गुना। अपनी ही पार्टी को हमेशा निशाने पर लेने वाले लक्ष्मण सिंह ने एक बार फिर बगावती तेवर दिखाते हुए कांग्रेस के केंद्रीय व प्रदेश नेतृत्व को जमकर खरी-खोटी सुनाई है. उन्होंने कहा कि आजकल कांग्रेस में निर्णय लेने में बहुत लेटलतीफी की जाती है. इससे कार्यकर्ताओं व नेताओं का मनोबल गिरा हुआ है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी कांग्रेस नेतृत्व सीख नहीं ले रहा है. अब लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी की घोषणा करने में फिर लेटलतीफी की जा रही है. जबकि प्रत्याशी तैयार बैठे हैं चुनाव लड़ने को.
ईडी व इनकम टैक्स की कार्रवाई को सही बताया
लक्ष्मण सिंह ने कहा कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में काफी पहले प्रत्याशी घोषित कर दिए थे. इसके साथ ही बीजेपी एकजुट होकर चुनाव लड़ी और नतीजा हमारे सामने हैं. विपक्षी नेताओं पर लगातार हो रही ईडी, आईटी की कार्रवाई को लेकर उन्होंने कहा कि जहां भी कार्यवाई हो रही, वहां से बेहिसाब रकम भी निकल रही है. अरविंद केजरीवाल पर पूछे सवाल पर लक्ष्मण सिंह ने कहा कि वह ईडी के बुलाने पर क्यों नहीं जाते. यदि वे ईमानदारी का दावा करते हैं तो इतने समन मिलने के बाद भी जाते क्यों नहीं है, उन्हें जाना चाहिए.
ALSO READ: |
एमपी में कांग्रेस 8 से 9 सीटें जीत सकती है
इसके साथ ही अपनी ही पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हमारी एक कमजोरी है कि हम निर्णय नहीं ले पाते और प्रत्याशियों को चुनने में देरी करते हैं जो हम पर भारी पड़ता है. उन्होंने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा जल्द होने पर आधा दर्जन से अधिक सीटे जीतने का दावा भी किया. लक्ष्मण सिंह ने कहा कि यदि समय रहते पार्टी लोकसभा के उम्मीदवारों की घोषणा करती है और सभी मिलकर चुनाव लड़ते हैं तो एमपी में हम 8 से 9 सीटें आसानी से जीत सकते हैं.