नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए दिल्ली में बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. INDIA गठबंधन के तहत कांग्रेस ने अभी तक अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान नहीं किया है. कब तक नाम सामने आयेंगे और कांग्रेस किस तरह की रणनीति तैयार कर रही हैं? ऐसे ही कुछ सवालों के साथ 'ETV भारत' ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली से खास बातचीत की. पेश है बातचीत के कुछ अंश.
सवाल: आखिर कब कांग्रेस अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा करेगी?
जवाब: देखिए, हम लोग जल्द अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा करेंगे. कांग्रेस का कार्यकर्ता हर तरीके से अपनी आवाज उठा रहे हैं. कांग्रेस पार्टी के हर कार्यकर्ता ने अपने अपने संसदीय क्षेत्र में कई जनसभाएं की हैं. हमारे कार्यकार्यों की अनेक बैठकें हो चुकी हैं. आज भी एक मीटिंग की गई है.
सवाल: आज की बैठक में क्या बातें रखी गई?
जवाब: लोकसभा चुनाव को देखते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बीजेपी के सभी 7 सांसदों के खिलाफ दिल्ली के लोगों के समक्ष एक चार्जशीट ले जाने का फैसला किया है. इसका मकसद यह है कि दिल्ली की जनता को बीजेपी के जुमलों से अवगत कराना है. बीजेपी का दावा है कि वह 100 दिनों में दिल्ली को सभी समस्याओं से मुक्त कर देंगे. हमारा कहना है कि जिन मुद्दों का समाधान 10 वर्षों में नहीं निकला, तो उसको 100 दिनों में कैसे पूरा करेंगे?
सवाल: चार्जशीट में किन मुद्दों को रखा गया है?
जवाब: मैं आपसे यह प्रश्न पूछता हूं कि राजधानी में हवा का स्तर जिस तरह खराब हो रहा है, उससे आपकी, हमारी और दिल्ली की जनता की उम्र दिन पर दिन काम होती जा रही है. केंद्र की ओर से दिल्ली के अंदर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का कोई नया मॉडल नहीं लाया गया है. यमुना नदी की स्थिति जस की तस है. बीजेपी के सांसदों को केवल छठ पूजा से समय यमुना की याद आती है. जैसे ही छठ पूजा गई बीजेपी की सांसद भी यमुना से दूरी बना लेते हैं. मेट्रो का काम देरी से चल रहा है. मेट्रो के फेस 3 का काम 2015 में खत्म हो जाना चाहिए था. लेकिन 2024 आ गया है पर काम अभी भी पूरा नहीं हुआ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदर्श ग्राम योजना शुरू की थी. इस योजना के तहत गांव का विकास करना तो दूर बीजेपी के सांसदों ने गांव गोद लेना भी उचित नहीं समझा और जो 11-12 गांव गोद लिए भी हैं उसकी स्थिति बेहद खराब है. बीजेपी सांसदों का दावा है कि 100 दिनों में अनधिकृत कॉलोनियों को मालिकाना हक दिला देंगे, जो 10 वर्षों में नहीं कर सके. मैं कहता हूं कि दिल्ली के लोग इनके झांसे में नहीं आएं.
सवाल: महिलाओं के खिलाफ बढ़ते मामलों को लेकर कांग्रेस किस तरह की नीतियां बना रही है?
जवाब: देखिए, कांग्रेस हमेशा से ही महिलाओं की सुरक्षा और रोजगार को लेकर विचार करती आई है. मणिपुर की बहनों के साथ जब अत्याचार हुआ तो कांग्रेस पार्टी ही सबसे पहले उनके साथ खड़ी हुई. लेकिन सवाल यह है कि पिछले 10 वर्षों में जिस तरह कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है, उसको लेकर कांग्रेस ने हमेशा चिंता व्यक्त की है. जब 10 वर्षों में बीजेपी को महिलाओं की सुध नहीं आई तो अब क्या सुध लेंगे?
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सवाल: खबरें आ रही है कि इस बार आप चुनाव नहीं लड़ेंगे, इस बात में कितनी सच्चाई है?
जवाब: कांग्रेस प्रदेश कमेटी का अध्यक्ष होने के नाते मेरी जिम्मेदारी न केवल कांग्रेस के तीन उम्मीदवारों के प्रति है बल्कि उन 4 संसदीय क्षेत्रों के प्रति भी है, जहां INDIA गठबंधन के तहत चुनाव लड़वाना है. इसलिए मेरा काम लड़वाने का है, बाकि पार्टी जो भी फैसला लेगी उसे मैं स्वीकार करूंगा.
सवाल: कहा जा रहा है कि एक भोजपुरी लोक गायिका को बीजेपी उम्मीदवार मनोज तिवारी के खिलाफ कांग्रेस सीट दे सकती है, इस बात में कितनी सच्चाई है?
जवाब: देखिए उम्मीदवारों का चयन स्क्रीन कमेटी और CEC द्वारा किया जाता है, इसमें मेरी तरफ से कोई टिप्पणी करना मैं मुनासिब नहीं समझता.