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'लोस चुनाव से पहले जुमलों की बरसात', सियासी मुद्दा बना बिंदुखत्ता राजस्व गांव बनाने की घोषणा, कांग्रेस ने जमकर घेरा

Lok sabha election 2024 बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की घोषणा पर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने धामी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की इस घोषणा को लोस चुनाव को लेकर चुनावीं शगूफा करार दिया है. पढ़ें पूरी खबर..

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सियासी मुद्दा बना बिंदुखत्ता राजस्व गांव बनाने की घोषणा
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 3, 2024, 3:24 PM IST

हल्द्वानी: कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम के रूप में घोषणा में शामिल करने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव नजदीक है. ऐसे में भाजपा सरकार घोषणाओं की बरसात कर रही है. पहले की गई कई घोषणाओं पर अभी तक कोई काम नहीं हुआ है और अब सरकार केवल घोषणाएं कर रही है.

दीपक बल्यूटिया बोले भाजपा का दोहरा चेहरा: कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने कहा कि जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा, जिसको 15 दिसंबर 2016 को राजस्व ग्राम घोषित किया गया था. बाद में 20 दिसंबर 2016 को जारी अधिसूचना से सर्वेक्षण एवं अभिलेख क्रियाएं संपादित करने का आदेश दिया गया था. जिस पर भाजपा सरकार ने 13 दिसंबर 2020 को अधिसूचना जारी कर सर्वेक्षण एवं अभिलेख क्रियाओं में रोक लगाकर जवाहर ज्योति- दमुवाढूँगा से मालिकाना हक का अधिकार छीनने का काम किया है. उन्होंने कहा कि एक तरफ भाजपा सरकार सैन्य धाम की बात करती है, तो दूसरी तरफ शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि 10 लाख रुपये ना दिए जाने को लेकर सरकार सर्वोच्च न्यायालय में उनके खिलाफ दावा पेश किया जाता है. इससे भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर होता है.

जनता लोस चुनाव में भाजपा को सिखाएगी सबक: दीपक बल्यूटिया ने कहा कि जनता भाजपा की कथनी और करनी को भली-भांति समझ चुकी है और आगामी लोकसभा चुनाव में सबक सिखाएगी. उन्होंने कहा कि बिंदुखत्ता गांव में भारी संख्या में पर्वतीय क्षेत्र के लोग निवास करते हैं. तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी सरकार ने बिंदुखत्ता के लोगों को बिजली, सड़क सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराई और वहां पर जो भी विकास हुआ है, वह कांग्रेस कार्यकाल में हुआ था, लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद वहां पर कोई विकास नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग चुनाव के समय राजस्व गांव देने की बात तो करते हैं, लेकिन चुनाव बाद अपने वादे भूल जाते हैं.

पूर्व सीएम हरीश रावत उठाई थी आवाज: गौरतलब है कि बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव बनाने के लिए बजट सत्र के दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत कांग्रेसियों के साथ विधानसभा घेराव करने पहुंचे थे. इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बिन्दुखत्ता गांव को राजस्व गांव बनाने के लिए मुख्यमंत्री घोषणा में शामिल किया है.

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हल्द्वानी: कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा बिंदुखत्ता को राजस्व ग्राम के रूप में घोषणा में शामिल करने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव नजदीक है. ऐसे में भाजपा सरकार घोषणाओं की बरसात कर रही है. पहले की गई कई घोषणाओं पर अभी तक कोई काम नहीं हुआ है और अब सरकार केवल घोषणाएं कर रही है.

दीपक बल्यूटिया बोले भाजपा का दोहरा चेहरा: कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने कहा कि जवाहर ज्योति दमुवाढूंगा, जिसको 15 दिसंबर 2016 को राजस्व ग्राम घोषित किया गया था. बाद में 20 दिसंबर 2016 को जारी अधिसूचना से सर्वेक्षण एवं अभिलेख क्रियाएं संपादित करने का आदेश दिया गया था. जिस पर भाजपा सरकार ने 13 दिसंबर 2020 को अधिसूचना जारी कर सर्वेक्षण एवं अभिलेख क्रियाओं में रोक लगाकर जवाहर ज्योति- दमुवाढूँगा से मालिकाना हक का अधिकार छीनने का काम किया है. उन्होंने कहा कि एक तरफ भाजपा सरकार सैन्य धाम की बात करती है, तो दूसरी तरफ शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि 10 लाख रुपये ना दिए जाने को लेकर सरकार सर्वोच्च न्यायालय में उनके खिलाफ दावा पेश किया जाता है. इससे भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर होता है.

जनता लोस चुनाव में भाजपा को सिखाएगी सबक: दीपक बल्यूटिया ने कहा कि जनता भाजपा की कथनी और करनी को भली-भांति समझ चुकी है और आगामी लोकसभा चुनाव में सबक सिखाएगी. उन्होंने कहा कि बिंदुखत्ता गांव में भारी संख्या में पर्वतीय क्षेत्र के लोग निवास करते हैं. तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी सरकार ने बिंदुखत्ता के लोगों को बिजली, सड़क सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराई और वहां पर जो भी विकास हुआ है, वह कांग्रेस कार्यकाल में हुआ था, लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद वहां पर कोई विकास नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग चुनाव के समय राजस्व गांव देने की बात तो करते हैं, लेकिन चुनाव बाद अपने वादे भूल जाते हैं.

पूर्व सीएम हरीश रावत उठाई थी आवाज: गौरतलब है कि बिन्दुखत्ता को राजस्व गांव बनाने के लिए बजट सत्र के दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत कांग्रेसियों के साथ विधानसभा घेराव करने पहुंचे थे. इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बिन्दुखत्ता गांव को राजस्व गांव बनाने के लिए मुख्यमंत्री घोषणा में शामिल किया है.

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