देहरादून: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अल्मोड़ा बस हादसे पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने हादसे में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर आड़े हाथों लिया है. उनका कहना है कि सरकार ने आनन-फानन में इस हादसे के लिए जिम्मेदार मानते हुए पौड़ी और अल्मोड़ा के एआरटीओ प्रवर्तन को सस्पेंड किया है. जबकि, एआरटीओ को सस्पेंड करने की बजाय सरकार यदि पहले से ही सड़कों को गड्ढा मुक्त कर देती तो यह हादसा नहीं होता. वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी माना है कि बस ओवरलोड थी.
सरकार पर बरसे करन माहरा: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अल्मोड़ा में हुआ यह हादसा पहली घटना नहीं है. बल्कि, इस तरह के सड़क हादसे पहले भी हो चुके हैं, लेकिन एआरटीओ को सस्पेंड करने का क्या कारण है? यदि सरकार सड़कों को दुरुस्त और गड्ढा मुक्त कर देती. इसके अलावा सड़कों का चौड़ीकरण कर देती तो यह हादसा नहीं होता. सड़कों के किनारे पैराफिट और क्रैश बैरियर नहीं लगाए गए हैं. जो सरकार की खामी है.
हादसा और मौत सरकार का फेलियर: करन माहरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को ये भी बताना चाहिए कि जब बस सुबह 7 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, उसके बाद जिलाधिकारी ने जनप्रतिनिधियों का फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझा. एंबुलेंस भी दुर्घटनास्थल पर काफी देरी से पहुंची. इस देरी की वजह से कई लोगों का ज्यादा ब्लीडिंग हो गया. इससे भी लोग अपनी जान गंवा बैठे. इस दुर्घटना में हताहत लोगों को एयरलिफ्ट किए जाने में भी देरी की गई. उन्होंने इसे पूरी तरह से सरकार का फेलियर बताया है.
इसके अलावा करन माहरा ने सरकार से दुर्घटना में मृत लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपए और घायलों को 5 लाख रुपए मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है. बता दें कि आज पौड़ी के गोलिखाल क्षेत्र से बस संख्या UK 12 PA 0061 रामनगर जा रही थी. तभी अल्मोड़ा के मार्चुला के पास हादसे का शिकार हो गई. अभी तक इस हादसे में 36 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि, कई लोग अभी भी अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कही ये बात: वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने अल्मोड़ा बस हादसे में असामयिक मौतों पर संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर सुबह से ही बीजेपी संगठन और सरकार लगातार नजर बनाए हुए हैं. बस हादसे में ज्यादातर मृतक सैनिक हैं. उन्होंने मृतकों को शहीद तक करार दिया. मुख्यमंत्री खुद इस घटना को लेकर गंभीर हैं.
इसके अलावा विपक्ष की ओर से हादसे को लेकर सरकारी मशीनरी के फेलियर आरोप पर महेंद्र भट्ट ने कहा कि निश्चित तौर से ओवरलोडिंग की समस्या देखने को मिलती है, जिसकी वजह से बड़ी घटनाएं भी देखने को मिली है. इस बस में क्षमता से ज्यादा सवारी बैठाई गई थी. सरकार ने भी इन तमाम पहलुओं का संज्ञान लिया है. इसी कड़ी में संबंधित अधिकारियों पर गाज भी गिरी है. आगे भी इस पर जांच के लिए आदेश हो चुके हैं.
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