देहरादून: कांग्रेस को उत्तराखंड की पांचो लोकसभा सीटों पर हर का सामना करना पड़ा है. जिसके बाद कांग्रेस हार के कारणों का पता लगाने के लिए समीक्षा बैठक करेगी. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा अगर कांग्रेस के बड़े नेता प्रीतम सिंह, हरीश रावत और हरक सिंह रावत लोकसभा चुनाव लड़ते तो उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के परिणामों में कांग्रेस को जीत मिलती.
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा वह पहले दिन से ही इस बात को कह रहे थे कि कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं को चुनाव लड़ना चाहिए था. उन्होंने कहा जिस समय पार्टी कठिन परिस्थितियों से गुजर रही हो, उस वक्त पार्टी को सर्वाधिक जरूरत होती है कि मुख्य योद्धाओं को रण में आगे आना चाहिए. करन माहरा का कहना है कि जब पार्टी के लिए अच्छा माहौल होता है तब बड़े नेता चुनाव लड़ लेते हैं, लेकिन जब पार्टी कठिन दौर से गुजर रही होती है तब उस वक्त परीक्षा की घड़ी होती है, ऐसे समय में जब लड़ाकू योद्धा चुनाव लड़े, तो परिणाम कुछ और ही आते.
करन माहरा ने कहा प्रदेश की पांचों लोक सभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी को मिली हार की समीक्षा की जाएगी. जिसकी भी कमियां रही हो, भले ही संगठन के तौर पर मेरी कमी हो या फिर नेतृत्व की कमी रही हो, इन सभी बातों पर समीक्षा की जाएगी. समीक्षा की रिपोर्ट हाई कमान को सौंपी जाएगी.
बता दें कांग्रेस पार्टी के पौड़ी लोकसभा सीट से प्रत्याशी रहे गणेश गोदियाल, टिहरी लोक सभा सीट से जोत सिंह गुनसोला, नैनीताल लोकसभा सीट से प्रकाश जोशी, अल्मोड़ा लोक सभा सीट से प्रदीप टम्टा और हरिद्वार लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र वीरेंद्र रावत को चुनावी हार का सामना करना पड़ा है. ऐसे में कांग्रेस जल्द ही हार के कारणों पता लगाने के लिए समीक्षा करने जा रही है. उसके बाद समीक्षा करके कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष माहरा समीक्षा रिपोर्ट हाई कमान को भेजने जा रहे हैं.
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