देहरादून: उत्तराखंड में प्रथम चरण के तहत लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है. वहीं अब उत्तराखंड के नेताओं को दूसरे राज्यों में चुनावी जिम्मेदारी दी जाएगी. राजनीतिक दल इसके लिए नेताओं की सूची तैयार करने में जुटे हुए हैं, जिन्हें अलग-अलग राज्यों में विभिन्न क्षेत्रों में लगाया जाएगा. देश भर में फिलहाल लोकसभा चुनाव का शोर सुनाई दे रहा है, हालांकि पहले चरण के तहत देश के 21 राज्यों में 102 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुका है. जिसमें उत्तराखंड की सभी पांच लोकसभा सीटें भी शामिल हैं.
मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद जहां एक तरफ अगले चरण के तहत दूसरे राज्यों में चुनावी प्रचार प्रसार तेज हो रहा है तो वहीं उत्तराखंड के दिग्गज नेताओं को भी अन्य राज्यों में जिम्मेदारियां सौंपी जा रही है. ना केवल प्रदेश के दिग्गज नेता बल्कि संगठन स्तर पर काम करने वाले नेताओं को भी दूसरे राज्यों में काम दिया जा रहा है. लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने ऐसे प्रदेश के 100 नेताओं की सूची तैयार कर ली है जिन्हें अलग-अलग राज्यों में जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं.उधर इसके अलावा मुख्यमंत्री समेत दूसरे तमाम बड़े नेताओं को भी विभिन्न जनसभाओं के लिए दूसरे राज्यों में भेजने के लिए कार्यक्रम तैयार हो रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष खजान दास ने कहा कि प्रदेश में 100 नेताओं की सूची तैयार हो चुकी है और इनमें से किन नेताओं को कहां की जिम्मेदारी दी जाएगी, इसके लिए अंतिम निर्णय संगठन स्तर पर लिया जाएगा. ऐसे कई राज्य हैं जहां प्रवासी उत्तराखंडी बड़ी संख्या में निवास करते हैं. ऐसे राज्य और लोकसभा क्षेत्र को भी चिन्हित करते हुए प्रदेश के नेताओं को इन लोकसभा में विशेष तौर पर प्रचार प्रसार के लिए भेजे जाने की कोशिश हो रही है. साथ ही तमाम पार्टी नेताओं की ख्याति और उनके अनुभवों को देखते हुए भी उनकी जिम्मेदारियां को तय किया जा रहा है.
इन सभी क्राइटेरिया को देखकर नेताओं को चुनावी ड्यूटी में तैनात होने के लिए कहा गया है.उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं को भी दूसरे राज्य में चुनाव के लिए भेजे जाने पर मंथन चल रहा है. हालांकि पहले ही हरीश रावत से लेकर हरक सिंह रावत और दूसरे कई नेताओं को अन्य राज्यों में जिम्मेदारियां सौंपी गई है. इसके अलावा संगठन स्तर पर काम कर रहे पदाधिकारी को भी मीडिया या दूसरी जिम्मेदारी के लिए भी अन्य राज्यों में भेजा गया है. अभी कुछ और नेताओं के भी नाम तय किया जा रहे हैं, जिन्हें आवश्यकता के अनुसार बाकी राज्यों में भेजा जाएगा. इसके लिए जल्द ही सूची भी तैयार की जाएगी.
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