देहरादून: कांग्रेस 27 फरवरी को गैरसैंण में प्रतीकात्मक विधानसभा सत्र का आयोजन करने जा रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के आह्वान पर ये प्रतीकात्मक विधानसभा सत्र आयोजित किया जा रहा है. कांग्रेस के प्रतीकात्मक विधानसभा सत्र को आम आदमी पार्टी, भाकपा माले, सीपीआई ने भी समर्थन दिया है. इसके लिए सभी प्रतिनिधि आज गैरसैंण रवाना हो गये हैं.
आम आदमी पार्टी की उमा सिसोदिया, सीपीआईएमएल के इन्द्रेश मैखुरी, सीपीआई के समर भंडारी सहित कई कांग्रेसी नेता गैरसैंण पहुंचकर डमी विधानसभा में भाग लेंगे. सभी नेताओं ने सरकार पर जन भावनाओं की उपेक्षा का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं से 27 फरवरी को सुबह 11 बजे गैरसैंण में आयोजित होने वाले विधानसभा के प्रतीकात्मक सत्र में सम्मिलित होने का आह्वान किया है. इसमें प्रदेश के विभिन्न आवश्यक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. बेरोजगारी, महंगाई, अग्निवीर योजना, प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ते अपराध, केदारनाथ में सोने की परत का मामला, बदहाल स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाएं जैसे अन्य प्रमुख मुद्दों को उठाया जाएगा.
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेत्री उमा सिसोदिया ने सरकार पर गैरसैंण की अनदेखी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा गैरसैंण हमेशा से भाजपा सरकार के लिए गैर रहा है. अपने मेनिफेस्टो में भाजपा गैरसैंण का जिक्र करती आई है लेकिन आज प्रदेश में तीसरी विधानसभा भवन की तैयारी की जा रही है. ऐसे में गैरसैण को राज्य की स्थाई राजधानी कब घोषित किया जाएगा? गैरसैंण की अपेक्षा कब बंद होगी यह जवाब भी सरकार से पूछे जाएंगे.सीपीआईएमएल के नेता इंद्रेश मैखुरी ने भी सरकार पर गैरसैंण में विधानसभा का बजट सत्र नहीं कराने पर नाराजगी जाहिर की. इंद्रेश मैखुरी ने कहा उत्तराखंड आंदोलन के समय से राज्य की अवधारणा का हिस्सा रहे गैरसैंण के प्रति सरकार का बेरुखी रवैया देखने को मिला है.