जोधपुर: गृहमंत्री अमित शाह की ओर से लोकसभा में भीमराव अंबेडकर को लेकर दिए गए बयान के विरोध में सोमवार को जोधपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. इससे पहले कांग्रेस ने रैली निकाली.
रैली कांग्रेस कार्यालय से शुरू हुई और शहर के मुख्य बाजारों से गुजरते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची. यहां पर कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद कलेक्ट्रेट के अंदर गए, लेकिन उन्हें वहां कलेक्टर नहीं मिले. इस पर वे बाहर ही बैठकर नारेबाजी करने लगे. बाद में जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
जिलाध्यक्ष सलीम खान व नरेश जोशी ने बताया कि लोकसभा में जिस तरीके से संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने बयान दिया है, वह स्वीकार्य नहीं हैं. उन्होंने बाबा साहब का अपमान किया है. कांग्रेस नेता करणसिंह उचियारडा ने कहा कि भाजपा खुद को संविधान का रक्षक और बाबा साहब को आदर्श बताती थी, उसके नेता ने जिस तरह से उनका अपमान किया है. वह बर्दाश्त के लायक नहीं हैं. केंद्र सरकार को अमित शाह से गृहमंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए, नहीं तो राष्ट्रपति को उनको बर्खास्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि अमित शाह को हटाया नहीं गया तो कांग्रेस अपना आंदोलन और तेज करेगी.
रैली में जुटी भीड़: प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस के कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं की भीड़ कम हो रही थी, लेकिन सोमवार को प्रदर्शन में जोरदार भीड़ जुटी. कांग्रेस कार्यालय से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्र हुए और कलेक्ट्रेट तक मौजूद रहे. कार्यकर्ता पूरे रास्ते में जमकर नारेबाजी करते रहे. इस रैली में पूर्व विधायक मनीषा पंवार, महापौर कुंति देवडा, जेडीए के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी, करण सिंह उचियारडा, श्रवण पटेल और कुंति भील सहित अन्य मौजूद रहे.