जबलपुर. प्रदेश में कई बड़े नेता कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (congress to bjp) का दामन थाम चुके हैं. पहले राजनीतिक शिष्टाचार में भले ही यह अच्छा न माना जाता रहा हो, लेकिन अब पार्टी ने इसे व्यवस्थित तरीके से करने की तैयारी शुरू कर दी है. भाजपा ने कांग्रेसियों को पार्टी ज्वॉइन कराने (Congress to bjp converting) के लिए बाकायदा कमेटी बना दी है.
दल बदल अब नया राजनीतिक शिष्टाचार?
सामान्य तौर पर दल बदल राजनीतिक शिष्टाचार नहीं माना जाता था और दूसरे दलों से आए हुए नेताओं को राजनीतिक दल सहज स्वीकार नहीं करते थे. पार्टी के भीतर ही दूसरे दलों से आए नेताओं को अपेक्षा सहन करनी पड़ती थी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इस राजनीतिक शिष्टाचार को खत्म कर दिया है और दिल खोलकर दूसरे दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को भारतीय जनता पार्टी में शामिल करवाया जा रहा है.
इन्हें पार्टी में जोड़ने का लक्ष्य
जबलपुर भारतीय जनता पार्टी (Jabalpur bjp) के नगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने बताया कि यह कार्यक्रम पूरे प्रदेश में चल रहा है. भोपाल में नरोत्तम मिश्रा इस कमेटी के अध्यक्ष हैं और उनके माध्यम से प्रदेश स्तर के नेताओं को भारतीय जनता पार्टी से जोड़ा जा रहा है. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने न केवल कांग्रेसियों बल्कि समाज के अन्य सम्मानित लोगों को भी जोड़ने के लिए एक कमेटी बनाई है. जिसकी जिम्मेदारी जबलपुर में भाजपा नेता आनंद बर्नार्ड और राजा सराफ को दी गई है और उनके माध्यम से नए-नए लोगों को भारतीय जनता पार्टी से जोड़ा जा रहा है
इसमें कोई गलत बात नहीं : पूर्व महापौर
इस मामले में जबलपुर के पूर्व महापौर प्रभात साहू ने कहा, 'इसमें कुछ गलत नहीं है. भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यकर्ताओं का दायरा बढ़ाना चाहती है और इसके लिए हमेशा ही प्रयास होते रहे हैं. अभी यदि कांग्रेस के लोग भारतीय जनता पार्टी में आना चाहते हैं, तो पहले इसकी कोई व्यवस्था नहीं थी. अब इसकी व्यवस्था कर दी गई है और अच्छे कार्यकर्ताओं का भारतीय जनता पार्टी में स्वागत किया जा रहा है.'
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जबलपुर के कई नेताओं ने बदले दल
बीते कुछ दिनों में पूरे प्रदेश में बड़े-बड़े नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता ली है. जबलपुर से नगर निगम के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, पूर्व महाधिवक्ता शशांक शेखर, जबलपुर की कुंडम विधानसभा से कांग्रेस की प्रत्याशी रहीं एकता ठाकुर जैसे नेताओं ने भी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली. वहीं पार्टी सूत्रों का कहना है कि अभी भी बहुत से नेता लाइन में हैं.