रायपुर : छत्तीसगढ़ में नशे के कारोबार पर रोक लगाने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए. सरकार ने भी इस ओर तेजी से आगे बढ़ने का आश्वासन दिया है. लेकिन इस बीच कांग्रेस ने शराबबंदी को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी इसलिए शराबबंदी नहीं कर रही क्योंकि शराब से नेताओं को कमीशन मिलता है.वहीं नवा रायपुर के नामकरण लिए गठित समिति पर भी दीपक बैज ने सवाल उठाए हैं.कांग्रेस का कहना है कि शराबबंदी बीजेपी सरकार इसलिए नहीं कर रही है, क्योकि इससे उनके नेताओं को कमीशन मिलता है.
अमित शाह क्यों नहीं करते शराबबंदी : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान नशे के कारोबार को रोकने के लिए सरकार के ऐलान पर कांग्रेस ने पलटवार किया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक भाई ने कहा कि यदि अमित शाह को इतनी चिंता है, तो शराब बंदी क्यों नहीं करते. इन्होंने चुनाव में बड़ी-बड़ी बातें कही, प्रधानमंत्री से लेकर निचले स्तर तक सभी कार्यकर्ताओं ने कही.
''पिछले 15 साल की सरकार में उन्होंने शराबबंदी की बात कही,यदि अमित शाह को इतनी चिंता है तो शराबबंदी कर देना चाहिए. क्यों नहीं कर रहे हैं. शराब से बीजेपी के नेताओं को अतिरिक्त कमीशन जा रहा है. जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने का काम कर रहे हैं. इसलिए अमित शाह का बयान छत्तीसगढ़ की जनता को गुमराह करने वाला बयान है.'' दीपक बैज, प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़
इस बयान पर पलटवार करते हुए गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि जब उन्होंने गंगाजल उठाकर शराबबंदी की बात कही थी, उस दौरान करना था.
''बीजेपी ने तो शराबबंदी की बात कभी कहा भी नहीं था. शराबबंदी के लिए अपने घोषणा पत्र में भी नहीं कहा है. जब वे गंगाजल उठाकर के शराबबंदी की बात बोले थे, तब क्यों नहीं किया ,यह उन्हें बताना चाहिए.'' विजय शर्मा, गृहमंत्री छत्तीसगढ़
बीजेपी कर रही नामकरण : वहीं नामकरण को लेकर दीपक बैज ने कहा कि बीजेपी के पास सरकार बनने के बाद कोई काम नहीं है. कांग्रेस सरकार योजनाओं को बंद करना ,नाम बदलना, सिर्फ इसी काम में टाइम पास कर रही है. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार नाम बदलने और काम को बंद करने के सिवा कुछ नहीं कर रही है. छत्तीसगढ़ में टाइम पास कर रही है.
हमने बनाया हम ही रखेंगे नाम : कांग्रेस के आरोप पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि बीजेपी ने नया रायपुर बनाया था. नामकरण करना ही बाकी है, वह भी करेंगे. उन्होंने क्या किया, नया रायपुर हो या नवा रायपुर उसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है. इतना बड़ा स्ट्रक्चर, इतना बड़ा क्षेत्रफल जो चंडीगढ़ से बड़ा है. पूरे भारत में ऐसे प्लांट, कोई सिटी इतनी बड़ी नहीं है, यह सबसे बड़ी है, इसे छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार ने बनाया है. आपने क्या बनाया है.
आपको बता दें कि नवा रायपुर के नामकरण के लिए गठित समिति को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला था. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी के पास अब करने को कुछ नहीं है, इसलिए वह सिर्फ नामकरण कर रही है. वहीं बीजेपी का कहना है कि नया रायपुर उनके शासन काल में बना इसलिए नाम भी वही रखेंगे.