जयपुर: अडानी समूह पर लगे घोटाले के आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग को लेकर गुरुवार को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जयपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय का घेराव किया. इस मौके पर प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पांच साल नहीं चलेगी. राजस्थान में भी अपने ही लोग भजनलाल सरकार का तख्तापलट करने में लगे हैं. उन्होंने भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ और प्रदेश भाजपा पर भी तंज कसा.
धरने को संबोधित करते हुए डोटासरा ने कहा कि केंद्र सरकार ने अडानी और सेबी प्रमुख के साथ मिलकर शेयर मार्केट का घोटाला किया है. कांग्रेस के कार्यकर्ता को इस महाघोटाले के बारे में लोगों को सच्चाई बतानी है. उन्होंने आरोप लगाया कि सुनियोजित रूप से चंद उद्योगपतियों का देश की परिसंपत्तियों पर कब्जा करवाने के लिए घोटाले किए गए हैं और आम आदमी के हितों पर कुठाराघात किया गया है.
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार किसी गैर सरकारी व्यक्ति को सेबी का प्रमुख बनाया गया और मनी लॉन्ड्रिंग व शैल कंपनियों के जरिए अडानी के शेयरों में निवेश कर उनकी कीमतें बढ़ाई गई. सरकार ने सभी उद्योग और व्यवसायों पर अडानी का कब्जा करवा दिया है. राहुल गांधी ने जब पूछा कि अडानी के खातों में 20 हजार करोड़ रुपए किसके हैं, तो उनकी संसद सदस्यता छीन ली गई. लेकिन अब वही राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनकर इनकी नींद हराम कर रहे हैं.
जेपीसी से जांच हुई, तो कई नेता होंगे जेल में: डोटासरा बोले कि सुप्रीम कोर्ट के कहने पर सेबी प्रमुख अडानी शेयर घोटाले की जांच कर रही थी. अब हिडनबर्ग की रिपोर्ट ने सामने आया है उनके और उनके पति का भी अडानी की कंपनियों में निवेश है. उन्होंने लोकसभा में स्पीकर और राज्यसभा में उपराष्ट्रपति का बेजां इस्तेमाल करने का भी केंद्र सरकार पर आरोप लगाया. उन्होंने कि इससे पहले भी कई मुद्दों पर जेपीसी का गठन किया गया था. इस घोटाले की जेपीसी से जांच होती है तो इनके कई नेता जेल में होंगे.
आरक्षण पर केंद्र सरकार की क्या मंशा: उन्होंने कहा कि जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण में क्रीमीलेयर और उप वर्गीकरण का फैसला दिया है. चर्चा है कि उसमें केंद्र सरकार की मंशा साफ झलक रही है. उन्होंने प्रदेश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की मंत्री और विधायक नहीं सुनते. मंत्री और विधायकों की बात अफसर नहीं मानते हैं. मंत्री इस्तीफा जेब में लेकर घूम रहा है. मुख्यमंत्री यमुना जल समझौते और ईआरसीपी को लेकर बड़े-बड़े दावे करते हैं. लेकिन हकीकत यह है कि उन्होंने केंद्र सरकार के दबाव में राजस्थान के हितों को मध्यप्रदेश और हरियाणा के आगे गिरवी रख दिया है.
पांच साल नहीं चलेगी केंद्र सरकार: डोटासरा ने दावा किया कि यह तो शुरुआत है. आज जो कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश देखने को मिल रहा है उससे साबित हो गया है कि आने वाले समय में मोदी सरकार पांच साल पूरी नहीं कर पाएगी. प्रदेश में भी मुख्यमंत्री ने अगर काम नहीं किया तो उनके ही लोग तख्तापलट की तैयारी में. जनता की कोई सुनवाई करने वाला नहीं है. आज राजस्थान में कोई मंत्री किसी को यह नहीं कह सकता है कि वे उसका वाजिब काम करवा देंगे.
हमारे पास आ रही है सरकार के घोटालों की फाइलें: वे बोले- भाजपा वाले कहते हैं उनके शासन में एक भी घोटाला नहीं पकड़ा गया. हजारों घोटाले हैं. लेकिन आप जांच नहीं करवाते. जांच करवाते हैं, तो जांच करने वाले ही हिस्सेदारी में होते हैं. उन्होंने कहा, अगले विधानसभा सत्र में प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के चीरहरण का काम हमारे विधायक नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में करेंगे. इनके घोटालों की फाइलें हमारे पास आ रही हैं. आप तो हमें कब जेल भेजोगे. हम आपको बेनकाब कर जेल भिजवाएंगे.
टिकट नहीं दिया, हाजिरी भरकर राठौड़ की बेइज्जती: डोटासरा ने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि वो राजेंद्र राठौड़ की हाजिरी ले रहे थे कि बैठे क्यों नहीं, चले क्यों गए. नेता प्रतिपक्ष थे. पहले सांसद की टिकट नहीं दी. फिर दो साल के लिए खाली हुई राज्यसभा की सीट नहीं दी. अब आप चाहते हो बेइज्जती करवाकर सामने दरी पर बैठ जाएं. टिकट गई भाड़ में, लेकिन नेताओं का इतना अपमान तो मत करो. वो कोई छोटे नेता थोड़ी हैं. आप उनके लिए बेइज्जती की बातें करते हो. यह साबित हो गया कि भाजपा में अपने नेताओं की कद्र नहीं हैं. उन्होंने आगे कहा कि वसुंधरा राजे भी तो चुपचाप कुछ न कुछ कर ही रही होंगी.
इन्होंने भी साधा सरकार पर निशाना: धरने को जयपुर शहर जिलाध्यक्ष आरआर तिवाड़ी, विधायक विकास चौधरी, ललित यादव, अमित चाचाण, इंदिरा मीना, पूर्व मंत्री ममता भूपेश, एनएसयूआई अध्यक्ष विनोद जाखड़, आरटीडीसी के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़, एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष अभिषेक चौधरी, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, सांसद मुरारीलाल मीना, राहुल कस्वां, भजनलाल जाटव, उप नेता प्रतिपक्ष रामकेश मीना ने भी संबोधित किया. पूर्व मंत्री बीडी कल्ला, शांति धारीवाल, विधायक रफीक खान, अमीन कागजी, रीटा चौधरी, जाकिर हुसैन गैसावत, हरिमोहन शर्मा, हरेंद्र मिर्धा, मनीष यादव, जयपुर ग्रामीण जिलाध्यक्ष गोपाल मीना भी मौजूद रहे.