लोहरदगा: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने को लेकर राजनीतिक हलचल मची हुई है. इस मामले को लेकर अलग-अलग नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं. इन सबके बीच खिजरी से कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने एक ऐसा बयान दे दिया है. जिसे लेकर राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू होने की उम्मीद है.
'जंगल नहीं सर्कस के शेर'
एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोहरदगा पहुंचे खिजरी के कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने महत्वपूर्ण बयान दिया है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने को लेकर उन्होंने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी उद्योगपतियों और पूंजीपतियों को संरक्षण देती है. वह उनके इशारों पर ही काम करती है. चंपाई सोरेन कोल्हान टाइगर के नाम से जाने जाते थे, परंतु अब वह भारतीय जनता पार्टी में हैं तो अब वह जंगल के शेर नहीं रहे, बल्कि अब वह सर्कस के शेर हो गए हैं. वहां खुलकर अपनी बातों को नहीं रख पाएंगे.
विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि चंपाई सोरेन झारखंड आंदोलनकारी रहे हैं. झारखंड के आंदोलन में उनकी बड़ी भूमिका रही है. वह एक सम्मानित नेता भी हैं. अब वह भारतीय जनता पार्टी में रहकर कैसे काम करेंगे, यह तो वही जान सकते हैं. उन्होंने कहा है कि अब वह वही स्क्रिप्ट पड़ेंगे, जो उन्हें लिख कर दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि जो झारखंडी और आदिवासी समुदाय भारतीय जनता पार्टी में जाएगा, उसका राजनीति का यह अंतिम छोर साबित होगा राज्यहित में भारतीय जनता पार्टी ने कभी भी सही फैसला नहीं लिया है. राजनीति करना ही भाजपा का एकमात्र मकसद रहा है.
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