने ही रकम लेकर मंदिर पहुंचे कांग्रेसी: इससे पहले कांग्रेसी पोस्ट ऑफिस गेट के पास पहुंचे. यहां से नारेबाजी करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष भगवत डसीला के नेतृत्व में कांग्रेस काल भैरव मंदिर पहुंचे. यहां कांग्रेस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के परिजनों ने कहा कि पुलिस ने उनके बच्चों को झूठी धाराओं में जेल भेजा है, उन पर साढ़े 8 हजार रुपए की लूट का मुकदमा दर्ज किया है.
संगीन धाराएं लगातार छात्रों का भविष्य किया जा रहा बर्बाद: उन्होंने कहा कि स्कूल पढ़ने वाले बच्चों पर इस तरह की संगीन धाराएं लगाकर उनका भविष्य बर्बाद करने का काम किया है. अब उन्हें पुलिस की कार्रवाई पर कतई भरोसा नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस जिले में लगातार एकतरफा कार्रवाई कर रही है. इसलिए उन्होंने साढ़े आठ हजार रुपए की राशि एकत्रित कर काल भैरव मंदिर में रखी है.
कांग्रेसी बोले- अब काल भैरव करेंगे 'दूध का दूध, पानी का पानी': पुलिस और अभाविप कार्यकर्ताओं से कहा कि यदि वे सही हैं तो इस राशि को ले जाएं. उन्हें अब काल भैरव पर ही भरोसा है. तीन घंटे तक वे पुलिस और अभाविप कार्यकर्ताओं का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई राशि लेने नहीं आया. वक्ताओं ने कहा कि अब काल भैरव ही दूध का दूध, पानी का पानी करेंगे.
वहीं, एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई करने पर कांग्रेस का अनिश्चितकालीन आज भी धरना जारी रहा. पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर आयोजित सभा में पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि प्रदेश सरकार कानून का दुरुपयोग करने में माहिर हो चुकी है. पहले भी बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव के दौरान उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई की गई थी.
संगीन अपराधों में लिप्त भाजपाइयों पर नहीं हो रही कार्रवाई: पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि तब पुलिस को कोर्ट में मुंह की खानी पड़ी थी. उस समय भी यही कोतवाल थे. आज एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमे में जेल भेजा गया. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बीजेपी के उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रही है, जो संगीन अपराधों में लिप्त हैं.
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