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बरही का रण: कांग्रेस और भाजपा में उम्मीदवारों की लंबी कतार

बरही विधानसभा सीट पर कांग्रेस-भाजपा के बीच सीधा टक्कर है. सूत्रों का कहना है कि तीसरे मोर्चे के गठन की भी तैयारी चल रही है.

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ग्राफिक्स इमेज (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 16, 2024, 11:48 AM IST

हजारीबाग: झारखंड में चुनाव की घोषणा होते ही सियासी तपिश बढ़ गई है. हॉट सीट मानी जाने वाली 'बरही' विधानसभा सीट पूरी तरह से चर्चा में है. यहां कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर माना जा रहा है. भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले उमाशंकर अकेला यादव बरही विधानसभा से फिर टिकट के लिए लॉबिंग कर रहे हैं. वहीं, बरही विस क्षेत्र में कांग्रेस से चार बार विधायक बनने वाले पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव 2019 के विस चुनाव में भाजपा का दामन थामकर अपनी पांचवी पारी के लिए असफल पासा फेंक चुके हैं. जहां उन्हें एक बार कांग्रेस से शिकस्त होना पड़ा. 2024 के चुनाव में उन्हें एक बार फिर बरही विस से भाजपा की टिकट के लिए प्रमुख दावेदार मान जा रहा हैं.

चर्चा में इन भाजपा नेताओं का नाम

इधर, भाजपा से पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुनील साहू, गणेश यादव, अंबिका सिंह और हाल ही में बरही में जनसेवा के लिए चर्चित होने वाले युवा नेता अविनाश आर्य का नाम सुर्खियों में हैं.

कांग्रेस उम्मीदवारों ने पेश किया दावा

वहीं, कांग्रेस में उम्मीदवारों की सूची लंबी बताई जा रही है. जिसमें वर्तमान विधायक उमाशंकर अकेला यादव के अलावा उनके पुत्र सह चौपारण भाग - 2 के जिप सदस्य रविशंकर अकेला, तिलेश्वर साहू, सेना के केंद्रीय अध्यक्ष अरुण साहू, बिनोद प्रगतिशील फाउंडेशन के अध्यक्ष मंजीत यादव, फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य रघुनंदन गोप, कांग्रेस के एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष केदार पासवान, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष डॉ निजामुद्दीन अंसारी, कांग्रेस के ओबीसी जिला अध्यक्ष दीपक गुप्ता, युवा ओबीसी प्रखंड उपाध्यक्ष यमुना यादव, यूथ कांग्रेस के बरही विस अध्यक्ष मनोहर यादव, राजद छोड़कर कांग्रेस से जुड़ने वाली युवा नेता पूनम यादव आदि ने अपनी उम्मीदवारी के लिए दावा पेश किया हैं. सिर्फ आलाकमान के निर्णय का इंतजार है.

इसके अलावा जेबीकेएसएस (संजय मेहता ग्रुप) के भुनेश्वर यादव, जेबीकेएसएस (जयराम महतो ग्रुप) के कृष्णा यादव, सीपीआई के कृष्ण कुमार मेहता, बसपा के संतोष रविदास, निर्दलीय के रूप में बद्री यादव आदि के नाम चर्चा में हैं, जो जल्द ही अंतिम रूप से जनता के बीच घोषित हो ही जाएंगे. जानकारों की मानें तो इस बार के चुनाव में बरही विधानसभा की जनता ने विकास और रोजगार मुख्य रूप से अपना उद्देश्य बनाया है.

ये भी पढ़ें: गिरिडीह में फिर रहेगा तीर-कमान का जोर या खिलेगा कमल, जानें कैसा रहा वर्तमान विधायक का सफरनामा

ये भी पढ़ें: चुनावी रणभूमि में भाजपा के योद्धाओं को उतारने की तैयारी, बरही बनेगा कुरुक्षेत्र!

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चर्चा में इन भाजपा नेताओं का नाम

इधर, भाजपा से पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुनील साहू, गणेश यादव, अंबिका सिंह और हाल ही में बरही में जनसेवा के लिए चर्चित होने वाले युवा नेता अविनाश आर्य का नाम सुर्खियों में हैं.

कांग्रेस उम्मीदवारों ने पेश किया दावा

वहीं, कांग्रेस में उम्मीदवारों की सूची लंबी बताई जा रही है. जिसमें वर्तमान विधायक उमाशंकर अकेला यादव के अलावा उनके पुत्र सह चौपारण भाग - 2 के जिप सदस्य रविशंकर अकेला, तिलेश्वर साहू, सेना के केंद्रीय अध्यक्ष अरुण साहू, बिनोद प्रगतिशील फाउंडेशन के अध्यक्ष मंजीत यादव, फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य रघुनंदन गोप, कांग्रेस के एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष केदार पासवान, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष डॉ निजामुद्दीन अंसारी, कांग्रेस के ओबीसी जिला अध्यक्ष दीपक गुप्ता, युवा ओबीसी प्रखंड उपाध्यक्ष यमुना यादव, यूथ कांग्रेस के बरही विस अध्यक्ष मनोहर यादव, राजद छोड़कर कांग्रेस से जुड़ने वाली युवा नेता पूनम यादव आदि ने अपनी उम्मीदवारी के लिए दावा पेश किया हैं. सिर्फ आलाकमान के निर्णय का इंतजार है.

इसके अलावा जेबीकेएसएस (संजय मेहता ग्रुप) के भुनेश्वर यादव, जेबीकेएसएस (जयराम महतो ग्रुप) के कृष्णा यादव, सीपीआई के कृष्ण कुमार मेहता, बसपा के संतोष रविदास, निर्दलीय के रूप में बद्री यादव आदि के नाम चर्चा में हैं, जो जल्द ही अंतिम रूप से जनता के बीच घोषित हो ही जाएंगे. जानकारों की मानें तो इस बार के चुनाव में बरही विधानसभा की जनता ने विकास और रोजगार मुख्य रूप से अपना उद्देश्य बनाया है.

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