बालोद : जिला प्रशासन लोगों की समस्याओं का निवारण जन समस्या निवारण शिविर लगाकर करता है. हर मंगलवार कलेक्टर जनदर्शन के माध्यम से जनता की समस्याएं सुनते हैं. बावजूद इसके दूर दराज के लोगों को कलेक्टोरेट आने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अब जिला प्रशासन ने एक नवाचार करते हुए शिकायतों के निपटारे का अनोखा तरीका निकाला है. अब बालोद जिले की जनता घर बैठे ही व्हाट्सएप के माध्यम से अपनी शिकायतों को जिला प्रशासन के पास भेज सकते हैं. उनके पास शिकायत निवारण संबंधित चैट बोट भी उपलब्ध रहेगी. यदि शिकायत का निवारण नहीं हुआ तो चैट बोट में ऑप्शन चुनने की आजादी होगी. इसकी पूरी मॉनिटरिंग जिला कलेक्टर खुद करेंगे.
बालोद बना पहला जिला : मंगलवार को इस नए नवाचार की लॉन्चिंग की गई.जिसके बाद बालोद प्रदेश का यह पहला जिला बना जहां समस्याओं के निराकरण के लिए चैट बोट चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेगा. बालोद जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने बताया कि बालोद में दूर दराज से आने में समय लगता है.जनता का पैसा भी खर्च होता है. इसलिए जिला प्रशासन ने चैट बोट बनाया है. जिस विभाग से संबंधित यह समस्या होगी वह सीधे उन तक पहुंच पाएगी .
इसकी मॉनिटरिंग के लिए जिला स्तर पर एक टीम भी मेरे नेतृत्व में काम करेगी. वेब पोर्टल पर उस कार्रवाई का आंकलन भी किया जाएगा. पूरी तरह से ऑनलाइन सर्विलांस के माध्यम से शिकायतों का समाधान जिला प्रशासन द्वारा किया जाएगा- इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, कलेक्टर
कार्रवाई से नहीं संतुष्ट तब भी मिलेगा ऑप्शन : सैकड़ों शिकायतकर्ताओं के बीच जिला प्रशासन ने इस व्हाट्सएप चैट बोट को लांच किया है, साथ ही एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया है. कलेक्टर ने बताया कि यदि कोई प्रशासन की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है तो वहां ऑप्शन भी रहेगा कि शिकायतकर्ता का निराकरण नहीं हुआ है. इसका और बेहतर निराकरण किया जाएगा. यह पूरी तरह से जिले वासियों की सुविधाओं के लिए बनाया गया है उन्होंने कहा कि सभी को इसका उपयोग करना चाहिए और हम देखते हैं कि लोग दूर दराज से आते हैं और यहां आने में भी उन्हें काफी समस्याएं होती है तो अब घर बैठे ही वे अपनी समस्याओं का निराकरण करवा सकते हैं.
सभी तरह के ऑप्शन रहेंगे मौजूद : बैंकिंग सेक्टर से जुड़े और गवर्नमेंट सॉल्यूशन क्षेत्र में काम करने वाली युवराज देवांगन ने कहा कि यह की इनीशिएशन है और यह पूरी तरह शिकायतों के निवारण के लिए है. अक्सर हम देखते हैं की शिकायत तो मिलती है परंतु निवारण का ट्रैकिंग नहीं हो पता है. इसमें सभी फीडबैक मौजूद रहेंगे कि शिकायतकर्ता अपनी कार्रवाई से संतुष्ट है या नहीं. क्या इसमें और बेहतर कुछ किया जा सकता है.यह शिकायतकर्ता के साथ-साथ प्रशासन के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है. बालोद एक ऐसा जिला बनने जा रहा है जहां पर शिकायत और निवारण दोनों ऑनलाइन माध्यम से होगा.