रीवा। कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सदस्य राजमणि पटेल ने आरक्षण व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा "गरीबी के आधार पर आरक्षण की सुविधा होनी चाहिए. यह तभी संभव है जब जातिगत जनगणना कराई जाए. आज के परिवेश में मात्र पिछड़ों को ही आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है. मगर यह लाभ भी मात्र उन्हीं पिछड़े हुए व्यक्तियों तक पहुंच पाता है जो नेताओं से जुड़े हैं. आरक्षण व्यवस्था को बनाने के लिए लागू किया गया था लेकिन उसे भी कई हिस्सों में बांट दिया गया है."
पिछड़े वर्ग को सामाजिक व शैक्षणिक संपन्नता नहीं मिली
पूर्व सांसद पटेल ने कहा "गरीबी रेखा में आने वाले कई लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है." बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी जातिगत जनगणना को लेकर लगातार सरकार के खिलाफ हमलावर हैं. वहीं, केंद्र सरकार ने इस विषय पर राहुल गांधी को ही आड़े हाथों ले लिया है. पूर्व सांसद राजमणि पटेल ने कहा कि सरकार तो वैसे भी जनगणना करा रही है अब जरूरी है जातिगत जनगणना कराना. पूर्व कांग्रेस सांसद ने कहा "अभी तक की आरक्षण व्यवस्था में पिछड़े लोगों को महज आर्थिक संपन्नता ही मिल पाई है, जबकि सामाजिक और शैक्षणिक संपन्नता के लिए लोगों को अब भी संघर्ष करना पड़ रहा है."
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बीजेपी जिलाअध्यक्ष ने किया कांग्रेस पर पलटवार
वहीं, पूर्व सांसद राजमणि पटेल के द्वारा उठाए गए जातिगत जनगणना के सवाल पर रीवा के बीजेपी जिला अध्यक्ष अजय सिंह का कहना है "कांग्रेस के नेता अपना आपा खो चुके हैं. इनके पास अनर्गल बयान के आलावा कोई काम नही बचा है." उन्होंने जिस तरह से 70 साल तक देश को धोखे में रखा. अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग सभी के साथ अन्याय करके उन्हे सिर्फ वोट का जरिया बनाया है. मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद अनेक गरीब कल्याण की योजनाएं आई हैं.