देहरादूनः धामी सरकार ने उत्तराखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र की तैयारी शुरू कर दी है. सत्र को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं कि इसका आयोजन कहां होगा? मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मॉनसून सत्र उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण विधानसभा में आहूत किए जाने की मांग उठाई है.
उत्तराखंड विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष भुवन चंद्र कापड़ी का कहना है कि जब सरकार ने बजट सत्र गैरसैंण में नहीं कराया तो कम से कम सरकार इस बार मॉनसून सत्र गैरसैंण में आहूत कर दे. उन्होंने कहा कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया है. सरकार ने वहां ग्रीष्मकालनी सत्र तो नहीं कराया. लेकिन इस बार मॉनसून सत्र तो वहां कराए. उन्होंने सरकार पर गैरसैंण की अनदेखी किए जाने का भी आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि, मॉनसून सत्र अगर वहां कराया जाता है तो कम से कम अधिकारी, कर्मचारी और नेता पहाड़ तो चढ़ेंगे. अधिकारियों और नेताओं के पहाड़ जाने से उन्हें यह समझ में आएगा कि पहाड़ों में क्या रहन-सहन है. पहाड़ों की क्या विषम परिस्थितियां हैं और पहाड़ों में किन-किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. कापड़ी ने सत्र की समय अवधि पर भी सरकार को घेरा है.
उन्होंने कहा कि सरकार को सत्र लंबा चलाना चाहिए. ताकि रात दिन वहां रहकर अधिकारी यह जान पाएं कि पहाड़ों की क्या विषम परिस्थितियां हैं. यह जानने के बाद अधिकारी उसी हिसाब से विकास कार्यों को धरातल पर लाएंगे और पहाड़ को लाभ दे पाएंगे.
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