ऋषिकेश: केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा के दौरान आई दिक्कतों के संबंध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उन्होंने धामी सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर कई सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के शुभारंभ पर सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए रहने ,खाने-पीने और शौचालय समेत मोबाइल नेटवर्क की सभी सुविधाएं पूरी करने का दावा किया था, लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजर आ रहा है.
सोनप्रयाग पहुंचने के बाद केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा स्थागित: जयेंद्र रमोला ने बताया कि केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा आपदा के चलते सोनप्रयाग पहुंचने के बाद स्थगित की गई है, जिसे मौसम के अनुरुप जल्द ही आगे बढ़ाया जाएगा. केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा चार मांगों को लेकर निकाली गई थी, जिसमें सबसे पहले दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर का विरोध शामिल है. इसके अलावा केदारनाथ में वर्षों पुरानी कृष्णा माई गुफा का नाम बदलकर मोदी गुफा किया गया है, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं.
जयेंद्र रमोला बोले जगह-जगह शराब की दुकानें खुली: केदारनाथ मंदिर से चोरी हुआ 228 किलो सोने के बारे में भी सरकार से जांच की मांग की गई है. वहीं, गर्भ गृह में कैमरा ले जाने से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई हैं, इसलिए सरकार को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने बताया कि जगह-जगह शराब की दुकानें खुली हुई मिली, जिससे सरकार की मंशा पर सवाल खड़े होने लाजमी हैं. साथ ही आरोप लगाया कि आपदा के दौरान धरातल पर भाजपा के नेता, विधायक और सांसद नदारत हैं, जबकि कांग्रेस के नेता जनता से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनने का काम कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें-