रुद्रपुर: तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आज गांधी मैदान में प्रदेशव्यापी बंगाली सम्मेलन आयोजित किया गया. सम्मेलन में हजारों की संख्या में बंगाली समाज से जुड़े लोग मौजूद रहे. इसी बीच बंगाली समाज के वक्ताओं ने राज्य और केंद्र सरकार से बंगाली समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा देने, छात्रों को बंगाली शिक्षक और पाठ्यक्रम पढ़ाए जाने समेत बंद छात्रवृत्ति को पुनः शुरू करने की मांग उठाई.
बंगाली समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग: बंगाली समाज के वक्ताओं ने कहा कि भारत के सात राज्यों में अनुसूचित जाति का पूर्ण दर्जा बंगाली समाज को मिल रहा है, लेकिन बड़े दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में बंगाली समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अब बंगाली समाज जाग चुका है. वह वोट के लिए इस्तेमाल नहीं होगा.
मांगें पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा कार्यक्रम: बंगाली समाज के वक्ताओं ने सभी से आवाहन करते हुए कहा कि राजनीति से हटकर बंगाली समाज के आंदोलन को आगे बढ़ाना है, इसके लिए वह प्रदेश की राजधानी से लेकर दिल्ली कूच करना पड़ेगा तो भी वह पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती तब तक उनका कार्यक्रम चलता रहेगा.
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