दौसा: प्रदेश में 7 सीटों पर हुए उपचुनावों के बाद शनिवार को मतगणना हुई. इस दौरान प्रदेश की सबसे हॉट सीट माने जाने वाली दौसा विधानसभा पर दिलचस्प नजारा देखने को मिला. यहां कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल के भाई और भाजपा प्रत्याशी जगमोहन मीना और कांग्रेस नेता सचिन पायलेट के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस प्रत्याशी डीसी बैरवा के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. सीधे तौर पर मानें तो यहां मुकाबला इन दोनों प्रत्याशियों के बीच था. हार के बाद जगमोहन मीना बोले कि राजनीति मेरे जैसों के लिए नहीं है, यह बड़ी कुटिल है.
इस सीट पर कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीना और कांग्रेस नेता सचिन पायलट की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी. इसका प्रमुख कारण है मीना-गुर्जर वोट बैंक. इस सीट पर सचिन पायलट ने उपचुनाव के दौरान कई सभाएं की. वहीं किरोड़ीलाल मीना यहां लगातार प्रचार-प्रसार में जुटे हुए थे. हाल में उनका एक वीडियो भी जमकर वायरल हुआ था. जिसमें वो हाथ में 'भिक्षाम देही' लिखा हुआ कमंडल लेकर लोगों से वोटों मांगते नजर आए. हालांकि यह फामूर्ला काम नहीं आया और कांग्रेस को इस सीट पर जीत मिली. भाजपा प्रत्याशी यहां कांग्रेस प्रत्याशी से 2300 वोटों से चुनाव हार गए.
दोबारा करवाई मतगणना: वहीं फाइनल रिजल्ट आने के बाद भाजपा प्रत्याशी, कांग्रेस प्रत्याशी से 2300 वोटों से हार गए. ऐसे में भाजपा प्रत्याशी जगमोहन मीना और उनके भतीजे महुवा विधायक राजेंद्र प्रधान ने वोटों की गिनती में गड़बड़ी होने की आशंका जताई, और फिर से वोटों की मतगणना करवाने की मांग कर दी. इस दौरान काफी विचार-विमर्श के बाद पर्यवेक्षक और जिला निर्वाचन अधिकारी ने विधानसभा क्षेत्र के 10 बूथ संख्या नंबर 92, 93, 150 ए, 151, 153, 158, 165, 167, 181 और 192 की फिर से मतगणना शुरू की. जिसमें रिकाउंटिंग के बाद भी भाजपा प्रत्याशी 2300 वोटों से पराजित हो गए.
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अपनों ने दिया है धोखा, औरों से क्या कहिएगा-जगमोहन मीना: इस दौरान मीडिया से बात करते हुए भाजपा प्रत्याशी जगमोहन मीना ने मायूसी भरे लहजे में कहा कि जब अपनों ने ही धोखा दिया है, तो औरों से क्या कहें. उन्होंने कहा कि मेरे मन में एक टीस रह गई, मैं दौसा के लिए बहुत कुछ करना चाहता था. लेकिन लोगों को ये मंजूर नहीं था. साथ ही उन्होंने अपने विरोधियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि साथ रहकर छुरा नहीं घोंपना चाहिए. इस दौरान उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि मेरे जैसे व्यक्ति के लिए राजनीति सही नहीं है. राजनीति बड़ी कुटिल हो गई है. इसलिए मैं इसके लिए योग्य नहीं हूं. हालांकि उन्होंने आगे किसी प्रकार के चुनाव नहीं लड़ने के सवाल पर कहा कि भविष्य के गर्भ में क्या छिपा है, ये किसी को नहीं पता.
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बीजेपी को लगा डीसी का करंट: वहीं मतगणना में लगातार मिल रही बढ़त के बाद से ही कांग्रेस प्रत्याशी और उनके समर्थकों में खुशी का माहौल था. ऐसे में डीसी बैरवा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा को डीसी ने करंट दिया है. बता दें कि विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को कुल 73236 वोट और कांग्रेस प्रत्याशी को 75536 वोट मिले है. ऐसे में दौसा से कांग्रेस ने 2300 वोटों से चुनाव जीतकर अपनी जीत की हैट्रिक लगा ली है.