धनबाद: कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह को पार्टी कार्यकर्ता और झारखंड मूल ओबीसी जाति के लोग बाहरी बताकर उनका विरोध कर रहे हैं. पुटकी गड़रिया में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के खिलाफ नारे लगाकर अपना विरोध जताया. वहीं पॉलिटेक्निक रोड विनोद बिहारी महतो चौक के सामने झारखंड मूल ओबीसी जाति के लोगों ने प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का पुतला फूंका और जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी की.
झारखंड मूल ओबीसी के लोगों ने बताया कि जिले में ओबीसी जाति की आबादी 7 लाख है. राहुल गांधी ने कहा था कि जैसी भागीदारी, वैसी हिस्सेदारी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वहीं अनुपमा सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है. वह बेरमो की बहू हैं. धनबाद से कोई मतलब नहीं, एक गृहिणी को टिकट दे दिया गया है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष ने पैसे लेकर केंद्रीय कमेटी को गलत जानकारी दी है. ओबीसी मूल निवासी जलेश्वर महतो का नाम उम्मीदवार के रूप में चल रहा था. लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया. हमारी मांग है कि पार्टी उम्मीदवार बदले जिस तरह से गोड्डा में प्रत्याशी बदल दिया गया है.
गडरिया में कांग्रेस कार्यकर्ता ने विरोध करते हुए कहा कि कांग्रेस ने बाहरी व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया है. जो सही नहीं है. कांग्रेस किसी स्थानीय को उम्मीदवार बनायेगी, नहीं तो वे इसका विरोध करेंगे. अनुपमा सिंह को वोट नहीं देंगे.