रांची: राजधानी रांची लौटते ही प्रदेश भाजपा कार्यालय में सीता सोरेन द्वारा झामुमो के नेताओं पर लगाए गए आरोपों पर झामुमो ने जवाब दिया है. झामुमो और कांग्रेस के नेताओं ने सीता सोरेन के आरोपों को भाजपा नेताओं का लिखा स्क्रिप्ट करार दिया है.
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने कहा कि सीता सोरेन, झामुमो छोड़ भारतीय जनता पार्टी में गयीं हैं तो उन्हें अपने ही परिवार और JMM पर आरोप लगाना ही पड़ेगा. कांग्रेस नेता ने कहा कि जिस तरह का बयानबाजी सीता सोरेन कर रही हैं उससे साफ है कि वह भाजपा नेता का लिखा स्क्रिप्ट पढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि वह इस खौफ में भी अपने पूर्व की पार्टी और उसके नेताओं पर आरोप लगा रही हैं क्योंकि उन्हें डर है कि ऐसा नहीं किया तो कहीं सुनील सोरेन की तरह उनका भी मिला टिकट पार्टी वापस न ले लिया जाए.
कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य की राजनीति में कोई दुर्गा सोरेन, शिबू सोरेन को कमतर आंक कर पॉलिटिक्स कर ही नहीं सकता. उन्होंने कहा कि अब चुनाव का समय है जनता सब तय कर देगी.
भाभी ने देर कर दी...निशिकांत दुबे पहले ही सोशल मीडिया पर कह चुके हैं ये सब बातें- JMM
पति दुर्गा सोरेन की मौत को संदेहास्पद बताने और इस मामले की जांच नहीं कराने के सीता सोरेन के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाभी ने देर कर दी. जिस दिन उन्होंने भाजपा का दामन थामा था उस दिन ही गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया X पर ये बातें लिख दी थी. सुप्रियो भट्टाचार्या में कहा कि भाजपा में सोरेन परिवार की बड़ी बहू को इसलिए ही भाजपा में शामिल कराया है, ताकि उनको आगे कर एक आंदोलनकारी परिवार पर बेबुनियाद आरोप लगाते रहें.
शिबू सोरेन से आशीर्वाद लेकर दुमका के मैदान में उतरने के सीता सोरेन के बयान पर सुप्रियो ने कहा कि वह उस परिवार की बहू हैं, शिबू सोरेन पिता तुल्य हैं, रूपी सोरेन उनकी मां समान हैं, वह जाएं, आशीर्वाद लें लेकिन इस पर कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं करेंगे.
सीता सोरेन ने क्या आरोप लगाया था
दिशोम गुरु शिबू सोरेन की बड़ी बहू और जामा से तीन बार की विधायक रहीं हैं. सीता सोरेन भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार सेवा विमान से रांची लौटीं.
सोरेन परिवार की बड़ी बहू के रांची आगमन पर महानगर भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा सीता सोरेन का भव्य स्वागत किया. वहीं प्रदेश कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री और अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सीता सोरेन का स्वागत किया.
इसके बाद प्रदेश भाजपा कार्यालय में बतौर भाजपा नेता अपने पहले मीडिया संवाद कार्यक्रम में झामुमो के नेताओं खासकर हेमन्त सोरेन-कल्पना सोरेन पर आरोपों की झड़ी लगा दी. जिसमें उन्होंने यहां तक कह दिया कि उनके पति की मौत स्वाभाविक नहीं थी और कई बार मांग करने के बावजूद दुर्गा सोरेन के असामयिक निधन की उच्च स्तरीय जांच नहीं कराई गई.
सीता सोरेन ने कहा कि वह अपने दिवंगत पति की एक प्रतिमा लगवाने के आग्रह करती रहीं, वह भी मुख्यमंत्री रहते हेमंत सोरेन ने अनसुना कर दिया. जब तक दिशोम गुरु का स्वास्थ्य ठीक था तब तक मेरी बातों पर वह संज्ञान लेते थे, लेकिन अब वह बहुत बुजुर्ग हो गए हैं. सीता सोरेन ने बाबा यानी शिबू सोरेन से आशीर्वाद लेकर दुमका जाने की भी बात मीडिया से कही थी. उन्होंने यह भी कहा था कि अब झामुमो का अस्तित्व नहीं बचेगा.
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